लोकसभा का चुनाव | लोकसभा अध्यक्ष की सूची | लोकसभा चुनाव सूची

लोकसभा का चुनाव सम्बंधित पूरी जानकारी

भारत के संसद राष्ट्रपति, राज्यसभा तथा लोकसभा से मिलकर बनता है। संसद के निम्न सदन को लोकसभा एवं उच्च सदन को राज्यसभा कहते हैं। भारत में लोकसभा का चुनाव ही ये तय करता है कि भारत मे सरकार किसकी बनेगी। आइये इस लेख के माध्यम से जानते है कि भारत लोकसभा सदस्य का चुनाव, उनके योग्यता, कार्यकाल, अध्यक्ष, इत्यादि की पूरी जानकारी।

भारत के लोकसभा

भारत मे प्रथम लोकसभा का गठन 2 अप्रैल 1952 में हुआ था। लोकसभा का पहली बैठक 13 मई 1952 को हुआ था। भारत के संसद भवन का डिजाईन सर हर्बर्ट बेकर द्वारा तैयार किया गया। इसकी नींव ड्यूक ऑफ कनाट ने रखी और इसका उद्घाटन लार्ड इरविन द्वारा किया गया।

लोकसभा के कार्य एंव शक्तियां

संसद की कार्य एंव शक्तियों में पहला विधायी शक्तियाँ हैं जिसमे संघ एवं समवर्ती सूची के विषयों पर कानून बनाना तथा दूसरा कार्यपालिका शक्ति हैं जिसके अंतर्गत मन्त्री परिषद् को नियंत्रित करना प्रश्न, प्रस्ताव, समितियों द्वार हैं। इस सदन को लेखानुदान का विशेष प्रावधान किया गया है जिसके द्वारा लोकसभा को शक्ति दी गई है कि वह बजट की प्रक्रिया पूरी होने तक किसी वित्त वर्ष के एक भाग के लिए पेशगी अनुदान दे सकती है।

लोकसभा मे कितने सीट होते है?

लोकसभा में अधिकतम सदस्य संख्या 552 है लेकिन वर्तमान 545 है। इसमें से 530 सदस्य राज्यों का प्रतिनिधित्व करता है जबकि 20 सदस्य संघ राज्य क्षेत्रों के प्रतिनिधि होते हैं और 2 सदस्य भारत के राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया जाता है। इसे ऐंग्लो इंडियन सदस्य भी कहा जाता हैं। अगस्त 2001 में संसद द्वारा पारित 9 वें संविधान संशोधन विधेयक के अनुसार लोकसभा एवं विधानसभाओं की सीटों की संख्या 2026 तक यथावत रखने का प्रावधान किया गया है।

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लोकसभा का चुनाव क्षेत्र

भारत के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में तीन प्रकार निर्वाचन क्षेत्र है जिसमे पाहला सामान्य उम्मीदवारों हेतु 423 सीट, दूसरा अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों हेतु 79 क्षेत्र तथा तीसरा अनुसूचित जनजाती के उम्मीदवारों हेतु 4 क्षेत्र। इस प्रकार कुल 543 सीटो का लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। भारत मे सर्वाधिक सीटें उत्तरप्रदेश में है जंहा 80 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। उसके बाद महाराष्ट्र में 48, पश्चिम बंगाल में 42 और आंध्रप्रदेश में 42 है।

लोकसभा का चुनाव कैसे होता है?

