भारत के प्रसिद्ध स्थान, भारत के महत्वपूर्ण स्थान, प्रसिद्ध स्थानों की उपनाम

भारत के प्रसिद्ध स्थान और उनके उपनाम

इस आर्टिकल की प्रमुख बातें

भारत एक प्रसिद्ध, ऐतिहासिक और खूबसूरत स्थान हैं। यंहा की रंगबिरंगे संस्कृति परिपूर्ण वातावरण किसी को भी प्रभावित कर सकता हैं। भारत खूबसूरती से भरा पड़ा है। यंहा के प्रसिद्ध स्थानों की सूची बहुत लंबी हैं। जिनमे से कुछ महत्वपूर्ण प्रसिद्ध जगहों की जानकारी आइये इस पोस्ट के माध्यम से देखते हैं।

भारत के प्रसिद्ध स्थान, भारत के महत्वपूर्ण स्थान, प्रसिद्ध स्थानों की उपनाम

1. प्रयागराज – ईश्वर का निवास स्थान

भारत के उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित प्रयागराज हिन्दुओं का प्रसिद्ध तीर्थस्थान है। इसका प्राचीन नाम प्रयाग है। हिन्दू धर्मग्रन्थों में वर्णित भारत के यह प्रसिद्ध स्थल पवित्रतम नदी गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्थित है। यहां सृष्टिकर्ता ब्रह्मा ने सृष्टि कार्य पूर्ण होने के बाद प्रथम यज्ञ किया था। इसी प्रथम यज्ञ के ‘प्र’ और ‘याग’ अर्थात यज्ञ से मिलकर प्रयाग बना और उस स्थान का नाम प्रयाग पड़ा जहाँ भगवान श्री ब्रम्हा जी ने सृष्टि का सबसे पहला यज्ञ सम्पन्न किया था। इस पावन नगरी के अधिष्ठाता भगवान श्री विष्णु स्वयं हैं और वे यहाँ वेणीमाधव रूप में विराजमान हैं। इसीलिए इसे ईश्वर का निवास स्थान कहा जाता हैं।

मुगल काल में, यह कहा जाता है कि मुगल सम्राट अकबर जब 1575 में इस क्षेत्र का दौरा कर रहे थे, तो इस स्थल की सामरिक स्थिति से वह इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने यहाँ एक किले का निर्माण करने का आदेश दे दिया और 1584 के बाद से इसका नाम बदलकर इलाहबास कर दिया जिसका अर्थ है ईश्वर का निवास। फिर बाद में इसका नाम बदलकर इलाहाबाद हो गया।

2. पंजाब – पांच नदियों की भूमि

पंजाब शब्द फ़ारसी के शब्दों पंज अर्थात पांच और आब अर्थात पानी के मेल से बना है जिसका शाब्दिक अर्थ पांच नदियों का क्षेत्र है। यह फ़ारसी शब्द संस्कृत के पञ्चनाद के आधार पर हुआ था जिसका अर्थ वही पांच नदियों का क्षेत्र है। ये पांच नदियां हैं सतलुज, व्यास, रावी, चिनाब और झेलम जिसके कारण पंजाब को पांच नदियों की भूमि कहा जाता है, और शायद यही वजह हैं कि पंजाब पृथ्वी का सर्वाधिक उपजाऊ क्षेत्र रहा है। भारतीय पंजाब को भारत का अन्न-भण्डार भी कहा जाता है। भारतीय पंजाब का आधारभूत ढांचा पूरे भारत में सर्वाधिक बेहतर में से है।

3. महार- सात टापुओं का नगर

भारत के महाराष्ट्र में देश के आर्थिक राजधानी मुंबई भारत के पश्चिमी तट पर 22 पहाड़ीयों तथा उनके साथ 7 हरे भरे द्वीपो का समूह जिसे सात टापुओं का शहर कहा जाता हैं। क्योंकि ये भारत के ये खूबसूरत और प्रसिद्ध शहर सात द्वीप समूहों बम्बई, कोलबा, ओल्ड, वूमेन द्वीप, माहिम, मझगांव, परेल और वर्ली नामक साथ टापुओं से मिलकर बना हैं।

