बिजनेस के लिए लोन कहां से मिलेगा | बिजनेस लोन कैसे मिलेगा

बिजनेस के लिए लोन कहां से मिलेगा

आज हर कोई अपना खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं। लेकिन ये सवाल परेशान करती है कि बिजनेस के लिए फंड कैसे जुटाएं और कैसे इसकी शुरुआत करें। क्योंकि बिजनेस के लिए पैसे की जरूर होती है। लेकिन आप परेशान न होंवे और इस पोस्ट को अंत तक ध्यान से पढ़े क्योंकि हम आपको ये बताएंगे कि बिजनेस के लिए लोन कहां से मिलेगा।

कोई भी बिजनेस जैसे सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग स्टार्टअप हो या फिर बड़ा उद्योग, सब को फंड जुटाना पड़ता है। यह एक चुनौती भरा काम है, लेकिन इन तरीकों से भी आप फंड जनरेट कर सकते हैं। अगर आप भी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आगे बढ़ें। क्योंकि अब सरकार से भी बिजनेस करने लिए मदद मिल रही है। तो आइए जानते हैं कि बिजनेस के लिए फंड कैसे जुटाएं और कैसे इसकी शुरुआत करें।

भारत सरकार की स्टार्टअप एंटरप्राइजेज , एसएम , एमएसएमइ सहित ग्रामीण महिलाओं के सामाजिक आर्थिक विकास और एंटरप्रेन्योरशिप के लिए कई स्कीम्स हैं। भारत लोन स्कीम स्टार्टअप इंडिया क्रेडिट गारंटी ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज, स्टैंड अप इंडिया अटल इनोवेशन मिशन, मेक इन इंडिया ट्रेड रिलेटेड एंटरप्रेन्योरशिप असिस्टेंस एंड डेवलपमेंट आदि।

भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली लोन योजनाएं

इस आर्टिकल की प्रमुख बातें

बिजनेस के लिए लोन कहां से मिलेगा | बिजनेस लोन कैसे मिलेगा

मुद्रा लोन योजना PMRY

प्रधान मंत्री मुद्रा योजना 8 अप्रैल, 2015 को माननीय प्रधान मंत्री द्वारा गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु / सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख तक ऋण प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक योजना है। इन ऋणों को PMMY के तहत मुद्रा ऋण के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ये ऋण वाणिज्यिक बैंक, आरआरबी, लघु वित्त बैंक, एमएफआई और एनबीएफसी द्वारा दिए जाते हैं। इसके तहत लोन लेने के लिए इनमें से किसी भी ऋण देने वाली संस्था से संपर्क कर सकता है या इस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है।

प्रधानमंत्री रोजगार योजना PMEGP

देश के बेरोजगार युवाओ को इस योजना के तहत अपना खुद का उद्योग, रोजगार शुरू करने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से 10 लाख से लेकर 25 लाख रूपये तक लोन प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत देश एक बेरोजगार युवाओ को उनकी जाति और इलाको के अनुसार सब्सिडी भी प्रदान की जाती है। यह योजना पूरे देश में महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर, 1993 के शुभ दिन पर शुरू की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षित बेरोजगार युवाओं को विनिर्माण क्षेत्र में अपना उद्यम शुरू करने के लिए आसान सब्सिडी वाली वित्तीय सहायता प्रदान करना था।

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना CGTMSE

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत सभी नागरिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। योजना के तहत 10 लाख से 25 लाख तक का लोन उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना के अंतर्गत सामान्य वर्ग के ग्रामीण नागरिकों को लिए गए लोन पर 25% तक की सब्सिडी तथा शहरी क्षेत्र के नागरिको को 15% सब्सिडी दी जाती है।

छोटे व्यवसायों के लिए क्रेडिट गारंटी फण्ड ट्रस्ट

भारत सरकार और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक – सिडबी (SIDB ) के द्वारा चलाई जा रही प्राइम मिनिस्टर क्रेडिट गारंटी स्कीम छोटे और मध्यम कारोबारियों को बिना किसी भय के बिजनेस लोन ले सके और अपना बिजनेस बढ़ा सके। इसके लिए इस योजना को लाया गया। यह स्कीम उन कारोबारियों की सुरक्षा प्रदान करती है जो बिजनेस लोन लेकर चुका नही पाते हैं।

