प्रमुख जगह के उपनाम | प्रमुख शहरों के उपनाम

विश्व के प्रमुख जगह के उपनाम | Names of major places

पूरा दुनिया अजूबो से भरा पड़ा है। यहां एक से बढ़कर एक शानदार जगह है और सभी का अपना एक अलग पहचान है और इन्ही खूबियों के कारण इसका अपना एक अलग उपनाम भी है। तो चलिए देखते है आज इन्ही शानदार जगहों में से कुछ विश्व के प्रमुख जगह के उपनाम के बारे में विस्तार से।

विश्व के प्रमुख जगह के उपनाम

इस आर्टिकल की प्रमुख बातें

प्रमुख जगह के उपनाम | प्रमुख शहरों के उपनाम

1. सात पहाड़ियों का नगर – रोम

रोम इटली की राजधानी एवं प्राचीन नगर है। जो विश्व के ऐसे जगहों में शुमार है जिसे सात पहाड़ियों का नगर रोम कहा जाता है। रोम नगर की नींव वर्गाकार रोम के रूप में पैलेटाइन पहाड़ी पर रॉमुलस के द्वारा डाली गई थी। रोम की एक विशेषता पहाड़ी ढालों पर इसके चित्ताकर्षक उद्यानों एवं गिरजाघरों की उपस्थिति है। शहर में दृश्य बड़ा ही रमणीक है। इन्ही कारणो से रोम को पहाड़ियों का नगर – कहा जाता है।

2. पोप का शहर – रोम

पोप का शहर रोम को ही कहा जाता है। इसका विस्तार अन्य पहाड़ियों पर, एवं नदी के दोनों ओर, बाद में हुआ हैं। शहर में दृश्य बड़ा ही रमणीक है। नगर में लगभग 300 गिरजाघर कई पुस्तकालय, अजायब घर आदि हैं। रोम नगर पर्यटन का केंद्र भी है।

3.रक्तवर्ण महिला – रोम

रक्तवर्ण महिला – रोम नगर को ही कहा जाता है।
नगर की स्थिति इटली प्रायद्वीप के मध्य में, पश्चिमी तट पर, टाइबर नदी के किनारे, नदी के मुहाने से 17 मील उत्तर – पूर्व में है। विश्वविद्यालय भवन, यूरोप का सुंदरतम अस्पताल, पैलेस ऑव जस्टिस, आदि अन्य प्रसिद्ध भवन हैं। कृषियंत्र, शल्यचिकित्सा संबंधी यंत्र, रासायनिक पदार्थ, नकली रेशम, कलाप्रदर्शन के सामान, फर्नीचर, काँच, गहना एवं चमड़े के समान आदि तैयार करने के कारखाने भी वहाँ हैं।

4.प्राचीन विश्व की साम्रज्ञी – रोम

प्राचीन विश्व की साम्रज्ञी – रोम को ही कहा जाता है। इतिहास में रोम की प्रसिद्ध सात पहाड़ियों के संदर्भों को सुनना आम बात है, क्योंकि वे रोम की नीं, शहर की सीमाओं का मूल चित्रण और समय के साथ सत्ता के एकीकरण के साथ इतने अंतर्निहित हैं। रोमन कैथोलिक धर्म का केंद्र भी है। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

5. पश्चिम का बेबीलोन – रोम

पश्चिम का बेबीलोन – रोम को ही कहा जाता है।
पश्चिमी तट पर, टाइबर नदी के किनारे, नदी के मुहाने से 17 मील उत्तर – पूर्व में रोम है। रोम को सात पहाड़ियों का नगर, पोप का शहर रक्त वर्ण महिला, प्राचीन विश्व की सामग्री, इटरनल सिटि ( होली सिटी ) के उपनामों से भी जाना जाता है।

6. ईटरनल सिटी (होली सिटी) – रोम

ईटरनल सिटी (होली सिटी) – रोम को ही कहा जाता है। वैटिकन नगर को मिलाकर यह रोमन कैथोलिक धर्म का केंद्र भी है। वैसे तो यह इटली की राजधानी है, लेकिन इसके अलावा भी एक और देश है, जिसकी राजधानी भी रोम को ही माना जाता है। इस देश का नाम है वेटिकन सिटी, जिसे दुनिया का सबसे छोटा देश माना जाता है। दो देशों की राजधानी कहलाता है।

7. एंटीलीज का मोती – क्यूबा

क्यूबा को एंटीलीज का मोती के रूप में जाना जाता है। यह सबसे बड़ा शहर है। क्यूबा को उपनामों से भी जाना जाता है। क्यूबा को शुगर बाउल ऑफ़ द वर्ल्ड भी कहा जाता है। क्यूबा सबसे ज्यादा आबादी वाला द्वीप है, जिसमें 11 लाख से ज्यादा लोग निवास करते हैं। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

