आपकी समस्या क्या है रेलवे की फाटक या गलफ्रेंड की नाटक ?

आपकी समस्या क्या है?

दोस्तों आज की वर्तमान समय की बात करे तो दो सबसे बड़ी समस्या है, खास कर युवाओं में। ये दो बड़ी समस्या है एक तो रेलवे की फाटक और दूसरा गर्लफ्रैंड की नाटक, ये दोनों समस्याओं से आज के पूरा यूथ घिरा हुआ है। मतलब की लगभग सभी युवाओं के पास यही दो बड़ी समस्या है। तो चलिए देखते हैं आपकी समस्या क्या है रेलवे की फाटक या गलफ्रेंड की नाटक ?

आपकी समस्या क्या है रेलवे की फाटक या गलफ्रेंड की नाटक ?

आपकी समस्या क्या हैं? रेलवे की फाटक या गलफ्रेंड की नाटक ?

सामान्य तौर पे चाहे आप हो या कोई और युवा साथी हो रोज ऑफिस, कॉलेज या कंही और जाते होंगे तो हमेशा एक समस्या आता होगा फाटक का, जंहा रोज रोज धूप में, बरसात में, ठंडी में बेमतलब इन्तजार करना पड़ता हैं, और कई बार तो वहां घंटो झेलना पड़ता है, और बस इसी तरह गलफ्रेंड भी हैं। उनको भी कोई फर्क नही पड़ता कि आप धूप में खड़े हो या ठंडी मे, अगर उससे बाते कर रहे हैं तो उनका कॉल यूंही बीच मे काट नही सकते और उनके भी नाटक को बेमतलब घंटो झेलना पड़ता हैं। आपके साथ भी शायद ऐसा ही होता होगा।

जिस तरह फाटक वाले जब चाहे तब अपने मन से फाटक बंद कर देते हैं फिर आपको मजबूरन झेलना पड़ता हैं। ठीक उसी तरीके से आपके आपके गर्लफ्रैंड जब चाहे तब आपको कॉल करेंगे और आप न चाहते हुए भी बात करते हुए झेलेंगे, और तो और जब आप बात करना चाहो और उनकी इच्छा न हो तो वो झटसे अपनी मर्जी से काट देंगे। फिर आप उसी तरह कुछ नही कर सकते जैसे फाटक बंद होंने के बाद कुछ नही कर सकते।

एक बार फाटक बंद हो जाने के बाद चाहे आपको कितनी भी जल्दी क्यो न रहे, लेकिन अपनी मर्जी से ही फाटक खोलेंगे और उनका मन करता है तो आधा घंटा बंद रखने के बाद भी एक और ट्रेन को गुजरता हैं। ठीक वैसे ही गर्लफ्रैंड भी हैं। चाहे फाटक को या गर्लफ्रैंड की नाटक, आपकी दोनों समस्याएं लगभग एक ही जैसी है। आपके साथ कौन सी समस्या है? आपकी समस्या क्या है? रेलवे की फाटक या आपके गर्लफ्रैंड की नाटक कमेंट्स करके जरूर बताएं..

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