जिलों का गठन राज्यो में कैसे हुआ? कौनसे राज्य में कितने जिले है?

जिलों का गठन राज्यो में कैसे हुआ? कौनसे राज्य में कितने जिले है?

भारत जनसंख्या के दृष्टि से दूसरा और क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का सातवां बड़ा देश है। तो जाहिर सी बात है कि यंहा अनेक राज्य और जिले होंगे। भारत के राज्य के बारे में हम पहले ही जान चुके यही अब आइये देखते है भारत में जिलों का गठन कैसे हुआ? कौनसे राज्य में कितने जिले है? कौनसा जिला कब बना? पूरा विस्तृत जानकारी के साथ।

जिला क्या होता है?

इस आर्टिकल की प्रमुख बातें

जिला भारतीय राज्य या केन्द्र शासित प्रदेश का प्रशासनिक हिस्सा होता है। जिले फिर उप – भागों में या सीधे तालुकों में बंटे होते हैं। जंहा से उस क्षेत्र में कानून व्यवस्था, केंद्र और राज्यों के योजनाओं का परिचालन किया जाता है। अधिकतर जिलों का एक जिला मुख्यालय होता है, जिसका नाम प्राय: जिले के नाम पर ही होता है। अधिकांश जिलों के नाम उनके मुख्यालयों के नामों पर रखे हैं। कुछ के दो नाम भी हैं, एक पारंपरिक नाम और दूसरा मुख्यालय का नाम। क्योंकि अधिकांश जिलों के नाम उसके मुख्यालय शहर के नाम पर हैं, तो उस जिले के नाम के आगे जिला शब्द लगाया जाता है।

जिले का मुख्या कौन होता है?

उप-आयुक्त या जिला अधिकारी, IAS जो प्रशासन और अधीक्षण का प्रभारी होता है। इन्हें जिले का मुख्या भी कहा जाता है। एक जिला एक जिला कलेक्टर द्वारा शासित होता है, जिसे एक जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) के रूप में जाना जाता है। एक डीएम भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) या राज्य सिविल सेवा से एक अधिकारी होता है, और राज्य सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है।

पुलिस अधीक्षक या पुलिस उपायुक्त, भारतीय पुलिस सेवा का अधिकारी, जो विधि – विधान पालन हेतु जिम्मेवार होता है। एक जिला पुलिस अधीक्षक, जिसे पुलिस अधीक्षक के रूप में जाना जाता है, जो जिला पुलिस संगठन का प्रमुख होता है। यह 1861 के पुलिस अधिनियम के अनुसार है, जो पूरे भारत में लागू हैं। पुलिस अधीक्षक भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी होते हैं।

निगम उप-आयुक्त, जो राज्य सिविल सेवा का अधिकारी, जिले के जीवन पर्यावरण के लिये जिम्मेवार होता है।

इनमें से प्रत्येक अधिकारी के अधीन राज्य सरकार की उपयुक्त शाखाओं के अधिकारी होते हैं।

राज्यों में जिलों का गठन कैसे होता है? नया जिला कैसे बनता है ?

जिलों के आकार में जगह-जगह का भारी अंतर होता है कहीं तो कुछ गाँव जोड़कर ही ज़िला बनता है जबकि अन्य स्थानों पर विशाल भूक्षेत्र एक ही जिले में सम्मिलित होते हैं। नये जिले बड़े-बड़े जिलों के कुछ क्षेत्रों को मिलाकर किया जाता है। भारत में हर ज़िला कई तालुकाओं, तहसीलों या प्रखण्डों को जोड़कर बनता है और कई जिलों को जोड़कर एक राज्य बनता है।

भारत का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो लेह अब भारत का सबसे बड़ा जिला बन गया है। हालांकि, लेह का एक हिस्सा पाकिस्तान और एक हिस्सा चीन के कब्जे में है। इसके पहले क्षेत्रफल के मुताबिक भारत का सबसे बड़ा जिला गुजरात का कच्छ होता था। लेकिन भारत के नए नक्शे के अनुसार अब भारत का सबसे बड़ा जिला लेह है। जिला लेह समुद्र तल से 2300 मीटर से 5000 मीटर की ऊंचाई के बीच स्थित है। जिला लेह और 45100 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल के साथ देश के सबसे बड़े जिला है। जिला पश्चिम में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और उत्तर और पूर्वी भाग में चीन और दक्षिण पूर्व में हिमाचल परदेश के लाहुल स्पीति से घिरा है।

भारत का सबसे छोटा जिला कौन सा है?

