ठंडी जलधाराऐं कौन कौन से है | Which are the cold currents

प्रमुख ठंडी जलधाराऐं कौन कौन से है | Major Cold Currents

दुनियाभर में कई जल धाराएं हैं, इसमें से कुछ गर्म तो कुछ ठंडी है, और सबका अपना एक अलग महत्व भी हैं। तो चलिए देखते है आज इन्ही धाराओं में से कुछ विश्व के प्रमुख ठंडी जलधाराऐं के बारे में जिसकी वजह से रेगिस्तान जैसे क्षेत्र विकसित होते हैं।

ठंडी जलधाराऐं

जो धाराएँ उच्च अक्षांशों से निम्न अक्षांशों की ओर चलती हैं उन्हें ठंडी जलधाराएँ कहलाती हैं। इन जलधाराओं का तापमान मार्ग में आने वाले जल के तापमान से कम होता है। अतः ये तापमान जिन क्षेत्रों की ओर चलती हैं, वहाँ का तापमान कम कर देती हैं।

महासागर के जल के सतत एवं निर्देष्ट दिशा वाले प्रवाह को महासागरीय धारा कहते हैं। महासागर का जल निरंतर एक नियमित गति से बहता रहता है। पृथ्वी पर रेगिस्तानों का निर्माण जलवायु के परिवर्तन के कारण होता है। उच्च दाब के क्षेत्र एवं ठंडी महासागरीय जलधाराऐं ही वे प्राकृतिक घटनाएं हैं, जिनकी क्रियाओं के फलस्वरूप सैकड़ों वर्षों के बाद रेगिस्तान बनते हैं।

जलधारा कैसे उत्पन्न होती है?

वाष्पीकरण व वर्षा-पृथ्वी तल पर वाष्पीकरण व वर्षा में पर्याप्त भिन्नता पाई जाती है। जहाँ वाष्पीकरण अधिक होता है वहाँ सागर तल नीचा हो जाता है; अत: उच्च-तल के क्षेत्रों से सागरीय जल निम्न जल-तल की ओर प्रवाहित होने लगता है जिससे जलधाराओं की उत्पत्ति हो जाती है।

जल धाराएं क्या हैं ?

  • गर्म महासागरीय धाराएँ – ये धाराएँ भूमध्य रेखा के पास उत्पन्न होती हैं, और ध्रुवों या उच्च अक्षांशों की ओर बढ़ती हैं।
  • ठंडी धाराएँ – ध्रुवों या उच्च अक्षांशों के पास उत्पन्न होती हैं, और उष्णकटिबंधीय या निचले अक्षांशों की ओर बढ़ती हैं। धारा की दिशा और गति तटरेखा और समुद्र तल पर निर्भर करती है।

विश्व की प्रमुख ठंडी जलधाराऐं

ठंडी जलधाराऐं कौन कौन से है | Which are the cold currents

1. हम्बोल्ट की धारा :

यह भूमध्य रेखा की दिशा में बहने वाली एक पूर्वी सीमा धारा है। हम्बोल्ट धारा का नाम जर्मन प्रकृतिवादी अलेक्जेंडर वॉन हंबोल्ट के नाम पर रखा गया है। वॉन हंबोल्ट ने अपनी पुस्तक कॉसमॉस में ठंडे पानी की धारा के मापन की सूचना दी। हम्बोल्ट एक अत्यधिक उत्पादक पारिस्थितिकी तंत्र है। यह दुनिया भर में कुल समुद्री मछली पकड़ने का लगभग 18-20% हिस्सा है।

यह सबसे अधिक उत्पादक पूर्वी सीमा वर्तमान प्रणाली है। हम्बोल्टअत्यधिक उत्पादक पारिस्थितिकी तंत्र माना जाता है। हम्बोल्ट में काफी शीतलन है, हम्बोल्ट जिसे पेरू भी कहा जाता है। उभार सतह पर पोषक तत्वों को लाता है, जो फाइटोप्लांकटन का समर्थन करते हैं। यह एक ठंडी, कम लवणता वाली महासागरीय धारा है। जो दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट के साथ उत्तर की ओर बहती है।

2.लेब्रोडोर की धारा :

यह बैफिन की खाडी तथा डेविस जलडमरुमध्य से प्रारम्भ होकर न्यूफाउण्डलैण्ड तट से होती हुई ग्राण्ड बैंक के पूर्व से गुजरने के बाद 50 डिग्री पश्चिम देशान्तर के पूर्व में गल्फ स्ट्रीम गर्म जल धारा से मिल जाती हैं। लेब्रेडोर धारा अमेरिका का उत्तर – पूर्वी तट के तापमान को कम कर देती हैं। लेब्राडोर धारा अन्ध महासागर में बहने वाली एक ठंडी महासागरीय धारा हैं।

3. ग्रीनलैंड की धारा :

अन्ध महासागर की एक प्रमुख सागरीय धारा हैं।
ग्रीनलैंड महाद्वीपीय मार्जिन के साथ दक्षिण की ओर है। इसका अनुमान 1992 में हॉपकिंस एट अल द्वारा लगाया गया था। यह भी अन्ध महासागर में बहने वाली एक ठंडी महासागरीय में से एक धारा हैं।