8. शुगर बाऊल ऑफ द वर्ल्ड – क्यूबा

क्यूबा को शुगर बाउल ऑफ़ द वर्ल्ड के रूप में जाना जाता है। क्यूबा गणतंत्र कैरिबियाई सागर में स्थित एक द्वीपीय देश है। हवाना कूबा की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। कूबा, कैरेबियाई समूह में सबसे ज्यादा आबादी वाला द्वीप है, जिसमें 11 लाख से ज्यादा लोग निवास करते हैं। चीनी के अधिक उत्पादन के कारण, क्यूबा को शुगर बाउल ऑफ़ द वर्ल्ड कहा जाता है। इसे पर्ल ऑफ़ द एंटिल्स के नाम से भी जाना जाता है।

9. गगनचुंबी इमारतों का नगर – न्यूयॉर्क

न्यूयार्क शहर के पांचवें एवेन्यू और पश्चिम 34 वें मार्ग के बीच खड़ी एक 102 मंजिली गगनचुंबी इमारत है। इसका नाम न्यूयॉर्क राज्य के उपनाम से लिया गया है। सन् 1931 में इस इमारत के निर्माण पूर्ण होने से लेकर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टॉवर के 1972 में निर्माण तक चालीस सालों की अवधि में यह दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बनी रही। 541 मीटर ऊँचा ये टावर मैनहैटन की एक प्रमुख इमारत है और पश्चिमी दुनिया की गगनचुंबी इमारतों में सबसे ऊँचा आधुनिकता की प्रतीक और भविष्य की झलक लिए ये इमारत इस शहर के लिए उम्मीद की एक किरण जैसी भी है, इसलिए गगनचुंबी इमारतों का नगर न्यूयार्क को कहा जाता है। न्यूयॉर्क को एम्पायर सिटी और स्काईस्क्रेपर्स के शहर के रूप में जाना जाता है।

10. पर्ल ऑफ दी आरियंट – सिंगापुर

सिंगापुर को ओरियंट कह सकते हैं, क्योंकि सिंगापुर को एक तरह से सहयोग आदेश माना जाता है, जहां पर सभी प्रजातियों के लोग अलग धर्म में विश्वास करने लोग आपसी मेल जोल से रहते हैं। इसलिए इस देश को पर्ल ऑफ दी आरियंट का खिताब दिया गया है।

11. क्वेकट सिटी – फिलाडेल्फिया

क्वेकर सिटी फिलाडेल्फिया नगर क उपनाम से जाना जाता है। फिलाडेल्फिया और कई उपनाम अर्जित किए हैं, जिसमें सिटी ऑफ ब्रदरली लव भी शामिल है। लेकिन इसे क्वेकर सिटी के रूप में भी जाना जाता है। क्वेकर सिटी मर्केंटाइल एक स्वतंत्र विज्ञापन एजेंसी और शराब उद्योग के लिए रणनीति, विपणन, डिजाइन और ब्रांडिंग में विशेषज्ञता वाला डिस्टिलर है। इसकी स्थापना 1989 में स्टीवन ग्रास द्वारा फिलाडेल्फिया, पेनसिल्वेनिया में की गई थी।

12. हवा वाला शहर/गार्डन सिटी – शिकागो

शिकागो अमरीका के इलिना प्रांत का पश्चिम – मध्य में सबसे बड़ा शहर है तीस लाख आबादी वाला यह शहर अमरीका का तीसरा सबसे बड़ी आबादी वाला शहर है। शिकागो को पश्चिम मध्य अमरीका की व्यवसायिक और सांस्कृतिक राजधानी भी कहते हैं। इस शहर की स्थापना 1833 में की गई थी। शिकागो को गार्डन सिटी के नाम से भी जाना जाता है। शिकागो को गार्डन सिटी कहा जाता है, क्योंकि यहां कई खूबसूरत बगीचे मौजूद हैं। यह संसार में गल्ला और मांस की सबसे बड़ी मंडी है । यहाँ विश्व के सबसे अधिक पशु काटे जाते हैं। इसी से इसे विश्व का कसाई खाना कहते हैं।

13. चीन का शोक – ह्वांगहो नदी (पीली नदी)

जिस तरह से भारत में गंगा नदी को मां का दर्जा दिया गया है, वैसे ही चीन में पीली नदी को मां कहा जाता है। पीली नदी को चीन का शोक भी कहा जाता है। ह्वांगहा नदी जिसे पीली नदी भी कहा जाता है, चीन से होकर बहने वाली एक नदी है। लम्बाई के हिसाब से यह विश्व में सातवाँ स्थान रखती है।

14. निरंतर बहने वाले झरनों का शहर – क्विटो (इक्वेडोर)