लोकसभा का चुनाव जनता द्वारा प्रत्यक्ष चुनाव से किया जाता है। इसे आम चुनाव भी कहते है। लोकसभा के सदस्यों का चुनाव गुप्त मतदान के द्वारा वयस्क मताधिकार ( 18 वर्ष ) के आधार पर होता है। चूंकि 61 वें संवैधानिक संशोधन 1989 ई. के अनुसार भारत में अब 18 वर्ष की आयु प्राप्त व्यक्ति को वयस्क माना गया है। भारत मे लोकसभा का चुनाव अलग-अलग चरणों मे होता है।

चुनाव के समय चुनाव आयोग द्वारा अचार संहिता लगाया जाता है। अगर इस दौरान कोई उम्मीदवार अचार संहिता का उलंघन करता है तो चुनाव उसका पंजीयन निरस्त कर सकता है। चुनाव के तारीख के एलान के बाद जोर शोर से चुनाव प्रचार किया जाता हैं। अगर कोई उम्मीदवार लोकसभा का चुनाव जीत जाता है तो पांच वर्षों के लिए लोकसभा का सदस्य बन जाता हैं।

लोकसभा सदस्य बनने के लिए योग्यता

  • लोकसभा सदस्य बनने के लिये सबसे पहले तो भारत का नागरिक हो,
  • उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 25 वर्ष हो,
  • दिवालिया न हो,
  • विकृत चित्त न हो,
  • कोई लाभ का पद धारण न करता हो।

अगर कोई लोकसभा सदस्य बनना चाहता है तो इन योग्यताओं के साथ चुनाव में भाग लेकर लोकसभा सदस्य बन सकता हैं।

लोकसभा सदस्यों का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?

वैसे तो लोकसभा का कार्यकाल सामान्यतः 5 वर्ष के लिए होता हैं। लेकिन आपात काल की स्थिति में एक बार में एक वर्ष बढ़ाया जा सकता है। अगर कोई सदस्य अपने कार्यकाल के दौरान लोकसभा सदस्य के पद से स्थीपा दे देता है या कार्यकाल के दौरान किसी सदस्य की मृत्यु हो जाता है तो उस लोकसभा क्षेत्र में चुनाव आयोग द्वारा छः महीने के भीतर दुबारा चुनाव कराया जाता हैं।

भारत मे अबतक लोकसभा का चुनाव

  • 1952 – प्रथम चुनाव
  • 1957 – दूसरा चुनाव
  • 1962 – तीसरा चुनाव
  • 1967 – चौथी चुनाव
  • 1971 – पांचवां चुनाव
  • 1977 – छठा चुनाव
  • 1980 – सातवीं चुनाव
  • 1984 – आठवाँ चुनाव
  • 1989 – नौवां चुनाव
  • 1991 – दसवां चुनाव
  • 1996 – ग्यारहवें चुनाव
  • 1998 – बारहवें चुनाव
  • 1999 – तेरहवां चुनाव
  • 2004 – चौदहवां चुनाव
  • 2009 – पंद्रहवे चुनाव
  • 2014 – सोलहवां चुनाव
  • 2019 – सत्रहवीं चुनाव

लोकसभा के पदाधिकारी

अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष संविधान के अनुच्छेद 93 के अनुसार लोकसभा स्वयं ही अपने सदस्यों में से एक अध्यक्ष और एक उपाध्यक्ष का निर्वाचन करेगा।अध्यक्ष उपाध्यक्ष को तथा उपाध्यक्ष अध्यक्ष को त्याग – पत्र देता है। लोकसभा के अध्यक्ष, अध्यक्ष के रूप में शपथ नहीं लेता, बल्कि सामान्य सदस्य के रूप में शपथ लेता है।

चौदह दिन के पूर्व सूचना देकर लोकसभा के तत्कालीन समस्त सदस्यों के बहुमत से पारित संकल्प द्वारा अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष को पद से हटाया जा सकता है। लोकसभा के भंग होने की स्थिति में अध्यक्ष अपना पद अगली लोकसभा की पहली बैठक होने तक रिक्त नहीं करता है।

लोकसभा का अध्यक्ष

लोकसभा का सभापतित्व करने के लिए एक अध्यक्ष होता है। लोकसभा अपनी पहली बैठक के पश्चात् अनुच्छेद 93 के अनुसार यथाशीघ्र अपने दो सदस्यों को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में चुनती है। लोकसभा का अध्यक्ष, लोकसभा का ही सदस्य होता है। भारत के प्रथम लोकसभा अध्यक्ष जी. वी. मावलंकर थे। लोकसभा अध्यक्ष सदन में किसी विषय पर मतदान के समय बराबर मत होने पर निर्णायक मत देता है। अध्यक्ष ही धन विधेयक को प्रमाणित करता है।