4. पानीपत – बुनकरों का शहर

पानीपत को बुनकरों का शहर इसलिए कहा जाता है क्योंकि वहाँ बहुत सारे डिजाइन बनाने वाले कारीगर हैं साथ ही यहाँ पानीपत शहर भारत में “बुनकरों का शहर” और “कपड़ा शहर” के रूप में प्रसिद्ध है इसलिये इसे बुनकरों का शहर के नाम से जाना जाता है

5. बेंगलुरू – अंतरिक्ष का शहर

भारत के राज्य् कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु शहर की जनसंख्या 84 लाख होने के साथ ही यहाँ भारत का तीसरा सबसे बड़ा शहर है जो की ९०० मीटर की ऊचाई पर स्थित है इसके साथ ही बेगलुरु के साल भर के सुहाने मौसम के कारण भी प्रसिद्ध है देश की प्रायोगिकराज्य् बैंगलोर को व्यापक रूप से “भारत की सिलिकॉन वैली” के रूप मे जाना जाता है

6. कोलकाता – डायमंड हार्बर

डायमंड हार्बर भारत के पश्चिम बंगाल के राज्य् का कोलकाता के दक्षिण परगना जिले मे एक कस्बा है यह हुगली नदी के समीप बसा हुआ है और बहती हुई यहाँ नदी बंगाल की खाड़ी से मिलती है और यह एक पर्यटन स्थल बना जाता है जो देखने मे अद्भुत दिखाई देता है डायमंड हार्बर कहा जाता है

7. बेंगलुरू – इलेक्ट्रॉनिक नगर

भारत के इलेक्ट्रिक सिटी का नाम बेंगलोर है क्योंकि बेंगलोर मे 800 एकड़ मे भारत का एकमात्र इलेक्ट्रानिक पार्क बनया गया इस सिटी को बनाने वाले RK Baliga थे।बंगलुरू में इलेक्ट्रॉनिक और नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेट्रीज जैसे कंपनियां भी है। इसलिए इलेक्ट्रानिक नगर भी कहा जाता है

8. मदुरै – त्योहारों का नगर

इस शहर को अपने प्राचीन मंदिरों के लिये जाना जाता है। इस् शहर् को कूडल मानगर, तुंगानगर, मल्लिगई मानगर के नाम से भी जाने जाते है इस शहर मन को आकर्षित करने वाला है वहा मीनाक्षी मंदिर भी है अर्थात् यही कारण है की मदुरई को प्राचीन मंदिरों का या त्योहारों का नगर कहा जाता है

9. अमृतसर – स्वर्ण मंदिर का शहर

भारत मे चार धर्म है जिसमें एक सिख धर्म है इस धर्म के ही लोग यहाँ रहते है और सिक्खों का सबसे बड़ा गुरूद्वारा स्वर्ण मंदिर अमृतसर में ही है। । स्वर्ण मंदिर अमृतसर का दिल माना जाता है।

10. कोलकाता – महलों का शहर

कोलकाता को 19 वीं शताब्दी के दौरान ब्रिटिश राज द्वारा निर्मित यहा इतने भवन है की संख्या के कारण महलों के शहर के रूप में जाना जाता है। इन इमारतों को आज तक बनाए रखा गया है,

11. लखनऊ – नवाबों का शहर

लखनऊ को ‘नवाबों के शहर’ के नाम से जाना जाता है क्योंकि इस शहर का इतिहास इस शहर को सबसे अलग बनाता है। यहां का रहन सहन, खाना-पानी, तौर तरीके, भाषा, इमारतें-पार्क, पहनावा आदि।

12. जमशेदपुर – इस्पात नगरी

भारत का पहला लौह कारखाना टाटा इस्पात एंड स्टील कंपनी (टिस्को) मौजूद है। सर जमशेदजी टाटा द्वारा बसाया हुआ प्यारा शहर है। जमशेदपुर और बोकारो स्टील सिटी को इस्पात नगर कहा जाता है।