ईक्वाडोर दक्षिण अमेरिका में स्थित जिसे” निरंतर बहने वाले झरनों का शहर” कहा जाता है । ईक्वाडोर गणराज्य आधिकारिक तौर पर इक्वाडोर गणराज्य, दक्षिण अमेरिका में स्थित एक प्रतिनिधि लोकतांत्रिक गणराज्य है। देश के उत्तर में कोलंबिया, पूर्व और दक्षिण में पेरू और पश्चिम की ओर प्रशांत महासागर स्थित है। भूमध्य रेखा, जिसके आधार पर देश का नाम रखा गया है, इक्वाडोर को दो भागों में विभाजित करती है। इसकी राजधानी क्विटो और सबसे बड़ा शहर गुआयाकिल है।

15. हर्मिट किंगडम – कोरिया

उत्तर कोरिया के पूर्वी एशियाई देश को आमतौर पर एक साधु साम्राज्य का एक प्रमुख उदाहरण माना जाता है, और इस शब्द का इस्तेमाल उस देश का वर्णन करने के लिए किया जाता है। “हर्मिट किंगडम “शब्द का उपयोग किसी भी देश, संगठन या समाज को संदर्भित करने के लिए किया जाता है। 2009 में इसका इस्तेमाल संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा किया गया अलगाववादी ” हर्मिट किंगडम्स ” माने जाने वाले अन्य मौजूदा देशों में तुर्कमेनिस्तान, बेलारूस और इरिट्रिया शामिल हैं।

16. लैंड ऑफ मॉर्निंग काम – कोरिया

लैंड ऑफ मॉर्निंग काम कोरिया 18 से 139 ई . तक कोर – यो वंश का राज्य था जिससे इस देश का नाम कोरिया पड़ा। जापान निवासी इसे चोसे कहते रहे हैं जिसका शाब्दक अर्थ है सुबह की ताज़गी का देश
आधिकारिक तौर पर कोरिया गणराज्य के रूप में जाना जाता है। विशेष रूप से सुबह के समय अपने शांत पहाड़ों, साफ पानी और हरे भरे इलाके को देखते हुए, दक्षिण कोरिया को “सुबह की शांत भूमि” के रूप में जाना जाने लगा। चाओसेन, जिसका अर्थ है सुबह की ताजगी, कोरिया प्रायद्वीप को दी गई उपाधि है।

17. लैंड ऑफ द गोल्डेन फ्लीस – ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया दुनिया का सबसे छोटा महाद्वीप है। क्षेत्रफल की दृष्टि से ऑस्ट्रेलिया विश्व का छठा सबसे बड़ा देश है। ऑस्ट्रेलिया दक्षिणी गोलार्ध में स्थित है। यह हिंद महासागर और प्रशांत महासागर से घिरा हुआ है। ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप को द्वीप महाद्वीप कहा जाता है।ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप को गोल्डन फ्लीस की भूमि के रूप में जाना जाता है। फ्लीस का अर्थ है भेड़ या बकरी का ऊनी आवरण। ऑस्ट्रेलिया को गोल्डन फ्लीस का देश कहा जाता है, क्योंकि यह ऊन का सबसे बड़ा उत्पादक है।

18. लैंड ऑफ कंगारू – ऑस्ट्रेलिया

कंगारू आस्ट्रेलिया में पाया जाने वाला एक स्तनधारी पशु है। यह आस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पशु भी है । कंगारू शाकाहारी, धानीप्राणी जीव हैं, जो स्तनधारियों में अपने ढंग के निराले प्राणी हैं। इन्हें सन् 1773 ई. में कैप्टन कुक ने देखा और तभी से ये सभ्य जगत् के सामने आए। इनकी पिछली टाँगें लंबी और अगली छोटी होती हैं, जिससे ये उछल- उछल कर चलते हैं। पूँछ लंबी और मोटी होती है जो सिरे की ओर पतली होती जाती है। इसी कारन लैंड ऑफ कंगारू – ऑस्ट्रेलिया देश को कहा जाता है। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

19. लैंड ऑफ गोल्डेन वूल – ऑस्ट्रेलिया

ऊन उत्पादन ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख उद्योगों में से एक है। विश्व में उत्पादित होने वाले ऊन का लगभग 25 प्रतिशत ऊन केवल ऑस्ट्रेलिया अकेले ही उत्पादन करता है। इसी कारन से ऑस्ट्रेलिया देश को “लैंड ऑफ द गोल्डन वूल ऑस्ट्रेलिया देश” के नाम से जाना जाता है। ऑस्ट्रेलिया को यह नाम इसके ज़बरदस्त ऊन उत्पादन के लिए दिया जाता है। यहां बड़े स्तर पर भेड़ो से ऊन उत्पादन किया जाता है।