देश में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा माहे जिला है। भारत के केंद्र शासित राज्य पुदुच्चेरी में बंगाल के खाड़ी पर स्थित यह एक जिला है। माहे जिला का कुल क्षेत्रफल 8.69 वर्ग किलोमीटर है। इसीलिए इस जिला को क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे छोटा जिला है। ये लगभग पूरी तरह केरल से घिरा हुआ है। यंहा के लोग मलायम और फ्रंसीसी बोलते है।

भारत में जनसंख्या के दृष्टि से सबसे बड़ा जिला कौनसा है?

जनसंख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा जिला ठाणे है जो कि महाराष्ट्र में स्थित है। ठाणे की कुल जनसंख्या 2011 जनगणना के अनुसार 1.11 करोड़ है।

भारत में सबसे कम जनसंख्या वाला जिला कौन सा है?

ऊपरी दिबांग घाटी ज़िला भारत के अरुणाचल प्रदेश राज्य का एक ज़िला है। जिले का मुख्यालय अनिनी शहर है। यह भारत की सबसे कम जनसंख्या वाला जिला है। 9129 वर्ग किमी. में फैले इस जिले की कुल जनसंख्या 2011 जनगणना के अनुसार 7948 है। जो भारत की सबसे कम आबादी वाला जिला है।

वर्तमान में भारत मे कितने जिले हैं?

भारत मे वर्तमान में कुल 765 जिले है जिनमे 720 राज्यों का है और बाकी 45 जिले भारत के केंद्र शासित राज्यो में है। लेकिन समय समय मे इसमें बदलाव होते रहता हैं क्योंकि नए नए जिलों का गठन सरकारों द्वारा किया जाता है।

कौन से राज्य में कितने जिले हैं? राज्यों में जिलों का गठन कैसे हुआ? देखे पूरी सूची विस्तृत जानकारी के साथ…

वर्तमान में भारत के 28 राज्यों में कुल 720 जिले है। इन जिलों गठन किस प्रकार हुआ है। कौन से राज्य में कितना जिला है और कौनसा जिला कब बना आइये देखते है विस्तार से भारत के राज्यों में जिलों का गठन कैसे हुआ? कौनसे राज्य में कितने जिले है?

जिलों का गठन

1. राजस्थान – 33 जिले

राजस्थान का क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला जैसलमेर ( 38401 वर्ग कि.मी. ) है जो भारत का तीसरा बड़ा जिला है। राज्य में 2008 के बाद से एक भी नया जिला नहीं बना है। 26 जनवरी 2008 को सरकार ने प्रतापगढ़ को नया और आखिरी जिला बनाया था। राजस्थान के जैसलमेर जिले को सात दिशाओं वाले बहुभुज की संज्ञा दि है। राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवंम्बर 1956 को आया। इस समय राजस्थान में कुल 26 जिले थे।

27 वां जिला धौलपुर 15 अप्रैल, 1982, को भरतपुर से अलग होकर नया जिला बना। 28 वां जिला बांरा 10 अप्रैल, 1991, को कोटा से अलग होकर नया जिला बना। 29 वां जिला दौसा 10 अप्रैल, 1991, को जयपुर से अलग होकर नया जिला बना। 30 वां जिला राजसंमद 10 अप्रैल, 1991, को उदयपुर से अलग होकर नया जिला बना। 31 वां जिला हनुमानगढ़ 12 जुलाई, 1994, को श्री गंगानगर से अलग होकर नया जिला बना। 32 वां जिला करौली 19 जुलाई 1997, को सवाई माधोपुर से अलग होकर नया जिला बना। 33 वां जिला प्रतापगढ़ 26 जनवरी 2008, यह तीन जिलों से अलग होकर नया जिला बना।

2. महाराष्ट्र – 36 जिले

महाराष्ट्र 1 मई 1960 को भारत का राज्य बनाया गया था। भारत के दक्षिण मध्य में बसा महाराष्ट्र राज्य में गठन के समय 26 जिले थे, लेकिन प्रशासनिक सुविधाओं और भौगोलिक स्थिति को देखते हुए समय समय पर राज्य में और 10 नए जिलों का निर्माण किया गया है। वर्तमान के महाराष्ट्र में 36 जिले है। इन जिलों को छह प्रशासनिक विभागों में विभाजित किया गया है।

क्षेत्रफल की दृष्टि से महाराष्ट्र का सबसे बड़ा जिला पुणे है। जिसका कुल क्षेत्रफल 15,642 है। जबकि सबसे छोटा जिला मुंबई शहर है। इसका कुल क्षेत्रफल 69 वर्ग किलोमीटर है। जनसंख्या के आधार पर महाराष्ट्र का सबसे बड़ा जिला ठाणे है। जिसकी कुल जनसंख्या 1.11 करोड़ है। जबकि जनसंख्या की दृष्टि से महाराष्ट्र का सबसे छोटा जिला अकोला जिला है।