59 मिनट में PSB लोन

भारत में अति छोटे, छोटे और मध्यम एंटरप्राइज़ (MSME) के लिए सरकार ने उन लोगों के लिए एक बिज़नस लोन पोर्टल को लॉन्च किया, जो अपने मौजूदा व्यवसाय का विस्तार करना चाहते हैं। इस स्कीम के तहत MSME केवल 59 मिनट में एक लाख से लेकर 5 करोड़ तक का लोन सार्वजनिक और प्राइवेट बैंक और गैर बैंकिंग फाइनेंनशियल कंपनियों (NBFC) से ले सकते हैं।

59 मिनट में PSB लोन एक ऑनलाइन मार्केट है, जहाँ लोग 59 मिनट में बिज़नस लोन के लिए मंजूरी पा सकते हैं। इसकी पहल MSME व्यवसाय को बढ़ाने और बैंक में लोन की प्रक्रिया और लम्बी कतारों को कम करके भारत में स्व-नियोजित व्यवसाय मॉडल को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। अगर लोन को मंजूरी मिल जाती है तो यह 7-8 दिनों में मिल जाता है।

स्टार्ट र्ट – अप इंडिया

सरकार ने बैंकों और NBFC के सहयोग से अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू की, जो गैर कॉर्पोरेट, गैर – कृषि MSMEs को उनके प्रारंभिक या विकास चरण में स्टार्टअप इंडिया ऋण प्रदान करती है। ये लोन नयी कंपनीयो के साथ साथ दूसरो को भी प्रदान किये जाते है। स्टार्ट – अप के लिए बैंकों से बिज़नेस लोन लेना अन्य वित्तीय संस्थानों से लोन लेने की तुलना में ज़्यादा फायदेमंद हो सकता है।

क्योंकि इसमें नए बिज़नस को 3 साल के लिए टैक्स से राहत दी जाती है। निवेशकों से फण्ड लेना स्टार्ट अप के लिए काफी महंगा होते हैं, क्योंकि उन्हें निवेशकों उनके निवेश पर 5 से 10 गुना रिटर्न देना पड़ता है। इसकी तुलना में बैंक लोन की ब्याज दर कम होती है। बैंकों के पास जाना आसान है।

क्रेडिट – गारंटी योजना CLCSS

क्रेडिट गारंटी फंड का मुख्य लक्ष्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम कारोबारियों को बिना कुछ गिरवी रखें बिजनेस लोन उपलब्ध कराना है। इस योजना की खास बात यह है कि इसमें पुराने कारोबार के साथ ही साथ नये बिजनेस को भी लोन प्राप्त करने में ट्रस्ट द्वारा गारंटी दी जाती है।

क्रेडिट लिंक्ड गारंटी सब्सिडी स्कीम

योजना के तहत मंजूर उन्नत तकनीकों को शुरु करने के लिए 15% की पूंजी सब्सिडी उपलब्ध कराते हुए भारत सरकार द्वारा अधिसूचित विशेषीकृत उत्पादों/उप – क्षेत्रों में लघु एवं एसएसआई इकाइयों को तकनीकी उन्नयन की सुविधा प्रदान करने के लिए योजना के तहत अधिकतम पात्र ऋण एक करोड़ रुपये है।

नेशनल स्मॉल इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन सब्सिडी

NSIC 10.50 % से 12.00 % प्रति वर्ष तक MSME को ब्याज दर प्रदान करता है। इसके तहत, NSIC छोटे और मध्यम व्यवसायों को बैंकों से लोन प्राप्त करने में सहायता करता है। MSME लोन पर ली जाने वाली ब्याज दरें एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग – अलग होती हैं। बैंक आमतौर पर 10.50 – 12.00 % प्रति वर्ष ब्याज़ लेते हैं। कुछ महत्वपूर्ण सेक्टर उद्योग की विश्वसनीयता और स्थिरता समेत ब्याज दरों को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

स्टैंड-अप इंडिया स्कीम के तहत लोन कैसे ले

SC / ST श्रेणी के लोगों को प्रमुखता से आर्थिक सहयोग प्रदान करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्टैंड-अप इंडिया योजना शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य प्रत्येक बैंक शाखा में से कम से कम एक SC / ST आवेदक और एक महिला उद्यमी को अपने स्वयं के व्यवसाय को स्थापित करने में सक्षम बनाने के लिए 10 लाख से 1 करोड़ रुपये के बीच लोन देने में मदद करना है। इसका लोन अवधि 7 महीने से 18 महीने तक होता है। ये केवल ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट्स के लिए दिया जाता है।