20. लैंड ऑफ थाउजेंड लेक्स – फिनलैंड

फिनलैंड को ही लैंड ऑफ थाउजेंड लेक्स – फिनलैंड कहते हैं। जो कि यह बेहद ही खूबसूरत देश है, जो उत्तरी यूरोप के फेनोस्केनेडियन क्षेत्र में स्थित है। इसके पीछे वजह ये है कि यहां लगभग एक लाख 87 हजार से भी ज्यादा झीलें हैं, जो देश की खूबसूरती में चार चांद लगा देती हैं। इस देश को झीलों का देश भी कहते हैं। इसके पीछे वजह ये है कि यहां लगभग एक लाख 87 हजार से भी ज्यादा झीलें हैं, जो देश की खूबसूरती में चार चांद लगा देती हैं इसके अलावा फिनलैंड से जुड़ी और भी कई रोचक बातें हैं। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

21. लैंड ऑफ मिडनाइट सन – नार्वे

दुनिया में इस जगह सिर्फ 40 मिनट की रात होती
है। इसी कारन लैंड ऑफ मिडनाइट सन नार्वे
देश को कहा जाता है। नॉवें में 40 मिनट की रात 21 जून वाली स्थिति से होती है। इस समय 66 डिग्री उत्तरी अक्षांश से 90 डिग्री उत्तरी अक्षांश तक का धरती का पूरा हिस्सा सूरज की रोशनी में रहता है। जिससे सूरज सिर्फ 40 मिनट के लिए ही डूबता है। यूरोप महाद्वीप में स्थित एक देश है। इसकी राजधानी है ओस्लो। इसकी मुख्य- और राजभाषा है नॉर्वेजियन भाषा। नार्वे एक राजशाही है। इसके क्षेत्राधिकार् में स्कैडीनेवियाई देश है। जिसमें पहाड़, ग्लेशियर और गहरे तटीय क्षेत्र शामिल है। नार्वे की राजधानी ओस्लो है। जो हरे भरे स्थानों और संग्रहालयों का एक शहर है।

22. भूमध्य सागर का द्वार – जिब्राल्टर

जिब्राल्टर औबेरियन प्रायद्वीप और यूरोप के दक्षिणी छोर पर भूमध्य सागर के प्रवेश द्वार पर स्थित एक स्वशासी ब्रिटिश विदेशी क्षेत्र है। 6.843 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश की सीमा उत्तर में स्पेन से मिलती है। जिब्राल्टर ऐतिहासिक रूप से ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के लिए एक महत्वपूर्ण आधार रहा है, भूमध्य सागर यूरोप, अफ्रीका और एशिया के बीच समुद्र भूमध्य सागर अटलांटिक महासागर से संयोजित एक सागर है, भूमध्य बेसिन से घिरा हुआ है।

23. होली लैंड – जेरूसलम (इजराइल)

पश्चिमी एशिया का एक शहर है। भूमध्यसागरीय और मृत सागर के बीच जुडियन पहाड़ों में एक पठार पर स्थित, यह दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है, हस्मोनियन और हेरोडियन शासन के तहत इसे एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी का दर्जा प्राप्त हुआ। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

24. ग्रेनाइट सिटी – एवरडीन (स्कॉटलैंड)

1319 में, रॉबर्ट द ब्रूस द्वारा एबरडीन को राजकीय नगर का दर्जा प्राप्त होने से आर्थिक रूप से शहर पूरी तरह बदल गया। एबरडीन स्कॉटलैंड का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर, स्कॉटलैंड के 32 स्थानीय सरकार परिषद क्षेत्रों में से एक और ब्रिटेन का 29 वां सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। 1970 के दशक में उत्तरी सागर तेल की खोज के बाद से, इसका एक अन्य उपनाम ऑयल कैपिटल ऑफ़ यूरोप या एनर्जी कैपिटल ऑफ़ यूरोप रखा गया।

इसके उपनामों में शामिल हैं ग्रेनाईट सिटी, ग्रे सिटी और सिल्वर सिटी विथ द गोल्डेन सैंड्स मध्य 18 वीं और मध्य 20 वीं सदियों के दौरान, एबरडीन की इमारतों में स्थानीय रूप से उत्खनित ग्रे ग्रेनाइट का समावेश हुआ करता था, जिसके अभ्रक चांदी की तरह चमका करते हैं।

25. एम्राल्ड द्वीप – आयरलैंड

आयरलैंड का क्षेत्रफल 70,282 वर्ग किमी है। इसे एमराल्ड द्वीप भी कहा जाता है। यह ग्रेट ब्रिटेन के पश्चिम में स्थित है। 1920 के दशक में दक्षिणी आयरलैंड आजाद हो गया। इसके बाद यूनाइटेड किंगडम के इस आधुनिक देश का नाम यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन एंड नॉर्दर्न आयरलैंड पड़ा।