लोकसभा अध्यक्ष के कार्य एवं अधिकार

  • सदन के सदस्यों के प्रश्नों को स्वीकार करना, उन्हें नियमित करना व नियम के विरुद्ध घोषित करना।
  • किसी विषय को लेकर प्रस्तुत किया जाने वाला कार्य स्थगन प्रस्ताव अध्यक्ष की अनुमति से पेश किया जा सकता है।
  • वह विचाराधीन विधेयक पर बहस रूकवा सकता है। संसद विधेयक को भाषण देने की अनुमति देती है और भाषणों का क्रम व समय निर्धारित करती है।
  • विभिन्न विधेयक व प्रस्तावों पर मतदान करना व परिणाम घोषित करना तथा मतों की समानता की स्थिति में निर्णायक मत देने का अधिकार है।
  • संसद व राष्ट्रपति के मध्य होने वाला पत्र – व्यवहार करना तथा कोई विधेयक , धन विधेयक है या नहीं, इसका निर्णय अध्यक्ष ही करता है।
  • अध्यक्ष द्वारा धन विधेयक के रूप में प्रमाणित विधेयक की प्रकृति के प्रश्न पर न्यायालय में या किसी सदन में या राष्ट्रपति द्वारा विचार नहीं किया जाएगा।
  • इनके अतिरिक्त राष्ट्रपति द्वारा 12 व्यक्ति नामांकित किये जाते।
  • राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा के लिए एंग्लो – इंडियन समुदाय के 2 सदस्य नामांकित किये जाते हैं।

लोकसभा के सूची व कार्यकाल

  • गणेश वासुदेव मावलंकर – 15 मई 1952 से 27 फ़रवरी 1956
  • अनन्त शयनम् अयंगार – 8 मार्च 1956 से 16 अप्रैल 1962
  • सरदार हुकम सिंह – 17 अप्रैल 1962 से 16 मार्च 1967
  • नीलम संजीव रेड्डी – 17 मार्च 1967 से 19 जुलाई 1969
  • जी . एस . ढिल्लों – 8 अगस्त 1969 से 1 दिसंबर 1975
  • बलि राम भगत – 15 जनवरी 1976 से 25 मार्च 1977
  • नीलम संजीव रेड्डी – 26 मार्च 1977 से 13 जुलाई 1977
  • के एस हेगड़े – 21 जुलाई 1977 से 21 जनवरी 1980
  • बलराम जाखड़ – 22 जनवरी 1980 से 18 दिसंबर 1989
  • रवि राय – 19 दिसंबर 1989 से 9 जुलाई 1991
  • शिवराज पाटिल – 10 जुलाई 1991 से 22 मई 1996
  • पी . ए . संगमा – 25 मई 1996 से 23 मार्च 1998
  • जी एम सी बालयोगी – 24 मार्च 1998 से 3 मार्च 2002
  • मनोहर जोशी – 10 मई 2002 से 2 जून 2004
  • सोमनाथ चटर्जी – 4 जून 2004 से 30 मई 2009
  • मीरा कुमार – 4 जून 2009 से 4 जून 2014
  • सुमित्रा महाजन – 6 जून 2014 से 17 जून 2019
  • ओम बिरला – 19 जून 2019 से अबतक पदस्थ

लोकसभा अधिवेशन

लोकसभा एवं राज्यसभा के अधिवेशन राष्ट्रपति के द्वारा ही बुलाए और स्थगित किए जाते हैं ।लोकसभा की दो बैठकों में 6 माह से अधिक का अन्तर नहीं होना चाहिए। लोकसभा की गणपूर्ति या कोरम कुल सदस्य संख्या का दसवाँ भाग ( 55 सदस्य ) होता है।