3. नागालैंड – 15 जिले

भारत की आजादी के दौरान नागालैंड असम के अंतर्गत था। जब 1 दिसम्बर 1963 को भारत का 16 राज्य बना तब नागालैंड में कुल 12 जिलों का गठन किया गया था। लेकिन नागालैंड सरकार ने 18 दिसंबर, 2021 को तीन नए जिलों त्सेमिन्यु (Tseminyu), नुइलैंड (Nuiland) और चुमुकेदिमा (Chumukedima) का गठन किया है। जिससे राज्य में अब कुल 15 जिले हो गए हैं।

त्सेमिन्यु जिला कोहिमा को विभाजित करके बनाया गया है, जबकि नुइलैंड और चुमुकेदिमा को दीमापुर जिले से अलग किया गया है। त्सेमिन्यू नागालैंड का 13 वां जिला बन गया, जबकि नुइलैंड और चुमुकेदिमा क्रमशः 14 वें और 15 वें जिले बन गए हैं। राज्य में तुएनसांग सबसे बड़ा ज़िला है। नए जिलों के गठन के पहले दीमापुर नागालैंड के सबसे बड़ा जनसंख्या वाला जिला था।

4. मणिपुर – 16 जिले

मणिपुर भारत का एक पूर्वोत्तर राज्य है। मणिपुरी को एक संवेदनशील सीमावर्ती राज्य माना जाता है। राज्य के गठन के समय यंहा 9 जिलों का भी गठन किया गया था। लेकिन बाद में मणिपुर में 7 और नए जिलों का गठन किया गया है। जिससे यंहा जिलों की संख्या कुल 16 हो गया। 7 नए जिले कांगपोकपी, तेंगनुपाल, फेरजॉल, नोनी, कामजोंग, जिरिबाम और काकचिंग हैं।

5. पश्चमी बंगाल – 23 जिले

1947 में, जब भारत को स्वतंत्रता मिली, तो 14 जिलों के साथ पश्चिम बंगाल राज्य का गठन किया गया था। उसके बाद कोच बिहार 26 जनवरी 1950 को एक जिले के रूप में शामिल हुआ, और पूर्व फ्रांसीसी एन्क्लेव चंदनागोर 1954 में हुगली जिले के हिस्से के रूप में शामिल हुए। बाद में पश्चिम दिनाजपुर, 24 परगना और मिदनापुर जैसे बड़े जिलों को विभाजित कर दिया गया। जिसमें नवगठित अलीपुरद्वार जिला 25 जून 2014 को, कलिम्पोंग जिला 14 फरवरी 2017 को, झारग्राम जिला 4 अप्रैल 2017 को गठित किया। फिर पूर्व बर्धमान जिले और पश्चिम बर्धमान जिले में 7 अप्रैल 2017 को गठित हुआ। इस प्रकार पश्चिम बंगाल में अभी 23 जिला है।

6. तेलंगाना – 33 जिले

तेलंगाना भारत के आन्ध्र प्रदेश राज्य से अलग होकर भारत का 29 वाँ राज्य बना। राज्य के गठन के समय, तेलंगाना में आंध्र प्रदेश के 23 ज़िलों में से 10 ज़िले आये थे। जिसमे हैदराबाद, अदिलाबाद, खम्मम, करीमनगर, महबूबनगर, मेडक, नलगोंडा, निजामाबाद, रंगारेड्डी और वारंगल शामिल है। अक्तूबर 2016 में नये इन 10 जिलो को पुनर्गठित किया और इनमें से 21 नये ज़िले बनाकर राज्य में कुल ज़िलों की संख्या 31 कर दी। फिर 17 फरवरी 2019 को 2 नए जिले बनाए गए और तेलंगाना में 33 जिलों का गठन हो गया।

7. आसाम – 35 जिले

असम भारत का एक सीमान्त राज्य है। 1947 में आजादी से पहले असम में 13 जिले थे। स्वतंत्रता के दौरान और बाद में 1972 तक कई समावेश और बहिष्कार के बाद, असम ने अपने प्रमुख 7 जिलों के साथ वर्तमान आकार का गठन किया। 17 नवंबर 1951 को , संयुक्त मिकिर और उत्तरी कछार हिल्स, 2 फरवरी 1970 को मिकिर हिल्स (कार्बी आंगलोंग), जिला, 1976 में डिब्रूगढ़ जिले, 1983 में बारपेटा जिला, सोनितपुर जिला, जोरहाट जिला, धुबरी जिला, कोकराझार जिला और करीमगंज जिला, 15 अगस्त 1987 को गोलाघाट जिला, 1989 में हैलाकांडी जिला, मारीगांव जिला, बोंगाईगांव जिला, तिनसुकिया जिला और धेमाजी जिला का गठन हुआ।

