समस्या का समाधान कैसे करे, समस्या को कैसे दूर करे, सकारात्मक विचार,


समस्या का समाधान कैसे करे, समस्या को कैसे दूर करे, सकारात्मक विचार, समस्या का समाधान

             ऐसे अनेकों अनेक अजूबे हमारे इर्द-गिर्द हैं मगर कभी हमारा ध्यान उसकी ओर जाता ही नहीं है क्योंकि मनुष्य वही देखता है जो वह देखना चाहता है मनुष्य के जीवन में अनेकों अनेक समस्याएं और समाधान हैं मगर कभी उसका ध्यान समस्या की ओर नहीं जाता तो कभी उसका ध्यान समाधान की ओर नहीं जाता समस्या के मूल में ही उसका समाधान छिपा होता है मगर मनुष्य समाधान कहीं और खोजता है और समस्या कहीं और होती है इस जगत में जिस मनुष्य ने अपनी समस्याओं का उचित समाधान खोजने का प्रयास किया उसने उस समस्या पर सफलता पाई और जिस ने समाधान कहीं और खोजने का प्रयास किया  उसने असफलता पाई इसीलिए इस जगत में वह व्यक्ति कई  दशकों  तक परेशानी में रहता है जिसने  समस्या का उचित जगह पर समाधान खोजने का प्रयास ही नहीं किया होता है

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यही जीवन है। जीवन मे problems तो आती रहती हैं लेकिन जरूरी ये हैं कि आप उसको किस नजर से देखते हैं। आपने वो कहावत तो सुनी होगी न कि “मुसीबतों से ही निखरती है, शख्सियत इंसान की, जो चट्टानों से न उलझे.. वो झरना किस काम की”

हमेशा धैर्य से काम ले बेकार में चिंता न करें

आपके साथ चाहे जैसा भी समस्या हो हमेशा धैर्य बनाये रखना क्योंकि समस्या हमेशा डरपोक होती है, वो अकेले चल नही सकती, सदैव समाधान के कंधे पर सवार हो कर आती है, चाहे हज़ारों दरवाज़े बंद मिलें पर कहीं न कहीं वो हल्की सी रोशनी आपको दिख ही जायेगी, कोई न कोई खिड़की खुली नज़र आ ही जायेगी इसलिए थोड़ा सब्र करना चाहिए समस्या चाहे कोइसा भी जय ज्यादा उतावला नही होना चाहिए क्योंकि उतावले बनकर सब्र का बांध तोड़नेवालों को अक्सर निराशा ही हाथ लगती है।

इसी लिए तो किसी ने कहा है कि “जिंदगी को जीओ, उसे समझने की कोशिश ना करो, चलते वक्त के साथ चलो, वक्त को बदलने की कोशिश न करो, दिल खोल कर सांस लो, अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न करो, कुछ  बातें ईश्वर पर छोड़ दो, सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न करो” अर्थात व्यर्थ की चिंता मत करो क्योंकि बहुत से समस्याएं तो सही समय आने पर खुद से ही दूर हो जाती हैं।

 संगठन से करे समस्याओं का समाधान

मनुष्य के जीवन में संगठन का बड़ा महत्व है, अकेला मनुष्य शक्तिहीन है, जबकि संगठित होने पर उसमें शक्ति आ जाती है!संगठन की शक्ति से मनुष्य बड़े-बड़े कार्य भी आसानी से कर सकता है, संगठन में ही मनुष्य की सभी समस्याओं का हल है! जो परिवार और समाज संगठित होता है वहां हमेशा खुशियां और शांति बनी रहती है और ऐसा देश तरक्की के नित नए सोपान तय करता है, इसके विपरीत जो परिवार और समाज असंगठित होता है वहां आए दिन किसी न किसी बात पर कलह होती रहती है जिससे वहां हमेशा अशांति का माहौल बना रखता है!

समस्याओं से कभी पीछे न हटे

समस्या चाहे कितना भी बड़ा या विकट क्यो न हो आपको हमेशा डटे रहना चाहिये, कभी भी आशा न छोड़ें क्योंकि आशा एक ऐसा पथ है जो जीवन भर आपको गतिशील बनाये रखता है। आपको हमेशा खुद पर भरोसा करना चाहिए।क्योंकि इंसानियत इन्सान को इंसान बना देती है लगन हर मुश्किल को आसान बना देती है लोग यूँ ही नहीं जाते मंदिरों में पूजा करने आस्था ही तो पत्थर को भगवान बना देती है। इसलिए हमेंशा विश्वास के साथ डटे रहना चाहिए। मेहनत का फल और समस्या का हल देर से ही सही पर मिलता जरूर है..

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मानसिक रूप से प्रसन्न रहे, 

आप सदा प्रसन्न रहो, हमेशा चेहरे पर मुस्कान रखना चाहिए, किसी भी मुसीबत का हमेशा खिले चेहरे के साथ सामना करना चाहिए, आप मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे तो इससे आप शारिरिक रूप से भी प्रसन्न रहेंग, जब आप आप मानसिक और शारिरिक दोनों ही तरह से प्रसन्न रहेंगे तो आपके विचार भी हमेशा सकारात्मक रहेंगे फलस्वरूप आपके आसपास वातावरण भी सकारात्मक हो जाएगा। जब आपके आसपास एक सकारात्मक माहौल बन जाता है तो आप किसी भी समस्या का आसानी से समाधान कर सकते हैं ।

हमेशा सकारात्मक सोंचे,

सकारात्मक सोच यानी समस्याओं से छुटकारा, सकारात्मक सोंच वाले व्यक्ति कभी समस्याओं में नही फंसता क्योंकि आपके विचार सकारात्मक रहेंगें तो आपके कामकाज भी सही रहेगा, आप ऋषि मुनियों को कभी किसी समस्याओं से जूझते नही देखे होंगे क्योंक ऋषि मुनि स्वंय एक सकारात्मक विचार हैं।

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