13. मस्तुरी – पर्वतों की रानी

पहाड़ों के बीच बसा मसूरी देश का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है मसूरी को ‘पहाड़ों की रानी’ भी कहा जाता है. मसूरी सौंदर्य, शिक्षा, व्यवसिक् . मसूरी उत्तराखंड की प्रकृति की गोद में बसा हुआ अत्‍यंत मनोरम शहर है।

14. नई दिल्ली – रैलियों का नगर

भारत की राजधानी नई दिल्ली को रैलियों का शहर कहा जाता है। नई दिल्ली का प्रत्येक दिन किसी न किसी बात को ले कर लोग रैली, धरने इत्यादि का आयोजन करते ही रहते हैं। सरकार से विभिन्न मांगों को ले कर भारत के अलग अलग हिस्सों से लोग रैली के लिए दिल्ली में जमा होते हैं। इस कारण इसे रैलियों की राजधानी भी कहा जाता है।

15. मुम्बई – भारत का प्रवेश द्वार

मुम्बई का तट कटा-फटा है जिसके कारण इसका पोताश्रय प्राकृतिक एवं सुरक्षित है। यूरोप, अमेरिका, अफ़्रीका आदि पश्चिमी देशों से जलमार्ग या वायुमार्ग से आनेवाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं, इसलिए मुम्बई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है।

16. कोच्चि – पूर्व का वेनिस

केरल के प्रथम योजनाबद्द तरीके से निर्मित शहरों में से एक, इस शहर में जलमार्ग के कई गलियारे हैं जो वास्तव में एक स्थान से दूसरे स्थान जाने में मदद करते हैं और आपकी यात्रा को यादगार बनाते हैं केरल में पर्यटकों के घूमने के लिए असंख्य जगहें मौजूद है, जिनमे से एक है अलेप्पी, जिसे “पूर्व का वेनिस” भी कहा जाता है।

17. जमशेदपुर – भारत का पिट्सबर्ग

जमशेदपुर को भारत का पिट्सबर्ग कहा जाता है क्योंकि इसमें दुनिया की स्टील बनाने वाली राजधानी के साथ सभी समानताएं हैं। दोनों शहर खनिजों से समृद्ध हैं, जल स्रोत उपलब्ध है जमशेदपुर में जो स्टील बनते हैं जो रास्ता बनाने के लिए या किसी पॉलिस्टर टाइप का जो काम करते हैं।

18. अहमदाबाद – भारत का मैनचेस्टर

कई लोगों को आश्चर्य है कि अहमदाबाद को भारत का मैनचेस्टर क्यों कहा जाता है? अहमदाबाद भारत के सबसे औद्योगिक शहरों में से एक है। अहमदाबाद भारत में कपड़ा मिलों का एक प्रमुख केंद्र है। जिस प्रकार मैनचेस्टर एक औद्योगिक केंद्र है भारत मे अहमदाबाद भी उसी तरह है जिसके कारण अहमदाबाद को भारत का मैनचेस्टर कहा जाता हैं।

19. केरल – मसालों का बगीचा

प्राचीन काल में ही केरल दुनिया भर में मशालों के लिए प्रसिद्धि हैं और भारत मे मसालों के उत्पादन पर एकाधिकार के कारण केरल को ‘भारत का मसालों का बगीचा’ कहा जाता है। केरल कई विदेशी मसालों का एक आकर्षण बन गया और दुनिया के विभिन्न हिस्सों के व्यापारियों को आकर्षित करते हैं।

20. जयपुर – गुलाबी नगर

जयपुर के महाराजा राम सिंह ने मेहमानों के स्वागत के लिए पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंगवा दिया था चुकी हमारा जो गुलाबी रंग है वह मेहमानो के स्वागत को दर्शाता है तभी से जयपुर को गुलाबी नगर के नाम से बुलाया गया आसान से शब्दों मे कहे तो जयपुर शहर पूरी तरह गुलाबी रंग से रंगा हुआ है इसलिए इसे गुलाबी नगर कहते है।