3 फरवरी 2003 को कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिला, 1 जून 2004 को बक्सा जिला, 4 जून 2004 को चिरांग जिला और 14 जून 2004 को उदलगुरी जिला का गठन किया। फिर 15 अगस्त 2015 में पांच नए जिलों का गठन किया गया जिसमे बिश्वनाथ, चराईदेव, होजई, दक्षिण सलमारा-मनकाचर और पश्चिम कार्बी आंगलोंग शामिल है। फिर 27 जून 2016 को माजुली को भी जिला घोषित किया गया। यह भारत का पहला नदी द्वीप जिला है। फिर 8 अगस्त 2020 को बजली जिले का गठन हुआ। 26 जनवरी 2022 में असम सरकार ने फिर एक नए जिले के गठन को दी मंजूरी है। इस जिले को तामूलपुर के नाम से जाना जाएगा।

8. त्रिपुरा – 08 जिले

भारतीय राज्य त्रिपुरा बांग्लादेश और भारतीय राज्यों असम और मिजोरम के साथ सीमा करता है । भारत में तीसरा सबसे छोटा राज्य त्रिपुरा का जब गठन किया गया तो चार जिलों में विभाजित किया गया था, लेकिन 21 जनवरी 2012 से राज्य में कुल आठ जिलों को बनाकर चार और नए जिलों को विभाजित किया गया जिसके फलस्वरूप चार नए जिले खोवाई, उनाकोटी, सिपाहीजाला और गोमती अस्तित्व में आया। इसप्रकार यंहा जिलों की संख्या कुल 8 हो गया।

9. मध्यप्रदेश – 55 जिले

स्वतंत्रता के बाद जब मध्यप्रदेश राज्य का गठन किया गया तब 1956 में कुल जिले 43 थे। फिर 1972 में 2 जिले भोपाल और राजनांदगांव बनाये गए। फिर 1998 में 16 नए जिले बनाए गए जिनसे मध्यप्रदेश में कुल जिलों की संख्या 61 हो गई। लेकिन 2000 में मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाया गया तब 16 जिले छत्तीसगढ़ में चला गया। इस प्रकार मध्यप्रदेश में जिलों कि संख्या पुनः 45 हो गई।

2003 में फिर 3 नए जिले अनूपपुर, बुरहानपुर, अशोकनगर के रूप में बनाया गया। 2008 में 2 नए जिले अलीराजपुर और सिंगरोली, 16 अगस्त 2013 में आगर मालवा, 1 अक्टूबर 2018 में निवाड़ी, 18 मार्च 2020 को 3 नए जिलों मैहर, नागदा और चाचौड़ा का गठन किया गया। इस प्रकार मध्यप्रदेश में वर्तमान में कुल 55 जिले और 10 संभाग है।

10. तमिलनाडु – 38 जिले

मद्रास राज्य का गठन 1 नवंबर 1956 को मद्रास प्रेसीडेंसी के 13 दक्षिणी जिलों के साथ हुआ था। फिर 2 अक्टूबर 1966 को, धर्मपुरी जिले, 14 जनवरी 1974 को, पुदुक्कोट्टई जिले, 31 अगस्त 1979 को इरोड जिले, 8 मार्च 1985 को शिवगंगा और विरुधुनगर और 15 सितंबर 1985 को डिंडीगुल जिले एंव 20 अक्टूबर 1986 को थूथुकुडी, 30 सितंबर 1989 को तिरुवन्नामलाई और वेल्लोर जिले, 18 अक्टूबर 1991 को नागापट्टिनम, 30 सितंबर 1993 को कुड्डालोर और विलुप्पुरम जिले का गठन किया गया।

फिर 30 सितंबर 1995 को करूर और पेरम्बलुर जिले, 25 जुलाई 1996 को थेनी जिले, 1 जनवरी 1997 को तिरुवरूर, नमक्कल जिले, और 1 जुलाई 1997 को कांचीपुरम और तिरुवल्लूर, 9 फरवरी 2004 को कृष्णागिरी जिले, 19 नवंबर 2007 को अरियालुर जिले, 24 अक्टूबर 2009 को तिरुपुर जिले, 22 नवंबर 2019 को तेनकासी जिले, 26 नवंबर 2019 को कल्लाकुरिची जिले, 29 नवंबर 2019 को तिरुपत्तूर और रानीपेट जिले, 30 नवंबर 2019 को चेंगलपट्टू जिले, 24 मार्च 2020 को मयिलादुथुराई जिले का गठन किया गया।

11. गुजरात – 33 जिले

1960 में राज्य के गठन के समय कुल 17 जिलों के साथ गुजरात राज्य का गठन किया गया था। जिसमे अहमदाबाद, अमरेली, बनासकांठा, भरूच, भावनगर, डांग, जामनगर, जूनागढ़, खेड़ा, कच्छ, मेहसाणा, पंचमहल, राजकोट, साबरकांठा, सूरत सुरेंद्रनगर और वडोदरा शामिल था। फिर 1964 में गांधीनगर, 1966 में वलसाड और 2 अक्टूबर 1997 को पांच नए जिले आनंद, दाहोद, नर्मदा, नवसारी, पोरबंदर जिलों का गठन किया गया।