लोकसभा सदन प्रधानमंत्री के परामर्श के आधार पर राष्ट्रपति के द्वारा समय से पूर्व भी भंग किया जा सकता है, ऐसा अब तक 8 बार 1970 ई. में, 1979 ई. में, 1984 ई. में, 1989 ई. में, 1991 ई. में, 1997 ई. में तथा 1999 ई. में किया गया है। 1976 ई. में लोकसभा का कार्यकाल दो बार एक – एक वर्ष के लिए बढ़ाया गया था।

संयुक्त अधिवेशन

संविधान के अनुच्छेद 108 में संसद के संयुक्त अधिवेशन की व्यवस्था है। संयुक्त अधिवेशन राष्ट्रपति के द्वारा निम्न तीन स्थितियों में बुलाया जा सकता है। विधेयक एक सदन से पारित होने के बाद जब दूसरे सदन में जाए तब यदि…

  1. दूसरे सदन द्वारा विधेयक अस्वीकार कर दिया गया हो,
  2. विधेयक पर किए जाने वाले संशोधनों के बारे में दोनों सदन अन्तिम रूप से असहमत हो गए है,
  3. दूसरे सदन को विधेयक प्राप्त होने अधिक बीत गए हों। की तारीख से उसके द्वारा विधेयक पारित किए बिना 6 मास से अधिक बीत गए हो।

संयुक्त अधिवेशन की अध्यक्षता लोकसभा के अध्यक्ष के द्वारा किया जाता हैं। संयुक्त बैठक से अध्यक्ष की अनुपस्थिति के दौरान सदन का उपाध्यक्ष या यदि वह भी अनुपस्थित है, तो राज्यसभा का उपसभापति या यदि, वह भी अनुपस्थित है, तो ऐसा अन्य व्यक्ति पीठासीन होगा, जो उस बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा अवधारित किया जाए।

धन विधेयक के संबंध में लोकसभा का निर्णय अन्तिम होता है। इस संबंध में संयुक्त अधिवेशन की व्यवस्था नहीं है। संविधान संशोधन विधेयक पर भी संयुक्त अधिवेशन की व्यवस्था नहीं है, संविधान संशोधन विधेयक दोनों सदनों में अलग अलग पारित होना चाहिए।

लोकसभा से संबंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

  • लोकसभा अध्यक्ष अपना त्याग पत्र किसे देता है – लोकसभा उपाध्यक्ष को
  • निर्णायक मत देने का अधिकार किसको है – लोकसभा अध्यक्ष को – लोकसभा का
  • सचिवालय किससे नियंत्रित होता है – लोकसभा अध्यक्ष
  • भारत के प्रथम लोकसभा अध्यक्ष कौन थे – जी. वी. मावलंकर
  • भारतीय संसद के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन की अध्यक्षता कौन करता है – लोकसभा अध्यक्ष
  • लोकसभा में किसी विधेयक को धन विधेयक के रूप में कौन प्रमाणित करता है – लोकसभा अध्यक्ष
  • किस समिति का पदेन अध्यक्ष लोकसभा अध्यक्ष होता है – नियम समिति
  • लोकसभा महासचिव की नियुक्ति कौन करता है – लोकसभा स्पीकर
  • कोई स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया – के. एस. हेगड़े
  • लोकसभा का जनक किसे माना जाता है – जी. वी. मावलंकर
  • लोकसभा के प्रथम उपाध्यक्ष कौन थे – अनंत शयनम आपंगर
  • किस लोकसभा अध्यक्ष का कार्यकाल सबसे लंबा रहा – बलराम जाखड़
  • लोकसभा के अध्यक्ष या उपाध्यक्ष की अनुपस्थिति में लोकसभा की अध्यक्षता कौन करता है – लोकसभा का वरिष्ठतम् सदस्य
  • राष्ट्रमंडल अध्यक्षों के सम्मेलन का पदेन महासचिव कौन होता है – लोकसभा महासचिव
  • भारत के लोकसभा अध्यक्ष किस देश के हाऊस ऑफ कॉमंस के अध्यक्ष की तरह होते हैं – इंग्लैंड के