26. नील नदी की देन – मिस्र

मिस्र अफ्रीका के उत्तर – पूर्वी भाग में स्थित है। नील नदी इसे फेंकती है और भूमध्य सागर में गिरती है। इसीलिए नील नदी के तट पर निवास संभव हो गया। इस प्रकार, मिस्र की नदी के तट पर एक अनोखी सभ्यता विकसित हुई। इसीलिए इतिहास के पिता हेरोडोटस ने मिस्र को नील का उपहार कहा था। मिस्र के सामाजिक – राजनीतिक – आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन के विकास में योगदान दिया है।

मिस्र का अधिकतर भाग मरुस्थलीय एवं पठारी है, जो कृषि एवं मानव निवास के प्रतिकूल है, परन्तु नील नदी ने कृषि सिंचाई में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। यहाँ नील नदी ही कृषि सिंचाई का एकमात्र साधन है। नील नदी मिस्र के लगभग मध्य से होकर बहती है। मिस्र की प्राचीन सभ्यता के विकास में नील नदी की बड़ी भूमिका है इसलिए इसे मिस्र का वरदान भी कहा जाता है।

27. एम्पायर सिटी – न्यूयॉर्क

एंपायर सिटी न्यूयॉर्क को कहा जाता है, क्योंकि शहर की एंपायर स्टेट बिल्डिंग एक बेहतरीन होमवर्क सेव की तीसरी सबसे बड़ी इमारतें सबसे ऊंची इमारत हाल ही में बने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर है। निवारक से और मैनहट्टन की स्काईलाइन में एंपायर स्टेट बिल्डिंग में खास स्थान है। 34 381 मी. ( 1,250 फीट ) 2001 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की तबाही के बाद के एम्पायर स्टेट बिल्डिंग एक बार फिर न्यूयॉर्क शहर और न्यूयॉर्क राज्य की सबसे ऊंची इमारत बन गई। एम्पायर स्टेट बिल्डिंग अमरीका की दूसरी सबसे बड़ी इमारत और और दुनिया की 5 वीं सबसे बड़ी इमारत है। यह अमरीका की चौंथी सबसे बड़ी स्वतंत्र रूप से खड़ी इमारत है।

28. क्वीन ऑफ एड्रियाटिक – वेनिस (इटली)

यह शहर सांस्कृतिक एवं व्यापारिक केंद्र है।
देश – विदेश से पर्यटक इस स्थान पर आते हैं और इस त्योहार का आनंद लेते हैं। कार्निवाल का प्रारम्भ 5 अक्टूबर से होता है और क्रिसमस तक चलता है। इस त्योहार को विशेष रूप से मनाया जाता है। इस नगर के मकान ठोस धरातल पर नहीं, बल्कि ऐड्रिऐटिक सागर के कछार पर कीचड़ में गहराई तक धँसाए हुए पायों पर रखी जाती है। वेनिस इटली का यह नगर संसार के सुंदरतम नगरों में से एक हैं। यह ऐड्रिऐटिक शहरों की रानी के नाम से विख्यात है।

29. पूर्व का वेनिस/ अरब की रानी – कोच्ची (भारत)

शहर को अरब सागर की रानी के रूप में जाना जाता है। कोच्चि केरल, भारत में शहर कोच्चि, जिसे कोचीन भी कहा जाता था, भारतीय नौसेना के दक्षिणी नौसैनिक कमान का केन्द्र तथा भारतीय तटरक्षक का राज्य मुख्यालय भी इसी शहर में स्थित है। यह कोच्चि महानगरीय क्षेत्र के विस्तार सहित केरल राज्य का सबसे बड़ा शहरी आबादी क्षेत्र है।

भारत के केरल राज्य के एर्नाकुलम जिले में लक्षद्वीप सागर से तटस्थ स्थित एक बड़ा बंदरगाह नगर है। कोच्चि को काफ़ी समय से प्रायः एर्नाकुलम भी कहा जाता है, जिसका अर्थ नगर का मुख्य भूमि भाग इंगित करता है। पूर्व का वेनिस / अरब की रानी – कोच्चि कहा जाता है। कोच्चि एक अनूठा पर्यटन स्थल है।

30. प्लेग्राउंड ऑफ यूरोप – स्विट्जरलैंड

स्विट्जरलैंड को विश्व के ऐतिहासिक देशों में की जाती है। स्विट्ज़रलैंड को ‘प्लेग्राउंड ऑफ़ यूरोप’ कहते है क्योंकि 1870 में एक प्रसिद्ध लेखक लेसली स्टीफन ने स्विट्जरलैंड की अपनी यात्रा के बारे में यूरोप के खेल के मैदान में एक किताब लिखी थी। स्विट्जरलैंड नगर एक पर्यटन का केंद्र भी है। क्योंकि यहां कई खूबसूरत बगीचे मौजूद हैं। शहर में दृश्य बड़ा ही रमणीक है। स्विट्जरलैंड को प्ले ग्राउंड ऑफ़ यूरोप के नाम से भी जाना जाता हैं।