21. पुणे – क्वीन ऑफ डेकन

मुम्बई और पुणे के बीच चलने वाली एक रेल् गाड़ी है। इस रेलगाड़ी को पूना, जिसे ‘डेक्कन क्वीन’ कहकर पुकारा जाता है स्थानीय लोग आज भी इसे प्यार से ‘दक्खन की रानी”कहते हैं।

22. मुम्बई – भारत का हॉलीवुड

मुंबई को भारत का हॉलीवुड कहा जाता है। मुंबई को भारत का हॉलीवुड कहने का कारण यह है कि भारत का फ़िल्म उद्योग पूरी तरह मुंबई में ही आधारित है। भारतीय फिल्म उद्योग विश्व के बड़े फ़िल्म उद्योग में शामिल है इसलिए इसे हॉलीवुड कहते है।

23. श्रीनगर – झीलों का नगर

भारत की जममू कश्मीर स्थित श्रीनगर मे अधिकांश जगहों पर झील पाये जाते है जिससे देखने दूर से लोग आते है इन झीलो कि वजह से इसे झीलो का नगर कहा जाता है।

24. नेतरहाट – पहाड़ी की मल्लिका

छोटानागपुर का स्वर्ग कही जाने वाली पहाड़ों की मल्लिका नेतरहाट झारखंड राज्य में स्थित एक पहाड़ी पर्यटन स्थल है। राज्य की राजधानी रांची से यह करीब 150 किमी की दूरी पर स्थित है। बिशुनपुर से नेतरहाट की दूरी 30 किमी है. नेतरहाट की घाटी 20 किमी लंबी पहाड़ी खूबसूरती से भरा हुआ है जो नेतरहाट की मल्लिका की तरह है जिसके चलते नेतरहाट को पहाड़ी की मल्लिका कहा जाता हैं।

25. छत्तीसगढ़ – धान का डलिया

छ्त्तीसगढ मे धान कि पैदावार अधिकतम होने के करण और पूरे भारत मे छत्तीसगढ से अनाज भेजी जाती है छत्तीसग को धान का कटोरा भी कहा जाता है इस कटोरो में सबसे ज्यादा धान धमतरी से आता है, क्योंकि यहां साल में दो बार धान की खेती होती है।

26. जयपुर – भारत का पेरिस

जयपुर कि स्थापना आमेर के महाराजा जयसिंह ने 1728 मे किया जयपुर मे पुरानी संस्कृति परम्परा लोक भाषा समृद्ध भवन निर्माण- और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यंहा की बनावट पेरिस की तरह ही हैं। जिसके कारण इसे पूर्व का पेरिस/भारत का पेरिस के नाम से जाना जाता है।

27. मेघालय – मेघों का घर

भारत के मेघालय राज्य् जिसे बदलो का घर भी कहते है यह खासी पर्वत का भाग है और यहाँ से शिलाँग शहर का मनोहारी एवं इनकी दृश्य दिखाई देता है। यह एक पर्वतीय शहर है यंहा बादल और पर्वत एक दूसरे में समाय हुए रहते हैं। यंहा बहुत ज्यादा बारिश होता है जिसके कारण हमेशा बादल छाये रहता हैं। इसीलिए इसे बादलों या मेघों का घर कहा जाता हैं।

28. कपूरथला – बगीचों का शहर

जैसलमेर के भाटी राजपूत कबीले द्वारा की गई थी। यह शहर अपनी विशिष्ट वास्तुकला और उद्यानों के कारण पंजाब में एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। पंजाब स्तिथ कपुरथला को बगीचों का शहर कहा जाता है और बैंगलोर (बैंगलुरू) को भारत का बगीचा कहा जाता है ।

29. श्रीनगर – पृथ्वी का स्वर्ग

गुलमर्ग और जम्मू और कश्मीर के मध्य एक हिल स्टेशन है जिसकी सुंदरता कि तारीफ जितनी भी करो कम है इसकी सुंदरता ही ऐसी है की यह देश के प्रमुख पर्यटन स्‍थलों में से एक हैं। इसकी सुंदरता के कारण इसे धरती का स्‍वर्ग भी कहा जाता है।