  • लोकसभा का सचिवालय किसके प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण का कार्य करता है – लोकसभा अध्यक्ष
  • भारत की प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष कौन हैं – मीरा कुमार
  • जनता द्वारा प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित सदन को क्या कहते है – लोकसभा
  • संविधान में लोकसभा के सदस्यों की मूल संख्या क्या है – 552
  • वर्तमान में लोकसभा में कितने सदस्य हैं – 545
  • राष्ट्रपति आंग्ल भारतीय समुदाय के कितने प्रतिनिधियों को लोकसभा में नामित कर सकता है – 2
  • लोकसभा में किस आधार पर सीटें आवंटित होती है – जनसंख्या के आधार पर
  • वर्तमान लोकसभा में प्रत्येक राज्य के लिए स्थानों को आवंटन किस पर आधारित है – 1971 की जनगणना पर
  • कौन-सी लोकसभा के चुनाव चार चरणों में हुए – 14वीं
  • लोकसभा का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए – 25 वर्ष
  • कौन-सा राज्य सबसे अधिक प्रतिनिधि लोकसभा में भेजता है – उत्तर प्रदेश
  • उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक संसदीय क्षेत्र किस राज्य में है – महाराष्ट्र में
  • किस राज्य में लोकसभा सदस्यों की संख्या सबसे कम है – नागालैंड, सिक्किम व मिजोरम
  • लोकसभा का नेता कौन होता है – प्रधानमंत्री
  • लोकसभा का नेता कौन होता है – लोकसभा अध्यक्ष को
  • भूतपूर्व सांसद सदस्यों को पेंशन व्यवस्था कब लागू की गई – 1976 ई.
  • लोकसभा में कम से कम कितने सत्र जरूरी होते हैं – वर्ष में दो बार

  • लोकसभा को कौन भंग कर सकता है – राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की सलाह पर
  • वित्तीय बिल कहाँ पास हो सकता है – लोकसभा में
  • अविश्वास प्रस्ताव किस सदन में लाया जाता है – लोकसभा
  • बजट किसके द्वारा पारित किया जाता है – लोकसभा द्वारा
  • लोकसभा के सदस्यों की निर्योग्यता से संबंधित प्रश्नों का निर्णय कौन करता है – लोकसभा अध्यक्ष
  • अस्थाई लोकसभा अध्यक्ष को क्या कहते हैं – प्रोटेम स्पीकर
  • प्रोमेट स्पीकर की नियुक्ति कौन करता है – राष्ट्रपति
  • कितने दिनों तक अनुपस्थित रहने पर लोकसभा के सदस्य की सदस्यता समाप्त हो जाती है – 2 माह
  • किस विधेयक को केवल लोकसभा ही पारित करती है – वित्त विधेयक
  • मंत्रीपरिषद् किसके प्रति उत्तरदायी होती है – लोकसभा के – किस अवस्था में संसद लोकसभा का कार्यकाल बढ़ा सकती है – आपातकाल की स्थिति में
  • संसद एक बार में लोकसभा के कार्यकाल में कितने समय के लिए वृद्धि कर सकती है – 1 वर्ष के लिए
  • किस वर्ष लोकसभा का कार्यकाल एक-एक करके दो बार बढ़ाया गया – 1976 में
  • राजनीतिक शब्दावली में शून्य काल का अर्थ क्या है – प्रश्नोत्तर सत्र
  • यदि कोई व्यक्ति राज्सभा का सदस्य है तो क्या वह लोकसभा में अपना वक्तव्य दे सकता है – हाँ
  • लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव कौन करता है –  लोकसभा सदस्य
  • लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष कौन नियुक्त करता है – राष्ट्रपति।

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