फिर 2000 में पाटन जिला, 2 अक्टूबर 2007 में तापी और फिर 15 अगस्त 2013 को सात नए जिले अरावली, बोटाद, छोटा उदयपुर, देवभूमि द्वारका, महिसागर, मोरबी तथा गिर सोमनाथ जिलों का गठन किया गयाथा। इस प्रकार गुजरात मे 33 जिले है। कच्छ गुजरात का सबसे बड़ा जिला है जबकि डांग सबसे छोटा जिला है। अहमदाबाद सबसे अधिक आबादी वाला जिला है जबकि डांग सबसे कम है

12. सिक्किम – 06 जिले

आजादी के बाद जब 1975 में सिक्किम के रियासतों का जब भारतमें विलय हुआ और एक राज्य के रूप में गठन हुआ तो उस समय सिक्किम में चार जिले थे जिनमें उत्तर सिक्किम जिला (मंगन) दक्षिण सिक्किम जिला (नाम्ची) पूर्व सिक्किम जिला (गान्तोक) पश्चिम सिक्किम जिला (गेजिंग) शामिल था। लेकिन 21 दिसंबर, 2021 को सिक्किम सरकार ने 2 नए जिलों के गठन के साथ-साथ मौजूदा 4 जिलों के नाम बदलने की घोषणा की। उत्तरी सिक्किम जिले को अब मंगन कहा जाएगा, पश्चिम सिक्किम जिला ग्यालशिंग होगा, पूर्वी सिक्किम जिला अब गंगटोक जिला होगा और दक्षिण सिक्किम नामची जिला होगा। इस प्रकार छह जिले गंगटोक, मंगनी, नामचि, गेजिंग, पाक्योंग और सोरेन्ग होगा।

13. आंध्रप्रदेश – 26 जिले

आंध्र प्रदेश के गठन के समय 11 जिले थे। फिर बाद में कुछ और जिलों का गठन कर नए जिले बनाये जिससे जिलों की संख्या 23 हो गया। लेकिन जब आंधप्रदेश से तेलंगाना राज्य बना तो सिर्फ 13 जिले बच गए। लेकिन आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा 4 अप्रैल 2022 को 13 और से नए जिलों का गठन किया। जिससे जिलों की संख्या 26 हो गया। जिसमे प्रकाशम क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला है, जबकि विशाखापत्तनम सबसे छोटा जिला है। कुरनूल सबसे अधिक आबादी वाला जिला है जबकि अल्लूरी सीताराम राजू सबसे कम आबादी वाला जिला है।

14. उत्तरप्रदेश – 75 जिले

भारत के सबसे बड़ा जनसंख्या वाला राज्य उत्तरप्रदेश जिलों की संख्या में भी सबसे बड़ा है। राज्य के गठन के बाद उत्तरप्रदेश में 70 जिले थे लेकिन बाद में 13 और जिलों का गठन किया गया था जिससे जिलों की संख्या 83 हो गया। लेकिन 2000 में उत्तरप्रदेश से उत्तराखंड के रूप में अलग राज्य बनाया गया तो फिर 13 उत्तराखंड में चल गया और फिर 70 जिले हो गये। फिर सरकार द्वारा 5 और नए जिलों का गठन किया गया जिससे यंहा जिलों की संख्या 75 हो गया। लखीमपुरखीरी उत्तरप्रदेश की सबसे बड़ा जिला है।

15. पंजाब – 23 जिले

1966 में जब आज का पंजाब राज्य बनाया गया था अर्थात पंजाब से जब हरियाणा और हिमाचल प्रदेश अलग राज्य बना तो उस समय राज्य में 11 जिले था। फिर एक नए जिला मलेरकोटला, जिसे जून 2021 में संगरूर जिले से अलग कर गठन किया गया और इस प्रकार पंजाब में कुल जिलों की संख्या 23 हो गया। जनगणना 2011 के अनुसार पंजाब का सबसे बड़ा जिला लुधियाना क्षेत्रफल और जनसंख्या दोनों के हिसाब से पंजाब का सबसे बड़ा जिला है। होशियारपुर जिले में साक्षरता दर सबसे अधिक है। पठानकोट क्षेत्रफल की दृष्टि से पंजाब का सबसे छोटा जिला है और जनसंख्या के अनुसार बरनाला पंजाब का सबसे छोटा जिला है।

