UDID प्रोजेक्ट क्या है | UDID Project in Hindi
अब दिव्यांगजनों को दिव्यांगता का सर्टिफिकेट ऑनलाइन ही जारी हो सकेगा। अब दफ्तरों से हाथ से लिखे सर्टिफिकेट जारी नहीं किए जाएंगे। इसके लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को एक निर्देश जारी किया है। यह निर्देश भारत सरकार की ओर से दिव्यांगजन आधिकारिता विभाग की ओर से दिया गया है। तो चलिए देखते हैं क्या है UDID प्रोजेक्ट…
UDID Project क्या है?
UDID Project 2016 से लागू किया जा रहा है। दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ने हाल ही में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए केवल UDID पोर्टल का उपयोग करके विकलांगता का प्रमाण पत्र जारी करना अनिवार्य कर दिया है। यह 1 जून, 2021 से लागू हुआ है।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों के लिए एक राष्ट्रीय डाटाबेस तैयार करना है। इसके अलावा, इसका उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों के लिए एक UDID, अर्थात Unique Disability Identity Card जारी करना है।
UDID का अर्थ क्या है?
यूडीआईडी या UDID का अर्थ Unique ID for Persons with Disabilities Project है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों के लिए एक सार्वभौमिक आईडी और विकलांगता प्रमाणपत्र प्रदान करना है।
UDID प्रोजेक्ट का उद्देश्य क्या है?
दिव्यांगजनों के लिए विशिष्ट पहचान पत्र” परियोजना, दिव्यांगजनों के लिए एक राष्ट्रीय डाटाबेस तैयार करने और प्रत्येक दिव्यांगजन को एक विशिष्ट दिव्यांगता पहचान-पत्र जारी करने के उद्देश्य से कार्यान्विन्त की जा रही है। यह प्रोजेक्ट केवल पारदर्शिता, कार्यकुशलता तथा दिव्यांगजनों को सरकारी लाभ प्रदान सुगम करना हीनहीं बनाती है, बल्कि यह सार्वभौमिकता भी सुनिश्चित करती है। यह परियोजना गाँव स्तर से, ब्लाक स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर तक कार्यान्वयन के सभी स्तरों पर लाभार्थी की भौतिक और वित्तीय प्रगति की निगरानी को सुप्रवाही बनाने में भी सहायता करेगी।
UDID प्रोजेक्ट की खास बातें
- देश भर में विकलांग व्यक्तियों के डेटा की ऑनलाइन उपलब्धता के लिए एक केंद्रीकृत वेब एप्लीकेशन।
- विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना और आवेदन पत्र जमा करना
- अस्पतालों द्वारा विकलांगता के प्रतिशत की गणना करने की प्रक्रिया को तेज करना
- विकलांग व्यक्तियों के बारे में जानकारी का ऑनलाइन अपडेशन और नवीनीकरण
योजना में शामिल विकलांगता
इस प्रोजेक्ट में शामिल विकलांग व्यक्ति विकलांग अधिनियम, 1995 पर आधारित हैं। निम्नलिखित विकलांगता इस परियोजना में शामिल हैं:
- मस्तिष्क पक्षाघात (Cerebral Palsy)
- अंधापन (Blindness)
- कम दृष्टि (Low Vision)
- लोकोमोटर विकलांगता (Locomotor Disability)
- कुष्ठ-ठीक (Leprosy-cured)
- मानसिक मंदता (Mental retardation)
- मानसिक बिमारी (Mental Illness)
- सुनने में परेशानी (Hearing Impairment)
UDID परियोजना के लिए एकत्रित किये जाने वाले आंकड़े
- उनके पते सहित व्यक्तिगत विवरण
- रोजगार की विस्तृत जानकारी
- पहचान का विवरण
- विकलांगता विवरण
UDID प्रोजेक्ट के लाभ
- यह प्रोजेक्ट दस्तावेजों की कई प्रतियां बनाने की आवश्यकता को हटा देगी।
- UDID कार्ड सभी आवश्यक विवरणों को कैप्चर करेगा।
- यह भविष्य में विभिन्न लाभों का लाभ उठाने के लिए आवश्यक सत्यापन और पहचान का एकल दस्तावेज होगा।
- यह गांव, ब्लॉक, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर से शुरू होने वाले सभी स्तरों पर लाभार्थियों की वित्तीय प्रगति को ट्रैक करने में मदद करेगा।
आसानी से बनवाएं यूनिक आईडी
www.swavlambancard.gov.in लिंक के माध्यम से कोई दिव्यांगजन आसानी से यूडीआईडी कार्ड बनवा सकता है। यह काम पूरा ऑनलाइन है और इसके लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। प्रमाणपत्र पानी के लिए इस वेबसाइट का सहारा ले सकते हैं। वहां पूछी गई जानकारी देकर दिव्यांगता का प्रमाणपत्र ले सकते हैं। इसके साथ ही किसी का यूडीआईडी कार्ड खो गया है, या रिन्यू कराना है तो उसके लिए भी वेबसाइट की मदद ले सकते हैं। कार्ड बनाने के बाद उसे डाउनलोड करने की सुविधा दी जाती है।