31. सूर्योदय का देश – जापान

जापान एक बड़ा देश है। जापान की राजधानी टोकियो आबादी के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा शहर है। यह दुनिया का दूसरा सबसे महंगा शहर भी है। यहां करीब 3.5 करोड़ लोग रहते हैं। जापान को जापानी भाषा में निहोन या निप्पॉन भी कहा जाता है। जापान को “उगते सूरज का देश “कहा जाता है । यह दुनिया का पहला ऐसा देश है जहां सूरज की किरणें सबसे पहले पड़ती हैं। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

32. लौंड ऑफ थंडरबोल्ट – भूटान

भूटान को ‘द लैंड ऑफ थंडर ड्रैग्न्स’ कहा जाता है। वहीं, इसका नाम द्रक यू है, जिसका मतलब होता है, ड्रैगन का देश। गजब तो यह है कि भूटानी लोग अपने घरों को ‘ड्रक युल’ कहते हैं, जिसका मतलब बर्फीले ड्रैगन का घर है। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

33. सफेद हाथियों का देश – थाईलैंड

सफेद हाथियों की भूमि थाईलैंड देश को कहा जाता है। यहां पर सफेद हाथी शान्ति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। थाईलैंड में सफेद हाथी अधिक पाए जाते हैं और इसकी इसी विशेषता के कारण इसे पूरे दुनिया में सफेद हाथियों की भूमि के नाम से जाना जाता है। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

34. लैंड ऑफ दी थाउजैंड ऐलीफैंट्स – लाओस

लैंड ऑफ दी थाउजैंड ऐलीफैंट्स – लाओस को कहा जाता है। लाओस को हाथियों का देश कहा जाता है। लाओस दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित एक देश है। इसकी सीमाएं उत्तर पश्चिम में म्यान्मार और चीन से, पूर्व में कंबोडिया, दक्षिण में वियतनाम और पश्चिम में थाईलैंड से मिलती है। इसे हजार हाथियो की भूमि भी कहा जाता है। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

35. लिली का देश – कनाडा

कनाडा उत्तरी अमेरिका का एक देश है जिसमें दस प्रान्त और तीन केन्द्र शासित प्रदेश है ।इसकी संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अन्तर्राष्ट्रीय सीमा विश्व की सबसे बड़ी भू – सीमा है। कनाडा कुल क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का दूसरा और भूमि क्षेत्रफल की दृष्टि से दुसरा सबसे बड़ा देश है।

यह महाद्वीप के उत्तरी भाग में स्थित है जो अटलांटिक से प्रशान्त महासागर तक और उत्तर में आर्कटिक महासागर तक फैला हुआ है । लिली का देश कनाडा को कहते है। कनाडा एक विकसित देश है, इसकी प्रति व्यक्ति आय विश्व स्तर पर दसवें स्थान पर हैं साथ ही साथ मानव विकास सूचकांक पर इसकी रैंकिंग नौवें नम्बर पर है।

36. नेवर-नेवर लैंड – प्रेयरीज ऑफ नार्थ

“नेवर नेवर लैंड” प्रेयरीज ऑफ नार्थ को जाना जाता है। उत्तरी क्षेत्र और क्वींसलैंड के अधिक दूरस्थ क्षेत्र अभी भी उस नाम से जाने जाते हैं। यह उतनी ही मनःस्थिति और एक लोक – स्मृति है जो पूर्व – बंदोबस्त जीवन को धूमधाम से याद करती है क्योंकि यह एक सटीक भौगोलिक है। एक वास्तविक स्थान है, 19 वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में, ऑस्ट्रेलिया के निर्जन क्षेत्रों का वर्णन करते हुए, यह नाम पहली बार दर्ज किया गया था फिर सिर्फ ‘नेवर – नेवर’ कहा गया।

37. हैरिंग पोंड – एटलांटिक महासागर

ग्रेट हेरिंग पॉन्ड एक 376-एकड़ (1.5 किमी²) गर्म पानी का तालाब है जो ज्यादातर प्लायमाउथ, मैसाचुसेट्स में स्थित है, जिसका दक्षिणी भाग बॉर्न में फैला हुआ है। तालाब की औसत गहराई 20 फीट (6 मीटर) और अधिकतम गहराई 42 फीट (13 मीटर) है। नीचे रेत, मलबे और कीचड़ से बना है।

38. संसार की छत – पामीर का पठार

“पामीर के पठार “को संसार की छत का जाता है। ये पठार विश्व के सबसे ऊंचे पठारों में से एक है। इसी कारण इसे विश्व की छत कहा जाता है। इस पठार का निर्माण हिमालय, तियन शान, काराकोरम, कुनलुन और हिन्दू कुश शृंखलाओं के संयोग से हुआ है।

