फल सब्जियों के रंग का कारण क्या है, फल और सब्जियों में रंग

फल और सब्जियों के रंग

हमारे आसपास उपस्थित बहुत से फल और सब्जियां होती है जिन्हें हम हर रोज उपयोग में लाते है। लेकिन क्या आपको पता है कि कोई भी फल रंगबिरंगे अर्थात अलग अलग रंगों में क्यों दिखाई देता है? कुछ सब्जियों के स्वाद कड़वापन क्यों होता है? अगर आपको भी नही पता तो आइए देखते है कि कुछ महत्वपूर्ण फल और सब्जियों के रंग का कारण क्या है?

फल और सब्जियों के रंग का कारण क्या है? क्यों रंगीन दिखता फल और सब्जियां?

इस आर्टिकल की प्रमुख बातें

फलो या सब्जियों में कुछ ऐसा रसायन उपस्थित होता है जो फल् सब्जियों मे कडवापन पैदा करता है और साथ मे पत्तियों मे भी यह रसायन पाया जाता है। यही कारण है कि फलों या सब्जियों में कुछ कड़वापन होता हैं। इसके साथ उनके रंगों का कारण भी उनके अंदर उपस्थित रासायनिक तत्व ही है।

कुछ महत्वपूर्ण फलों और सब्जियों के रंग होने का कारण निम्न हैं।

फल और सब्जियों के रंग का कारण क्या है, फल और सब्जियों में रंग

1 . प्याज में पीला रंग का कारण – कवेरसिटी

प्याज मे उपस्थित एंथोसायनिन रासायनिक तत्व जिसके कारण प्याज मे पीले, पर्पल तथा आरेंज जो फ्लेनोनोइड्स के वर्ग से संबंधित हैं दिखाई देता है। एंथोसायनिन नारंगी, पिला और बैगनी रंग प्रदान करती है

2 .मिर्च के लाल रंग का कारण – लाइकोपिन

मिर्च में पाए जाने वाले लाइकोपिन पिग्मेंट नामक रसायन के कारण मिर्च का रंग लाल होता है लेकिन यह थोड़ी देर से काम करता है।

3. हल्दी के पीला रंग का कारण – कुरकुमिन

हल्दी मे करक्युमिन या करक्युमिनाइड्स जो की एंटी ऑक्सीडेंट है और कर्कुमिनोइड्स नामक तत्व की उपस्थिति मे हल्दी का रंग पिला दिखाई देता है।

4. टमाटर के लाल रंग का कारण – लाईकोपीन

टमाटर मे उपस्थित कैरोटिनॉइड जो कैरोटिनॉइड का वर्णक लाइकोपिन जो एक लाल चमकदार कैरोटीन है। लाइकोपिन टमाटर को पकने मे मदद करता है जिससे लाल रंग दिखाई देता है।

5. सेब के लाल रंग का कारण – एन्थोसाइनिन

एन्थोसाइनिन सेव के फल मे रंग निर्धारित करने का महत्वपूर्ण कारक है जो सेव को लाल रंग करने के लिए जिम्मेदार होता है सेव का लाल रंग सेव के त्वाचा मे एन्थोसाइनिन पिग्मेंट की गठन के कारण होता है।

6. प्याज में लाल रंग का कारण – एन्थोसाइनिन

प्याज का रंग प्याज में उपस्थित एंथोसायनिन (anthocyanins) और एंथोक्सैन्थिन (anthoxanthins) तथा जो फ्लेनोनोइड्स के वर्ग से संबंधित होने के कारण प्याज का रंग लाल दिखाई देता है।

7. गाजर के लाल रंग का कारण – एन्थोसाइनिन

गाजर मे एन्थोसाइनिन पदार्थ जो गाजर के मूल जड़ मे होता है जिससे गाजर का रंग लाल होता है गाजर के और भी रन जैसे लाल, नारंगी, काली और भी कई रंगों से मिलती हैं।

8. चकुन्दर में लाल रंग का कारण – बीटा साइनेकेसीन

चकुंदर मे बेटाईन नामक रसायन जो चकुंदर को लाल रंग करने मे मदद करता है जिसे बीटा साइनेसीस भी कहते है। इसी बीटा साइनोकेसीन के कारण चुकंदर लाल दिखाई देता हैं।

9.दुध के सफेद रंग का कारण – केसीन

दुध में उपस्थित केसिन कैल्शियम और फास्फेट के साथ मिलते ही छोटे छोटे कण बनाते है जिन्हें मिशेल कहा जाता है जब प्रकाश इन कणों मे टकराता है तो प्रकश के अपवर्तित बिखरने के कारण दूध का रंग सफ़ेद दिखाई देता है।

10. दुध में पीलापन का कारण – कैरोटिन

दूध मे कैल्शियम तथा प्रोटीन भी उपस्थित होता है और प्रोटीन का रंग सफ़ेद होता है लेकिन दूध मै कैरोटीन नामक प्रोटीन भी होता है जिससे दूध का रंग पिला दिखाई देता है।

11. लहसुन में पीलापन का कारण – कैरोटीन

लहसुन में कैरोटिन एलाइल प्रोपाइल डाई सल्फाइड के साथ कैरोटीन नामक पदार्थ पाया जाता है जो लहसुन को पीले रंग मे बदल देता है। जिसके कारण लहसुन पिला दिखाई देता हैं।

12. गाजर में पीलापन का कारण – कैरोटिन

गाजर का पीलापन एनथोसाइनिनूस कैरोटीन कि वजह से होता है कैरोटीन शुष्क पर्णसमूह (Foliage) के नारंगी रंग होने के लिए भी उत्तरदायी है।

13. पपिता में पीला रंग का कारण – केरीका जेन्थीन

पपीता का पिला रंग पपीता मे उपस्थित कैरिकॉजैन्थिन पिग्मेंट के कारण होता है जो की फल के पकते समय बनता है। इसी कारण पपीता पिला दिखाई देता है।

14. तेलो में पीलापन का कारण – कैल्शियम आक्सेट

तेलो का पिलापन उसमें उपस्थित कैल्शियम आक्सेट के कारण होता हैं। जो तेल को पिला रंग करने मे महत्वपूर्ण है।

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