द मुकाब सऊदी अरब के मेगा प्रोजेक्ट | The Muqab Mega Project of Saudi Arabia
सऊदी अरब सपनों का एक खास प्रोजेक्ट बना रहा है। इसे भविष्य की बिल्डिंग बताई जा रही है। ये प्रोजेक्ट बहुत ही खास और सुंदर है। अरब न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, भविष्य को देखकर इस बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। तो आइए जानते उस खास बिल्डिंग द मुकाब के बारे में जिसकी चर्चा पूरी दुनिया मे चल रहा है।
क्यों खास है सऊदी अरब के ये बिल्डिंग
करीब 19 वर्ग किमी मे फैला ये प्रोजेक्ट राजधानी रियाद के उत्तर पूर्व में होगा इस प्रोजेक्ट का नाम द मुकाब है। मुकाब में बाकी के सारे संसाधनों और सुविधाओं के अलावा एक संग्रहालय, टेक्नालाजी और डिजाइन यूनिवर्सिटी भी होगी। बिजली के लिए सूर्य और हवा से निकलने वाली एनर्जी का इस्तेमाल किया जाएगा। अलग से बिजली संयंत्र नहीं लगाए जाएंगे। यह बिल्डिंग क्यूब के आकार की होगी, जो न्यूयॉर्क की अम्पायर स्टेट बिल्डिंग से 20 गुना बड़ी होगी। इस बिल्डिंग में एक म्यूजियम होगा, एक थिएटर होगा।
कितना बड़ा है ये प्रोजेक्ट
करीब सात वर्ग किमी में फैली यह बिल्डिंग 400 मीटर ऊंची, 400 मीटर लंबी और 400 मीटर चौड़ी होगी। इसका आकार अमेरिका के शहर मेनहट्टन का एक तिराई होगा। यह क्यूब के आकार की होगी। इस भव्य प्रोजेक्ट के बहुमंजिला इमारत द मुकाब में करीब 9000 हजार होटल के कमरे और करीब 1.04 लाख फ्लैट होंगे।
कितना खर्च आएगा द मुकाब को बनाने में
इस बिल्डिंग का निर्माण भविष्य को देखते हुए किया गया है। इसमें वो सारे सुविधा होगा जो आधुनिकता के लिए सही है। इस प्रोजेक्ट के जरिए मोहम्मद बिन सलमान राजधानी रियाद के डाउन टाउन इलाके को डेवलप करने की कोशिश कर रहे हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए वो करीब 800 अरब डॉलर निवेश करने जा रहे हैं।
सेहत की दृष्टि से खास है ये भवन
यह प्रोजेक्ट बेहद ही खास है। इसमें हरियाली का बेहद खास ध्यान रखा गया है। लोगों की सेहत को ध्यान में रखकर इस बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। लोग आसानी से साइकलिंग और वॉकिंग साथ ही साथ दैनिक गतिविधियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
भारत के लिए भी खास है द मुकाब
सऊदी अरब के इस मेगा सिटी प्रोजेक्ट से 3.34 लाख से ज्यादा रोजगार मिलने वाला है। वर्तमान में 25 लाख भारतीय सऊदी अरब में रहते है। ज्यादातर स्किल्ड लोग इस देश मे रहते है जो इस तरह के प्रोजेक्ट बनाने में माहिर हैं।