महिलाओं के लिए सरकारी योजनाओं से मिलने वाली लोन

महिलाओं को रोजगार के लिए प्रेरित करने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसमें बैंकिंग सेक्टर्स भी मदद करते हैं। इसमें महिलाओं को बैंक की ओर से सस्ती दरों पर विशेष ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को अपने स्वयं के व्यवसाय स्थापित करने या मौजूदा बिजनेस का विस्तार करने में मदद करना है।

अन्नपूर्णा स्कीम

अन्नपूर्णा स्किम के तहत महिला उद्यमियों को फूड केटरिंग व्यवसाय के लिए 50,000 तक का लोन प्रदान किया जाता है। राशि का उपयोग बर्तन, कटलरी, गैस कनेक्शन, रेफ्रिजरेटर, मिक्सर सह चक्की, हॉट केस, बर्तन स्टैंड, टिफिन बॉक्स, वर्किंग टेबल, पानी फिल्टर आदि के लिए किया जा सकता है। इस लोन को लेने के लिए एक गारंटर की आवश्यकता होती है। साथ ही व्यवसाय की संपत्तियों को संपार्श्विक के रूप में गिरवी रखना पड़ता है। एक बार मंजूरी मिलने के बाद, इसे 36 मासिक किश्तों में चुकाना होगा। इसका ब्याज दर संबंधित बैंक के आधार पर निर्धारित की जाती है।

भारतीय महिला बैंक बिजनेस लोन

भारतीय महिला बैंक वर्ष 2013 में स्थापित एक सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकिंग कंपनी है । भारतीय महिला बैंक (बीएमबी) ने महिलाओं के लिए आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देने और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक रास्ता तय करने की दृष्टि से शुरू किया। इसमें महिला को 20 करोड़ रुपए तक लोन उनके बिजनेस मॉडल पर मिल सकता है।

मुद्रा लोन

इसमें लोन लिमिट 10 लाख रुपए तक होती है। इसमें बैंक एक मुद्रा कार्ड देती है, जो क्रेडिट कार्ड जैसा होता है, लेकिन इसमें एक बार में लोन लिमिट का दस फीसदी तक निकाल सकती है। अगर एक लाख लिमिट है तो 10 हजार रुपए तक निकाल सकती हैं।

महिला विकास स्कीम

यह उन महिलाओं के लिए है जो किसी बिजनेस में 51 फीसदी से अधिक की शेयर धारक है। इसमें बैंक गारंटी की भी जरूरत नहीं है। व्याज दर में भी छूट मिलती है। इसमें महिला 25 लाख रुपए तक लोन ले सकती है और लोन वापसी का समय भी सात साल का है।

प्रधानमंत्री रोजगार स्कीम

इसमें शहरी और ग्रामीण दोनों ही महिलाओं को लोन दिया जाता है । प्रोजेक्ट की कुल राशि का 15 % सब्सिडी मिलती है । लोन लिमिट 2.5 लाख रुपए तक है । इसमें महिला की अधिकतम उम्र 35 वर्ष होनी चाहिए ।

स्त्री शक्ति पैकेज

यह लोन उन महिलाओं को दिया जाता है, जिनकी किसी भी व्यवसाय में 50 % या उससे अधिक भागीदारी है। स्त्री शक्ति पैकेज विशेष रूप से भारतीय स्टेट बैंक की ओर से दिया जाता है।

देना शक्ति योजना

यह लोन उन महिलाओं के लिए है, जो निर्माण खुदरा व्यापार या छोटे उद्यमों में प्रगति करना चाहती हैं। यह योजना देना बैंक द्वारा प्रदान की जाती है।

सेन्ट कल्याणी योजना

ये लोन 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के लिए हैं। यह सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ओर से दिया जाता है।

बिज़नेस लोन के लिए ज़रूरी दस्तावेज कौन कौन से लगते हैहै?

बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेज भी जमा करने होंगे इसमें आवेदक के KYC दस्तावेज जिसमें हैं, पैन कार्ड पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, यूटिलिटी बिल (बिजली/पानी के बिल), पिछले 1 साल की बैंक स्टेटमेंट अन-सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट, और इसके अलावा बिज़नेस इंकॉर्पोरेशन बैंक के द्वारा माँगा जाने वाला कोई अन्य दस्तावेज लगते है।

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