पामीर एक गाँठ के रूप में है जहाँ विभिन्न दिशाओं में स्थित पर्वतश्रेणियाँ आकर मिलती हैं। यहाँ से उत्तर की ओर थान शान, पूर्व की ओर कुनलुन और कराकोरम, दक्षिणपूर्व की ओर हिमालय एवं पश्चिम की ओर हिंदूकुश पर्वतश्रेणी जाती है। पठार की औसत ऊँचाई 20.0000 फुट है और घाटियाँ 12.000 से ऊँची है।

अधिकांश भाग पर्वतीय एवं शेष पर घास के मैदान हैं। पामीर का पठार पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कजाकिस्तान, चीन तक फैला हुआ है। इसके अलावा इन्हें इनके चीनी नाम ‘कोंगलिंग’ के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ उगने वाले जंगली प्याज़ के नाम पर इन्हें प्याज़ी पर्वत भी कहा जाता था।

39. गोरों की क्रब – गिनी तट (द. अफ्रीका)

दक्षिण अफ्रीका स्थित गोरों की क्रब – गिनी तट को जाना जाता है। गिनी पश्चिम अफ्रीका के तट के क्षेत्र के लिए पारंपरिक नाम है जो गिनी की खाड़ी के साथ स्थित है। यह प्राकृतिक रूप से नम उष्णकटिबंधीय जंगल या सवाना है जो तट के साथ फैले हुए हैं। ” गिनी ” शब्द की व्युत्पत्ति अनिश्चित है। ऐतिहासिक रूप से, गिनी क्षेत्र अफ्रीका के सबसे पहले हिस्सों में से एक था जो यूरोपीय लोगों के साथ व्यापार करना शुरू किया था। प्रथम पुर्तगाली फिर स्पेनी आए। उसके बाद डच, फ्रांसिसी और ब्रिटिश आए।

40. लैंड ऑफ कक्स – स्कॉटलैंड

स्कॉटलैंड को केक का देश कहा जाता है। यह दलिया केक के लिए प्रसिद्ध है। पुराने जमाने में ओटमील केक सिर्फ स्कॉटलैंड में ही बनाए जाता था। स्कॉटलैंड में उगाई जाने वाली सबसे प्रसिद्ध फसल जई थी। इसलिए इस स्कॉटलैंड “केक का देश” कहा जाता है। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

41. कॉकपिट ऑफ यूरोप – बेल्जियम

“यूरोप के कॉकपिट ” के रूप में जाना जाता है। बेल्जियम को, कॉकपिट ऑफ यूरोप बेल्जियम का उपनाम है, यह किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक यूरोपीय युद्धों का स्थल रहा है। “बेल्जियम यूरोप महाद्वीप में स्थित किंगडम ऑफ़ बेल्जियम उत्तर पश्चिमी यूरोप में एक देश है। यह यूरोपीय संघ का संस्थापक सदस्य है और उसके मुख्यालय का मेज़बान है, साथ ही , प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों का, जिसमें NATO भी शामिल है।

42. सिटी ऑफ गोल्डेन गेट – सेन फ्रांसिस्को (यूएसए)

गोल्डन गेट सेतु अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को नगर में सैन फ्रांसिसिको खाड़ी के दोनो छोरों को जोड़ने वाला झूला पुल है। यह दुनिया का सबसे लंबा झूला पूल था और ये सैन फ्रांसिस्को और कैलिफोर्निया दोनो का एक अंतरराष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह बन गया गोल्डन गेट ब्रिज।

यह उत्तरी कैलिफोर्निया में स्थित है और संयुक्त राज्य का सत्रहवाँ सबसे आबाद शहर तथा कैलिफोर्निया का चौथा सबसे आबाद शहर है। सैन फ्रांसिस्को संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य का एक प्रमुख शहर सैन फ्रांसिस्को औपचारिक रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य का एक प्रमुख सांस्कृतिक , वाणिज्यिक और वित्तीय केंद्र है।

43. स्वप्निल मीनारों वाला शहर – ऑक्सफोर्ड (इंग्लैंड)

स्वप्निल मीनारों का शहर ऑक्सफोर्ड को कहते हैं, जो कि इंग्लैंड में स्थित है। यह विश्व के सबसे संपन्न तथा शक्तिशाली देशों में से एक है। इंग्लैण्ड या इंग्लिस्तान ग्रेट ब्रिटेन नामक टापू के दक्षिणी भाग में स्थित एक देश है । इसकी राजभाषा अंग्रेज़ी है। इसका क्षेत्रफल 50,331 वर्ग मील है। यह यूनाइटेड किंगडम का सबसे बड़ा निर्वाचक देश है। यह यूरोप के उत्तर पश्चिम में अवस्थित है जो मुख्य भूमि से इंग्लिश चैनल द्वारा पृथकीकृत द्वीप का अंग है।