30. डुंगरपुर – पहाड़ों की नगरी

डूंगरपुर भारत के राजस्थान राज्य के डूंगरपुर ज़िले में स्थित एक नगर है। यहाँ से होकर बहने वाली सोम और माही नदियाँ इसे उदयपुर और बांसवाड़ा से अलग करती हैं। पहाड़ों का नगर कहलाने वाला डूंगरपुर में जीव-जन्तुओं और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियाँ पाई जाती हैं। पहाड़ों की नगरी का सौंदर्य देख अभिभूत हुए झीलों की नगरी भी है।

31. बेंगलुरू – भारत का उद्यान

यहाँ कई छोटी और बड़ी झीलें हैं। यहाँ बहुत सारे तालाब पर्यटक स्थल के लिए प्रसिद्ध हैं, जिनमें से बड़ा तालाब सबसे प्रमुख है। भारत का बगीचा शहर, बैंगलोर उन यात्रियों के लिए एक आदर्श स्थान है, जो प्रकृति से प्यार करते हैं इसलिए भारत का उद्यान कहते है।

32. अहमादाबाद – भारत का बोस्टन्

जिस प्रकार बोस्टन पूरी दुनिया मे कपड़ो के लिए प्रसिद्ध है उसी तरह भारत के अहमदाबाद भी कपड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है जिसके कारण अहमदाबाद को भारत का बोस्टन कहा जाता हैं।

33. अमृतसर – गोल्डन सिटी

अमृतसर मे बहुत् सूंदर सूंदर हवेलियां महल जैन मंदिरो का समूह 12वी से 15वी शताब्दी के बीच बनाया गया इसे गोल्‍डन सिटी ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता है। अमृतसर मे सिख धर्म के गुरुद्वारा भी है जो सोने की है इसलिए इसे गोल्डेन सिटी कहा जाता हैं।

34. मुंबई – सूती वस्त्रों की राजधानी

1854 मे मुंबई मे पहला सूती वस्त्र का कारखाना कावसजी डाबर द्वारा शुरू हुआ था जो देश का सबसे बड़ा और एक सफल कारखाना रहा था इस कारखाना मे सूती वस्त्र बनना 1856 मे शुरू हुआ। दुनियाभर में सबसे ज्यादा सूती वस्त्रों का उत्पादन मुंबई में ही होता हैं। इसलिए मुंबई सूती वस्त्रो की राजधानी कहते है।

35. गंगा – पवित्र नदी

गंगा भारत की जीवन रेखा हैं। युगों युगों से गंगा को मां स्वरूप पवित्र माना जाता है। गंगा का जल अमृत समान होता हैं। गंगा नदी मे कीड़े नहीं पैदा होते गंगा के पानी में प्रचूर मात्रा में गंधक भी होता है, गंगा जल में वातावरण से ऑक्सीजन सोखने की अद्भुत क्षमता है। इसलिए यह लंबे समय तक खराब नहीं होता यही कारण है कि गंगा जल को हिंदू धर्म में इतना पवित्र माना गया है।

36. कोसी – बिहार का शोक

‌कोसि नदी हिमालय् से बहाकर नेपाल की भूमि को चीरती हुई भारत मे बिहार के भीम नगर से प्रवेश करती है। इस नदी से जब बाड़ आने से बिहार में बहुत जनधन की हानि होती है यह नदी अपने भौगोलिक स्वरूप में पिछले 250 वर्षों में 120 किमी का विस्तार कर चुकी है। इस् कारण से इसे ‘बिहार का अभिशाप’ या बिहार का शोक कहा जाता है।

37. गोदावरी – वृद्ध गंगा

भारत के पाश्चिमी महाराष्ट्र के नासिक शहर के समीप बसी स्थित पावन तीर्थ स्थान त्रियम्बकेश्वर के पास से निकलकर लगभग भारत के पूरे दक्षिण क्षेत्र को पार कर आंध्र प्रदेश के शहर से बहती हुई काकीनाडा के निकट यानम के पास बंगाल की खाड़ी में समाहित होने वाली गोदावरी नदी को ही वृद्ध गंगा अथवा दक्षिण गंगा कहा जाता है।