4. बेंगुऐला की धारा :

बेंगुएला धारा दक्षिणी अन्ध महासागर मे बहने वाली एक ठंडी महासागरीय धारा में से एक धारा हैं। इस धारा के वजह से नामीब मरुस्थल में घना कोहरा और कुहासा पड़ता है। स्केल्टन कोस्ट पर दुर्घटना ग्रस्त जहाजों के मलबे इस तेज धारा के वजह होता है। यह धारा दक्षिण अफ्रीका के पश्चिमी तट से टकराकर, तट के सहारे उत्तर दिशा में प्रवाहित होती हैं। इस धारा के वजह से पादप प्लवकों की बहुत वृद्धि होती है, जिससे मछलियों, शार्क, हवेल्स आदि प्रचुर मात्रा मिलती है।

5. क्युराइल की धारा :

यह एक ठण्डी जलधारा मैं से एक धारा है, जो उत्तर में कमचटका प्रायद्वीप के तट के समीप बेरिंग जलसंधि से दक्षिण की ओर बहती है। यह धारा भी प्रशान्त महासागर की एक प्रमुख सागरीय धारा हैं।

6. कैलीफ़ोर्निया की धारा :

यह धारा दक्षिणी ब्रिटिश कोलंबिया से शुरू होकर दक्षिणी बाजा कैलिफ़ोर्निया सुर तक समाप्त होता है। यह धारा दक्षिणी की ओर बहने वाली धारा मैं से एक धारा हैं ।कैलीफोर्निया की धारा, प्रशान्त महासागर की एक प्रमुख सागरीय धारा हैं, तथा यह ठंडी जलधारा है। यह धारा भी प्रशान्त महासागर की एक प्रमुख सागरीय धारा हैं।

7. फ़ाकलैंड की धारा :

यह एक ठंडी जलधाराऐं में से एक धारा है, जो पेटागोनिया के अटलांटिक तट के साथ उत्तर की ओर बहती है। इसका नाम फ़ॉकलैंड द्वीप समूह से लिया गया है। फ़ॉकलैंड धारा अंटार्कटिक सर्कम्पोलर धारा की एक शाखा भी है। यह ठंडी धारा अर्जेंटीना सागर में उष्णकटिबंधीय ब्राजील धारा के साथ मिल जाती है, जिससे इसे इसकी समशीतोष्ण जलवायु मिलती है। फ़ॉकलैंड धारा जिसे माल्विनास भी कहा जाता है।

8. आखोस्टक की धारा :

ओखोटस्क धारा, प्रशान्त महासागर की एक प्रमुख सागरीय धारा मैं से एक धारा है। यह एक ठण्डी जलधारा मैं से एक धारा भी है। यह ओखोटस्क धारा दक्षिण दिशा में प्रवाहित होती है। यह धारा भी प्रशान्त महासागर की एक प्रमुख सागरीय धारा हैं।

9. कनारी की धारा :

ये एक ठंडी जलधाराऐं है। इसकी प्रवाहन गति 8 से 30 मील प्रतिदिन होती हैं। यह धारा विशुवतीय जलधारा के साथ मिलकर सरगैसो सागर के सरगैसम के निर्माण में अहम भूमिका का निर्वहन करती है। कनारी धारा, अन्ध महासागर मे बहने वाली एक ठंडी महासागरीय धारा मैं से एक धारा भी है। यह पवन गति द्वारा प्रेरित सताही जलधारा है जो भी उत्तरी अटलांटिक में वृत्ताकार गति करने वाली जलधारा तंत्र का भाग है।

ठंडी जलधाराओं से जुड़े कुछ और महत्वपूर्ण जानकारियां

जलधाराएं कितने प्रकार की होती हैं?

समुद्री धाराएं उष्ण या गर्म (warm) अथवा शीतल या ठंडी (cold) दो प्रकार की होती हैं। गर्म धारा वह होती है जिसके जल का तापमान उसके किनारे के सागरीय जल के तापमान से अधिक होता है। इसके विपरीत ठंडी धारा में जल का तापमान किनारे के सागरीय जल के तापमान से कम होता है।

प्रशांत महासागर की ठंडी जलधारा कौन सी है?

दक्षिण प्रशांत महासागर में दक्षिणी अमेरका के पश्चिमी तट पर दक्षिण से उत्तर की ओर बहने वाली प्रमुख धारा है। यह ठंडी धारा है जिसे पेरू के तट के सहारे प्रवाहित होने के कारण पेरू की धारा कहते हैं। प्रसिद्ध भूगोलवेत्ता हम्बोल्ट ने सर्वप्रथम इसे देखा था तो इसे हम्बोल्ट की धारा के नाम से भी पुकारते हैं।

विश्व की सबसे ठंडी जलधारा कौन सी है?

फाकलैंड की धारा दुनियाभर में सबसे ज्यादा ठंडी जलधारा है।

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