16. कर्नाटक – 31 जिले

1 नवंबर 1956 को राज्य पुनर्गठन अधिनियम के माध्यम से पहले 19 जिलों के साथ कर्नाटक राज्य की स्थापना किया गया था। उस समय ये मैसूर प्रेसिडेंट के नाम से था। 1973 में मैसूर राज्य का नाम बदलकर कर्नाटक कर दिया गया। फिर 1986 में बंगलौर ग्रामीण जिले, 2007 में चिकबल्लापुर और रामनगर, 2009 यादगीर जिले, और 2020 में विजयनगर जिले का गठन किया गया। इस प्रकार वर्तमान में कर्नाटक में 31 जिले है।

17. मेघालय – 11 जिले

21 जनवरी 1972 को मेघालय राज्य का गठन असम राज्य के 2 जिलों जयंतिया हिल्स और संगठित गारो तथा खासी हिल्स से हुआ। नया राज्य बनने पर गारो हिल्स तथा खासी हिल्स को अलग जिलों का दर्जा दिया गया। इस प्रकार राज्य में तीन जिले थे। 22 अक्टूबर 1976 को पूर्वी गारो हिल्स जिला और पश्चिमी खासी हिल्स, और 28 अक्टूबर 1976 को खासी हिल्स जिले का विभाजन कर पूर्वी खासी हिल्स जिला और पश्चिमी खासी हिल्स जिले का गठन किया गया।

4 जून 1992 को दक्षिण गारो हिल्स और री-भोई जिले का निर्माण किया गया। 2012 में उत्तर गारो हिल्स और दक्षिण पश्चिम खासी हिल्स जिले का, और दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स जिले का गठन हुआ, और साथ ही जयंतिया हिल्स के विभाजन के बाद 2 नए जिले अस्तित्व में आये, पश्चिम जयंतिया हिल्स जिला और पूर्व जयंतिया हिल्स जिला। इस प्रकार यंहा 11 जिले हो गए।

18. उत्तराखंड – 13 जिले

उत्तराखण्ड जब 1 नवम्बर 2000 को उत्तरप्रदेश से विभाजित होकर एक अलग राज्य बना तो 13 जिलों के साथ बना था। अभी भी वर्तमान में उत्तरखंड में 13 जिले है। लेकिन भविष्य में चार और नए जिलों के गठन का योजना है।

19. गोवा – 02 जिले

गोवा भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के अनुसार चौथा सबसे छोटा राज्य है। पूरी दुनिया में गोवा अपने सुन्दर समुद्र के किनारों और प्रसिद्ध स्थापत्य के लिये जाना जाता है। 19 दिसंबर 1961 में यह भारतीय प्रशासन को सौंपा गया तब गोवा में दो जिलों का गठन किया गया जिसमें उत्तर गोवा जिला और दक्षिण गोवा जिला शामिल है।

20. हरियाणा – 22 जिले

उत्तर भारत में स्थित हरियाणा 1 नवंबर 1966 को जब तत्कालीन पूर्वी पंजाब के विभाजन द्वारा हरियाणा राज्य की स्थापना हुई थी, तब राज्य में 7 जिले थे। फिर भिवानी और सोनीपत 22 दिसम्बर 1972 को, कुरुक्षेत्र 23 जनवरी 1973 को, सिरसा 26 अगस्त 1975 को, फरीदाबाद 15 जुलाई 1979 को, रेवाड़ी, पानीपत, यमुनानगर और कैथल 1 नवम्बर 1989 को, पंचकूला 15 अगस्त 1995 को, झज्जर और फतेहाबा 15 जुलाई 1997 को, नूह (मेवात) 4 अप्रैल 2005 को, पलवल 13 अगस्त 2008 को और चरखी दादरी 4 दिसम्बर 2016 को गठन किया गया था। इस तरह हरियाणा में 22 जिला है।

21. मिजोरम – 11 जिले

मिजोरम पहले 1972 तक असम का हिस्सा था, जब इसे केंद्र शासित प्रदेश के रूप में तराशा गया था। उस वक़्त मिज़ोरम में केवल 3 जिले अइज़ोल, लुंगलेई तथा छिमतुई पुई थे। जब 20 फरवरी 1987 को भारत के 23 वें राज्य के रूप में मिजोरम राज्य के निर्माण की फिर 5 जिलों का और गठन किया गया। फिर कुछ समय बाद 3 और जिलों का गठन किया तो जिलों की संख्या 11 हो गया।