38. दामोदर – पश्चिम बंगाल का शोक

दामोदर पश्चिम बंगाल तथा झारखंड में बहने वाली एक नदी है। पहले दामोदर नदी अपनी बाढ़ों के लिए कुख्यात थी। पश्चिम बंगाल में अक्सर इस नसी के बाढ़ से जन धन की हानी होती रहती थी जिसके कारण इस नदी को पहले बंगाल का शोक कहा जाता था।

39. मलयाला – कोट्टायम की दादी

मलयालम साहित्य की दादी एक लोक अलंकरण है, जो मलयाली कवयित्री बालमणि अम्मा को कहा जाता है। आधुनिक मलयालम की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें मलयालम साहित्य की दादी कहा जाता है।

40. हैदराबाद-सिकंदराबाद – जुड़वाँ नगर

हैदराबाद और सिकंदराबाद दोनों ही आज भारत के प्रमुख प्रसिद्ध जुड़वां शहर हैं। इन दोनों स्थानों की सभ्यता और संस्कृति आज भी एक जैसी है।लेकिन इन दोनों शहरो को हुसैन सागर झील दोनों स्थानों को एक दूसरे से अलग करती है। खान पान और एक जैसी होने के कारण ही जुड़वाँ नगर कहते है

41. अलीगढ़ – ताला नगरी

यह नगर तालों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है, इसलिए इसे तालानगरी के नाम से भी जाना जाता है। अलीगढ़ जिले को पहले कोल क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। ताला नगरी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ को कहा जाता है। क्यूंकि यहां पर विभिन्न प्रकार के ताले मिलते हैं। इसमें आपको जिस प्रकार का ताला चाइए उसी प्रकार का मिलेगा छोटे से छोटे लेकर बड़े से बड़े तक ताला मिलेगा।

42. कानपूर – राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा

भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग, भारत की केन्द्रीय सरकार द्वारा संस्थापित की जानी वाली लंबी दूरी की सड़के है। मुख्यतः यह सड़के 2 पंक्तियो मे बटी है, प्रत्येक दिशा में जाने के लिए एक पंक्ति। भारत के राजमार्गो की कुल दूरी लगभग 4754000 किमी है, जिसमे से केवल 4,885 किमी की सड़को के मध्य पक्का विभाजन बनाया गया है। इसी वजह राष्ट्रीय राजमार्ग् का चौराहा कहा गया है।

43. आगरा – पेठा नगरी

आगरा जहां एक ओर ताजमहल और दुसरी ओर पेठा। आगरा मे पेठा मशहूर है और स्वादिष्ट भी। आगरा आने वाले पर्यटक चाहे विदेशी हों या घरेलू, पेठे का स्वाद लिए बिना अपनी यात्रा को अधूरा मानते हैं जो भी शख़्स आगरा जाता है, तो वहां से इस लज़ीज़ मिठाई को लिए बिना वापस नहीं लौटता। यही वजह है कि आगरा को ‘ताज नगरी’ के साथ साथ ‘पेठा नगरी’ के रूप में भी जाना जाता

44. कोलकाता – भारत का टॉलीवुड

भारतीय सिनेमा के अंतर्गत भारत मे विभिन्न भाषा मे सिनेमा बनी जाती है ।

45 देहरादून – वन नगर

देहरादून उत्तराखंड में स्थित एक खूबसूरत और हराभरा नगर हैं। देहरादून मे इतने घने वन होने के साथ यहाँ हरियाली भी होती है शायद इसीलिए इसे वन नगर कहते है।

46. जोधपुर – सूर्य नगरी

राजस्थान कि सूर्य नगरी जोधपुर के आकर्षण लोकप्रिय है।

47. चित्तौड़गढ़ – राजस्थान का गौरव

चित्तौड़गढ़ के उपनाम राजस्थान का गौरव, खिज्राबाद, शक्ति और भक्ति का नगर आदि नामों से चित्तौड़गढ़ को जाना जाता है।

