दवाई का उपयोग कैसे करे, दवा लेने का सही समय क्या है, दवाई कब लेना चाहिए,

वक्त पर दवा लेना क्या ज्यादा फायदेमंद है 

आपको शायद यह जानकर हैरत होगी कि दिन के अलग – अलग पहरों के अनुसार ही दवाओं का असर भी कम ज्यादा होता है । ब्रिटेन में हुए हालिया शोध बताते हैं कि शरीर की जैविक घड़ी के अनुसार दवा खाने से फायदा ज्यादा होता है । इस प्रकार से उपचार किए जाने को ‘ क्रोनोथेरेपी ‘ नाम दिया गया है । आइए जानते हैं कि किस बीमारी किस वक्त खाने से ज्यादा फायदा पहुंचाती है, दवा लेने का सही समय क्या है, दवाई कब लेना चाहिए,

दवा लेने का सही समय क्या है, दवाई कब लेना चाहिए, 

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सुबह 3 बजे लें गठिया की दवा :

 इस दौरान सूजन को नियंत्रित करने में मददगार हारमोन का उत्पादन सबसे कम हो जाता है । इससे दर्द भी ज्यादा होता है । इसलिए सुबह तीन बजे के आसपास गठिया की दवा खाने से बीमारी में सबसे ज्यादा फायदा पहुंचता है ।

हड्डियों के लिए दवा 6 – 7 के बीच :

 खाने के बाद ऑरिस्टयोपोरोसिस की दवा लेना खास फायदेमंद नहीं होती क्योंकि ये तेल और वसा की मौजूदगी में आसानी से घुल नहीं । पाती । सुबह छह से सात बजे के बीच , सादे पानी के साथ । इसकी दवा लेनी चाहिए ।

सुबह 8 – 9 के बीच कोलेस्ट्रॉल की जांच : 

कोलेस्ट्रोल की सही जांच कराने के लिए खाने के बाद कम से कम 12 घंटे का उपवास जरूरी है । इस दौरान शरीर का पाचन तंत्र आसानी से खाने का पचा लेता है और खून से वसा युक्त कण अलग हो जाते हैं ।

10 बजे से दोपहर तक सर्जरी का सबसे अच्छा समय :

 सुबह दस बजे से दोपहर तक किए गए ऑपरेशन में सफलता मिलने की संभावना सबसे ज्यादा होती है । इस दौरान मरीजों का शरीर प्रतिकूल प्रतिक्रिया नहीं देता ।

 12 – 11 बजे का वक्त दर्दनिवारक दवाओं के लिए – 

विशेषज्ञों के मुताबिक कार्टिलेज को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है इसलिए जोड़ों में दर्द बढ़ जाता है । इसलिए दर्द को शांत करने के लिए दोपहर 12 से एक के बीच दर्दनिवारक दवाएं लें तो सबसे ज्यादा फायदा होगा ।

 3 – 4 बजे का वक्त अस्थमा की दवाई के लिए

 आमतौर पर अस्थमा से पीडित मरीज हमेशा अपने पास इंहेलर रखते हैं । लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो दोपहर बाद तीन से चार बजे के बीच अस्थमा की दवाई या इंहेलर लेने की सबसे ज्यादा राहत मिलती है ।

 शाम 7 – 8 के बीच लें सीने में जलन की दवा

पेट में मौजद हाइडोलिक एसिड जब भोजन नली में प्रवेश कर जता है तो सीने में दर्द और जलन की समस्या पैदा होता है । रात के वक्त यह समस्या और बढ़ जाती है इसलिए शाम सात से आठ के बीच इसकी दवा लेना सबसे बेहतर है ।

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दिल के लिए खतरे की बड़ी घंटी है डिप्रेशन

 मर्द आमतौर पर दिल की बीमारी और डिप्रेशन से संघर्ष करते नजर आते हैं । अगर आप को दिल की बीमारी है तो यह आपके लिए भावनात्मक आघात जैसा है । इस बीमारी से न केवल आपकी सेहत प्रभावित होगी बल्कि आप अच्छी तरह से अपना जीवन भी नहीं बिता पाएंगे ।

हालांकि आमतौर पर यही माना जाता है कि दिल की बीमारी के बाद महिलाएं डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं । हाल में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशंस 2012 क्वालिटी ऑफ केयर एंड आउटकम्स रिसर्च साइंटिफिक सेंशंस में पता लगा कि दिल की बीमारी से जूझ रहे पुरूषों पर डिप्रेशन का असर महिलाओं की तुलना में कहीं ज्यादा होता है ।

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                   हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर और इंटरवेन्शनल कार्डिलोजिस्ट डॉ . दीपक भट्ट के मुताबिक , ‘ दिल का दौरा पड़ने के बाद लोग शारीरिक तौर पर काफी कमजोर हो जाते हैं । इसमें पुरूषों का स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित होता है , यह बात अलग है कि पुरूष होने के नाते आम तौर पर उन्हें ज्यादा मजबूत माना जाता है ।

हाल में हुई कई रिसर्च में ऐसे प्रमाण मिले हैं , जिनसे पता चलता है कि डिप्रेशन की वजह से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है । डिप्रेशन की शिकायत होने पर लोग आमतौर से दवाइयां लेना , कसरत करना या ठीक से भोजन करना छोड़ सकते हैं , जिसका उनके दिल की सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है । यही वजह है कि दिल का दौरा पड़ने के बाद डिप्रेशन और भी खतरनाक हो जाता है । इसलिए डिप्रेशन का सही समय पर इलाज बहुत जरूरी है ।

अगर किसी व्यक्ति की दिलचस्पी आम गतिविधियों में कम हो रही हो , वजन लगातार घट रहा हो , ठीक से नींद न आ रही हो , हर वक्त निराशा घेरे रहे और वह दोस्तों और रिश्तेदारों से कन्नी काट रहा हो , तो यह डिप्रेशन का संकेत हो सकता है ।

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डॉ . भट्ट कहते हैं कि आप अगर खुद में या अपने किसी परिजन या दोस्त में इस तरह के संकेत देखते हैं तो उसे नजर अंदाज न करें । उनके मुताबिक , अगर डिप्रेशन महसूस कर रहे हैं तो ईमानदारी से उसे स्वीकार करना सीखिए । उसके बाद मदद की तलाश कीजिए । इसके लिए आप सबसे पहले किसी डॉक्टर की मदद ले सकते हैं । मामला ज्यादा गंभीर नजर आ रहा हो तो साइकेट्रिस्ट की मदद लेनी चाहिए ।

नोट – किसी भी तरह की दवाई का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले।

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