22. अरुणाचल प्रदेश – 25 जिले

अरुणांचल प्रदेश भारत में भौगोलिक दृष्टि से पूर्वोत्तर के राज्यों में यह सबसे बड़ा राज्य है। नए राज्य बनने के बाद 1965 कामेंग, सुबनसिरी, सियांग, लोहित और तिरापा समेत 5 जिलों का गांठ किया गया था। फिर 1980 में निचला सुबनसिरी, ऊपरी सुबनसिरी, लोहित, दिबांग घाटी, पूर्वी सियांग, पश्चिम सियांग, पूर्वी कामेंग, पश्चिम कामेंग, तिरप का गठन हुआ। फिर 1984 में तवांग, 1987 में चांगलांग, 1992 में पापुम पारे, 1994 में अपर सियांग, 2001 में कुरूंग कुमे, निचली दिबांग घाटी, 2004 में अंजाव, 2012 में लॉन्गडिंग, 2014 में नामसाई, 2015 में क्रा दादी, और सिआंगो, 2017 में लोअर सियांग, कमले, 2018 में पक्के-केसांग, लेपा राडा, शि-योमी का गठन किया गया।

23. हिमाचल प्रदेश – 12 जिले

जब 15 अप्रैल 1948 को हिमाचल को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में अलग राज्य बनाया था तो महासू, मंडी, चंबा व सिरमौर चार जिले थे। फिर 1960 में कांगड़ा, लाहुल-स्पीति, कुल्लू व शिमला को जिले बनाये गए। उसके बाद महासू जिले का अस्तित्व खत्म होने पर 1966 में किन्नौर और बिलासपुर जिला बना था। फिर आखिरी बार सितंबर 1972 को हिमाचल में तीन नए जिलों हमीरपुर, ऊना व सोलन का गठन हुआ था। इसके बाद हिमाचल में 12 जिले हो गए। लेकिन चार और नए जिए बनाने के अभी कयास लगाये जा रहे है।

24. केरल – 14 जिले

भारत के पश्चिम में अरब समुद्र तट पर स्थित केरल राज्य को 14 राजस्व जिलों में बांटा गया है। गठन के समय केरल में केवल पाँच जिले थे। मालाबार, त्रिशूर, कोट्टायम, कोल्लम और तिरुवनंतपुरम। फिर 1 जनवरी 1957 को, मालाबार को विभाजन कर कन्नूर, कोझीकोड और पलक्कड़ जिले बनाया गया। फिर अलाप्पुझा जिले को 17 अगस्त 1957 में, एर्नाकुलम जिले को 1 अप्रैल 1958 में, मलप्पुरम जिले को 16 जून 1969 में, इडुक्की जिले को 26 जनवरी 1972 में, वायनाड जिले को 1 नवंबर 1980 में, पठानमथिट्टा जिले को 1 नवंबर 1982 में और कासरगोड जिले को 24 मई 1984 में केरल के जिले के रूप में गठन किया गया था। फिर 1990 में कुछ जिलों का नाम बदलकर अंग्रेजी नामों से बदलकर उनके स्थानीय नाम कर दिया गया।

25. छत्तीसगढ़ – 32 जिले

मध्य प्रदेश से अलग होने के समय छत्तीसगढ़ में मूल रूप से 16 जिले थे। दो नए जिले बीजापुर और नारायणपुर 11 मई 2007 को और 9 नए जिलों को 1 जनवरी, 2012 को बनाया गया जिसमे सुकमा, कोंडागांव, बालोद, बेमेतरा, बलौदा बाजार, गरियाबंद, मुंगेली, सूरजपुर और बलरामपुर हैं। फिर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को 10 फरवरी 2020 को और 15 अगस्त 2021 को चार और नए जिले मनेंद्रगढ़, मानपुर-मोहला, शक्ति और सारंगढ़-बिलाईगढ़ का गठन किया गया।

26. बिहार – 38 जिले

बिहार के गठन से समय पूरे बिहार में कुल 18 जिले थे। बाद में 1981 तक 13 और नए जिले बनाये और 31 हो गया। इसके बाद 1991 में और नए जिले बनाये और जिलों की कुल संख्या 55 तक जा पहुंची। लेकिन जब 15 नवम्बर 2000 को बिहार से झारखंड राज्य का विभाजन हुआ तो 18 जिले झाड़खंड में चल गया और बिहार में कुल जिलों की संख्या 37 हो गई। फिर आखिरी बार अगस्त 2001 में एक नए जिला अरवल बनाया गया जिससे जिलों की संख्या 38 हो गया। अभी चार और नए जिले बनाने के कयास लगाए जा रहे है।

27. झारखण्ड – 24 जिले

झारखंड गठन के समय नवम्बर 2000 में राज्य में 18 जिले थे। फिर 2001 में लातेहार, सरायकेला-खरसावां, जामताड़ा और सिमडेगा को जिला बनाया गया। उसके बाद 2007 में दो और नए जिले खूंटी और रामगढ़ का गठन किया गया। इस प्रकार झाड़खंड में जिलों की संख्या 24 हो गया।

28. उड़ीसा – 30 जिले

भारत के पूर्वी तट पर स्थित ओडिशा राज्य के गठन से अबतक 30 प्रसाशनिक जिलों में बांटा गया है।

भारत के केंद्र शासित राज्यों में जिलों का गठन कैसे और कब हुआ?