48. धनबाद – कोयला नगरी

झरिया नामक जगह है जो धनबाद जीले मे स्थित है जो कि झारखंड राज्य् का शहर है इस शहर मे कोयले कि बड़ी बड़ी खदान होने के कारण इसे कोयला नगरी कहा जाता है।

49. वाराणसी – मंदिरों और घाटों का नगर

वाराणसी भारत के उत्तरप्रदेश राज्य का एक प्रसिद्ध नगर जिसे काशी और बनारस् भी कहते है इस नगर को हिन्दू धर्म के पवित्र स्थान तथा अविमुक्त क्षेत्र् भी कहा जाता है यह प्राचीन शहरो मे से एक है बौद्ध एवम जैन धर्म मे भी यह एक महत्वपूर्ण शहर है

50. जयपुर – पूर्व का पेरिस

जयपुर की स्थापना आमेर के महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने की थी। पूर्व का पेरिस जयपुर शहर को कहा जाता है। गुलाबी शहर जयपुर को विशेष रूप से “भारत के पेरिस” के रूप में जाना जाता है। यह राजस्थान की राजधानी है और राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है।

51. गुजरात – सॉल्ट सिटी

गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT सिटी) एक संयुक्त उद्यम कंपनी के माध्यम से गुजरात सरकार द्वारा पदोन्नत एक व्यापारिक जिला है। GIFT सिटी भारत का पहला परिचालन स्मार्ट सिटी और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र है।

52. मधयप्रदेश – सोया प्रदेश

मध्यप्रदेश सोया का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य हैं। मध्यप्रदेश मे अधिकतम साठ फीसदी सोया का उत्पादन होता है जिसके चलते इसे सोया प्रदेश कहते है

53. कर्नाटक – मलय का देश

मलय शब्द का प्रयोग सर्वाधिक मलय पर्वत के लिए होता है जिसे दक्षिण भारत का पर्वत शृंखला का नाम है, यहाँ चन्दन के वृक्ष भी दीर्घ मात्रा मे पाये जाते है मलय ऑस्ट्रिक परिवार कि एक भाषा भी है।

54. कावेरी – दक्षिण भारत की गंगा

कावेरी नदी पश्चिमी घाट के ब्रह्मगिरी पर्वत से निकलकर कर्नाटक और तमिलनाडु मे बहती हुई 800किमी. की लम्बाई तय करती हुई नदी बंगाल की खाड़ी मे जाकर समां जाती है इस नदी को दक्षिण भारत की गंगा भी कहते है।

55. शारदा – काली नदी

काली नदी (शारदा नदी) उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश में बहने वाली प्रमुख नदी है। उत्तराखंड से इसकी लम्बाई 252 किमी की दुरी तय करती हुई यह नदी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चम्पावत से बहती हुई उत्तराखंड और नेपाल मे बार्डर बनाती है शारदा नदी के नाम से जानी जाती है। इसकी जल काली दिखाई देती हैं।

56. नीलगिरी पहाड़ियां – ब्लू माउंटेन

नीलगिरि पर्वत को ब्लू मांउटेन कहते है इनकी चोटियां मैदानी इलाके कि तरह अचानक से ऊपर कि और उठा है जो 1800 से 2400 मीटर कि ऊचाई तक पहुचती है इन्हें अन्नामलाई, पालनी पहाड़ियों (दक्षिण) से अलग करती है।

57. आंध्र प्रदेश – एशिया के अंडों की टोकरी

एशिया के अंडों की टोकरी इसलिए कहा जाता है क्योंकि वहाँ मुर्गी का पालन सर्वाधिक होता है जिससे अंडे भी अधिक होते है और एशिया अंडों की सबसे बड़ा राज्य् है यही कारण है एशिया के अंडों की टोकरी कहते हैं।

58. अजमेर – राजस्थान का हृदय

यह नगर अरावली पर्वतमाला द्वारा घिरा हुआ है इसकी स्थापना अजयपाल ने सातवीं शताब्दी किया था अजमेर राजस्थान का हृदय कहलाता है और यह देश के सबसे प्राचीन नगरों में से एक है। चौहान राजा अजयपाल ने सांभर को छोड़कर अलग से अजमेर बसाया था तब जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर अस्तित्व में नहीं थे।

