e-rupi क्या है? इसका क्या उपयोग हैं? ये कैसे काम करता हैं?

e-RUPI

e-Rupi एक उदाहरण है कि किस तरह एडवांस टेक्नॉलजी की मदद से 21 वीं सदी में भारत आगे बढ़ रहा है और लोग एक-दूसरे से तकनीक के जरिए जुड़ रहे हैं। शुरुआती चरण में ये योजना देश के हेल्थ सेक्टर से जुड़े बेनिफिट पर लागू की जा रही है। समय के साथ इसमें और भी चीजें जुड़ती चली जाएंगी। तो आखिर ये e-rupi क्या है ? इसके क्या क्या फायदे हैं? इसका उपयोग कौन कौन कर सकता है? इसका कंहा कंहा उपयोग है? आइए देखें कुछ जरूरी और महत्वपूर्ण जानकारियां..

e-rupi क्या है? erupi किसे कहते है

e-rupi एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग – आधारित ई-वाउचर है, जिसे बेनिफिशियरी के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है । इस वन टाइम पेमेंट मैकेनिज्म के यूजर्स , सर्विस प्रोवाइडर पर कार्ड , डिजिटल पेमेंट ऐप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस किए बिना वाउचर को रिडीम कर सकेंगे। इस एकमुश्त भुगतान तंत्र के उपयोगकर्ता ई-आरयूपीआई स्वीकार करने वाले व्यापारियों पर कार्ड, डिजिटल भुगतान ऐप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बिना वाउचर को भुनाने में सक्षम होंगे।

 

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ई-आरयूपीआई को किसी विशिष्ट उद्देश्य या गतिविधि के लिए संगठनों या सरकार द्वारा एसएमएस या क्यूआर कोड के माध्यम से लाभार्थियों के साथ साझा किया जाएगा। यह संपर्क रहित ई-आरयूपीआई आसान, और  सुरक्षित क्योंकि यह लाभार्थियों के विवरण को पूरी तरह गोपनीय रखता है। इस वाउचर के माध्यम से पूरी लेन-देन प्रक्रिया अपेक्षाकृत तेज़ और साथ ही विश्वसनीय है, क्योंकि वाउचर में आवश्यक राशि पहले से ही संग्रहीत है।

erupi का उपयोग कौन कर सकता है?

यह विशिष्ट सेवाओं के लिए एक वाउचर है । इसका उपयोग वह भी कर सकते है , जिनके पास बैंक खाता या डिजिटल भुगतान ऐप या स्मार्टफोन न हो । इन वाउचर का इस्तेमाल ज्यादातर स्वास्थ्य संबंधी भुगतान के लिए किया जाएगा। जबकि कॉरपोरेट सेक्टर अपने कर्मचारियों के लिए इन वाउचर का इस्तेमाल कर सकता हैं ।

कैसे जारी किए जाएंगे ये वाउचर

इस सिस्टम को NPCI द्वारा उसके UPI प्लेटफॉर्म पर डेवलप किया गया है और इसमें बैंकों को शामिल किया गया है जो इन वाउचर्स को जारी करने का काम करेंगी किसी भी कॉर्पोरेट या सरकारी एजेंसी को इसे प्राप्त करने के लिए पार्टनर बैंक्स से कॉन्टैक्ट करना होगा। इसके साथ इस बात की भी जानकारी देनी होगी कि ये किसके लिए और किस उद्देश्य से लिया जा रहा है . बेनिफिशिएरी पहचान उनके मोबाइल नंबर से की जाएगी बैंक द्वार सर्विस प्रोवाइडर को किसी व्यक्ति के नाम का वाउचर सिर्फ उसी व्यक्ति को दिया जाएगा ।

e – RUPI का उपयोग कहां-कहां हो सकता है?

  • इसका इस्तेमाल मदर एंड चाइल्ड वेलफेयर स्कीम ,
  • टीबी इरैडिकेशन प्रोग्राम के तहत दवाओं और न्यूट्रिशनल सपोर्ट।
  • आयुष्मान भारत प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना में।
  • फर्टीलाइजर सब्सिडी के तहत सुविधा देने के लिए किया जा सकता है .
  • प्राइवेट सेक्टर भी अपने कर्मचारियों को वेलफेयर एंड कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी प्रोग्र के तहत डिजिटल वाउचर्स दे सकता है।

 

e-RUPI के फायदे क्या क्या हैं?

  • e-RUPI एक कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस डिजिटल पेमेंट है।
  • e – RUPI सेवा प्रायोजकों और लाभार्थियों को डिजिटल रूप से जोड़ता है।
  • e – RUPI विभिन्न कल्याणकारी सेवाओं की लीक – प्रूफ डिलीवरी सुनिश्चित करता है।
  • e-RUPI एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग – आधारित ई – वाउचर है , जो लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है।
  • e-RUPI बिना किसी भौतिक इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ सेवाओं के प्रायोजकों को जोड़ता है।
  • e – RUPI से बिचौलियों पूरी तरह समाप्त हो जाएगा।
  • कॉरपोरेट्स के लिए लाभ।
  • अस्पतालों के लिए आसान और सुरक्षित लाभ।
  • उपभोक्ता को संपर्क रहित लाभ।

 

e-RUPI की खासियत क्या है?

रुपी बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ सेवाओं के प्रायोजकों को जोड़ता है । इसके तहत यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि लेन देन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए । प्री पेड होने की वजह से सेवा प्रदाता को किसी मध्यस्थ के हस्तक्षेप के बिना ही सही समय पर भुगतान संभव हो जाता है।

e-RUPI को किसने बनाया हैं?

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने वित्तीय सेवा विभाग डीएफएस राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) और सहयोगी बैंकों के सहयोग से एक अभिनव डिजिटल समाधान e-RUPI लॉन्च किया है।

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