जिलों का गठन

1. अंडमान व निकोबार – 03 जिले

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है जिसमें 572 द्वीप हैं, जिनमें से 37 द्वीपों में लोग बसे हुए हैं। 1 अगस्त 1974 को, निकोबार द्वीपों को एक अन्य राजस्व जिले में विभाजित किया गया था। फिर जब 1 नवम्बर 1956 को भारत के एक केंद्र शासित प्रदेश बना उसके बाद अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को तीन जिलों में बांटा गया, जिसमे उत्तर और मध्य अंडमान (मुख्यालय – मायाबंदर), दक्षिण अंडमान (मुख्यालय – पोर्ट ब्लेयर) और निकोबार (मुख्यालय – कार निकोबार) शामिल है।

2. चंडीगढ़ – 01 जिला

चंडीगढ़ भारत का एक शहर, जिला और केंद्र शासित प्रदेश है जो पंजाब और हरियाणा के दो पड़ोसी राज्यों की संयुक्त राजधानी के रूप में कार्य करता है। यंहा सिर्फ एक ही जिला है जिसका नाम चंडीगढ़ है, जिसका गठन 1966 में चंडीगढ़ के केंद्र शासित प्रदेश बनने पर किया गया था।

3. दादर व नगर हवेली & दमन व द्वीप – 03 जिले

दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव पश्चिमी भारत में स्थित एक केंद्रशासित प्रदेश है जिसकी स्थापना पहले के दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव के विलय द्वारा हुई। यह 26 जनवरी 2020 से अस्तित्व में आया। इसकी राजधानी दमन में स्थित है। विलय के बाद यंहा तीन जिले दादरा और नगर हवेली, दमन और तीसरा दीव को जिले के रूप में गठन किया गया।

4. लक्षद्वीप 01 जिला

लक्षद्वीप भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है जो अरब सागर में 36 द्वीपों का एक द्वीपसमूह है, हालांकि एक द्वीप डूब जाने के बाद अब 35 ही शेष रह गया है। लक्षद्वीप एक एकल भारतीय जिले का गठन करते हैं, और संविधान के अनुच्छेद 239 के तहत भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त एक प्रशासक द्वारा शासित होते हैं।

5. दिल्ली – 11 जिले

दिल्ली, आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली भारत की राजधानी और एक केंद्र शासित प्रदेश है। 2022 में दिल्ली में कुल 11 राजस्व जिले है। हालाकि कुछ समय पहले दिल्ली में केवल 9 ही जिले थे, लेकिन दिल्ली में 2 नए जिलों को जुड़ा गया, जिनका नाम शहादरा और साउथ ईस्ट रखा गया।

6.पुडुचेरी 04 जिले

पुडुचेरी भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है, जिसमें भौगोलिक रूप से असंबद्ध चार छोटे जिले शामिल हैं। जिसमे पुडुचेरी, करिकल (कराइकल), माहे और यानाओं (यनम) नाम के चार जिले हैं। पुडुचेरी जिले और कराईकल जिले के क्षेत्र तमिलनाडु राज्य से बंधे हैं, जबकि यनम जिले और माहे जिले क्रमशः आंध्र प्रदेश और केरल राज्यों से घिरे हैं।

7. लद्धाख – 02 जिले

अगस्त 2019 में, भारत की संसद ने जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 पारित किया जिसके द्वारा 31 अक्टूबर 2019 को लद्दाख एक केन्द्र शासित प्रदेश बन गया। जिसमे कारगिल और लेह जिला शामिल है। लद्दाख क्षेत्रफल में भारत का सबसे बड़ा केन्द्र शासित प्रदेश है। इसके साथ ही लद्दाख सबसे कम आबादी वाला केन्द्र शासित प्रदेश है।

8. जम्मू-कश्मीर 20 जिले

जम्मू और कश्मीर 5 अगस्त 2019 तक भारत का एक राज्य था जिसे अगस्त 2019 में द्विभाजित कर जम्मू और कश्मीर एवं लद्दाख नमक दो केंद्र शासित प्रदेश के रूप में स्थापित कर दिया गया। जम्मू – कश्मीर राज्य में 1947 में कुल 14 जिले थे, लेकिन 2019 तक इनकी संख्या बढ़ते बढ़ते 28 तक पहुंच गई थी। अब नए केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू – कश्मीर में 20 जिलों को शामिल किया गया है।

इस प्रकार भारत मे वर्तमान में कुल 765 जिले है जिनमे 720 राज्यों का है और बाकी 45 जिले भारत के केंद्र शासित राज्यो में है।

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