59. बरेली – सुरमा नगरी

सुरमा नगरी बरेली को क्यों कहा जाता है क्योंकि बरेली का सुरमा विश्व भर में प्रसिद्ध है इसलिए बरेली को सुरमा नगरी कहा जाता है

60. कन्नौज – खुशबुओं का शहर

उत्तर प्रदेश में स्थित कन्नौज शहर का इत्र् उत्पादन करने मे सर्वाधिक है यहाँ भारत का पहला और प्रसिद्ध शहर है जहां इत्र् का उत्पादन होता है इसलिए कन्नौज खुशबुओं का शहर काहा जाता है।

61. गाजीपुर – काशी की बहन

गाजीपुर मे धार्मिक, एवं गंगा घाट की वजह से बनारस की संस्कृति से समानता रखता है और काशी से समानता रखने के कारण ही इसे काशी की छोटी बहन या लहूरी काशी कहते हैं…।

62. देहरादून – लीची नगर

देहरादून जिले में करीब 3 हजा़र 810 हैक्टेयर क्षेत्र में करीब 8हज़ार 500 मीट्रिक टन लीची का उत्पादन होता है. देहरादून की लीची को लेकर एक पहलू ये भी है पूरे भारत मे लिची कि सर्वोत्म् उत्पादन होने के कारण लिची नगर कहते है।

63. माउंट आबू – राजस्थान का शिमला

राजस्थान का शिमला माउंट आबू पूरे भारत मे शिमला और राजस्थान मे माउन्ट आबू खूबसूरत स्थान है। माउंट आबू भारत के राजस्थान राज्य के सिरोही ज़िले में स्थित एक नगर है। यह अरावली पहाड़ियों में स्थित एक हिल स्टेशन है जो एक 22 किमी लम्बे और 9 किमी चौड़े पत्थरीले पठार पर बसा हुआ है।

64. मैसुर् – कर्नाटक का रत्न

कर्नाटक रत्न कर्नाटक का सर्वोच्च नागरिक सम्मान् है यह रत्न् किसी व्यक्ति को उसकी किसी क्षेत्र में असाधारण योगदान हेतु दिया जाता है। मैसूर कर्नाटक की शान हैं।

65. कोच्चि – अरब सागर की रानी

अरब सागर की रानी’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह भारत के पश्चिमी तट पर प्रजातियों के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापार केंद्र था। कोच्चि औपनिवेशिक भारत में यूरोपीय उपनिवेशों में से पहला था। यह एर्नाकुलम जिले का एक हिस्सा है।

66. कश्मीर – भारत का स्विट्जरलैंड

कश्मीर बर्फ से ढका हुआ है यहाँ (मांउटेन) हिमालय पर्वत भी है स्विट्जरलैंड की घाटी हरे – भरे वृक्षों, उत्तम जलवायु तथा अनूठे सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। ठीक उसी प्रकार कश्मीर घाटी सौंदर्य की खान है। यही कारण है कि इसकी तुलना स्विट्जरलैंड के साथ की जाती है

67. मेघालय – पूर्व का स्कॉटलैंड

मेघालय की राजधानी शिलांग को ईस्‍ट का स्कॉटलैंड कहा जाता है क्योंकि यहाँ के वस्तुकल् खान पान मे ब्रिटिश कल्चर की झलक नज़र आती है साथ ही यहाँ बहुत सारे पर्यटक स्थल देखने को मिलते है इसलिए इसे पूर्व का स्कॉटलैंड कहते हैं। ये बहुत ही खूबसूरत जगह है।

68. कानपूर – उत्तर भारत का मैनचेस्टर

भारत के उत्तरप्रदेश राज्‍य के कानपूर जीले मे स्थित एक औध्योगिक् महानगर है यह नगर गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है कानपुर भारत का ऐसा एकमात्र शहर था, जहां सबसे ज़्यादा कपड़ा उत्पादन होता था। देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था में कानपुर का बेहद महत्त्वपूर्ण योगदान हुआ करता था।

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