44. दक्षिण का ब्रिटेन – न्यूजीलैंड

न्यूज़ीलैंड दक्षिण पश्चिमि प्रशांत महासागर में दो बड़े द्वीप और अन्य कई छोटे द्वीपों से बना एक देश है। न्यूज़ीलैंड के ४० लाख लोगों में से लगभग तीस लाख लोग उत्तरी द्वीप में रहते हैं और दस लाख लोग दक्षिणि द्वीप में। यह द्वीप दुनिया के सबसे बड़े द्वीपों में गिने जाते हैं। अन्य द्वीपों में बहुत कम लोग रहतें हैं और वे बहुत छोटे हैं। दक्षिण का ब्रिटेन न्यूजीलैंड कहा जाता है क्योंकि दोनों की जलवायु अस्सलाम की नकली आदि सामान है।

45. अंध महाद्वीप – अफ्रीका

अफ़्रीका विश्व के 7 महाद्वीपो में से एक है। अफ्रीका के उत्तर में भूमध्यसागर एवं यूरोप महाद्वीप, पश्चिम में अंध महासागर, दक्षिण में दक्षिण महासागर तथा पूर्व में अरब सागर एवं हिंद महासागर ( हिन्द महासागर ) हैं। इस महाद्वीप में विशाल मरुस्थल, अत्यन्त घने वन, विस्तृत घास के मैदान, बड़ी बड़ी नदियाँ व झीलें तथा विचित्र जंगली जानवर हैं। अफ्रीका महाद्वीप के घाना देश की राजधानी अक्रा शहर से होकर गुजरती है।

यहाँ सेरेनगेती और क्रुजर राष्ट्रीय उद्यान है तो जलप्रपात और वर्षावन भी हैं। एक ओर सहारा मरुस्थल है तो दूसरी ओर किलिमंजारो पर्वत भी है और सुषुप्त ज्वालामुखी भी है। पूर्व में स्वेज भूडमरूमध्य इसे एशिया से जोड़ता है तथा स्वेज नहर इसे एशिया से अलग करती है। जिब्राल्टर जलडमरूमध्य इसे उत्तर में यूरोप महाद्वीप से अलग करता है। अफ्रीका महाद्वीप को “अंध महाद्वीप “भी कहा जाता है। अफ्रीका महाद्वीप 37 ‘उत्तरी अक्षांश से 35’ दक्षिण अक्षांश तक फैला हुआ है तथा 20 ‘पश्चिमी देशांतर से 51’ पूर्वी देशांतर तक फैला हुआ है।

46. स्वर्णिम पैगोडा का देश – म्यांमार

स्वर्णिम पैगोडा का देश के नाम से म्यांमार जाना जाता है। म्यांमार का नाम पहले बर्मा था ( 1989 में बर्मा का नाम बदल कर म्यांमार कर दिया गया ) इसमें भगवान तथागत के आठ बाल ओर तीन अन्य बुद्धों के पवित्र अवशेष स्थापित बताए जाते हैं। इस पूरे पगोडे पर स्वर्णपत्र मढ़ा हुआ है। इसीलिये इसे “स्वर्णिम पगोडा “भी कहा जाता है। म्यांमार को दुनिया भर में ‘गोल्डन लैंड’ के नाम से जाना जाता है। यह उत्तर-पूर्वी एशिया के बड़े देशों में से एक है। पर्यटन की दृष्टि से म्यांमार महत्वपूर्ण है।

47. संसार का रोटी भंडार – प्रेयरीज ऑफ नार्थ

संसार का रोटी भंडार – प्रेयरीज ऑफ नार्थ को कहा जाता है। यहाँ पर वनस्पति जीवन घास, फूस और छोटी झाड़ों के रूप में अधिक और पेड़ों के रूप में कम देखने को मिलता है। ऐसे घासदार मैदानों को उत्तरी अमेरिका में प्रेरी, यूरेशिया में स्तॅप या स्तॅपी, दक्षिण अमेरिका में “पाम्पा” और दक्षिण अफ़्रीका में “वॅल्ड” कहा जाता है। प्रेरी के समशीतोष्ण (यानि टॅम्प्रेट) क्षेत्र में स्थित विशाल घास के मैदानों को कहा जाता है। इनमें तापमान ग्रीष्मऋतु में मध्यम और शीतऋतु में ठंडा रहता है और मध्यम मात्राओं में बर्फ़, बारिश पड़ती है।

48. संसार का निर्जनतम द्वीप – त्रिस्तान डी कुन्हा

ट्रिस्टन दा कुन्हा है जो दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से 2,810 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। इसे सर्वप्रथम डचों द्वारा 1643 में खोजा गया था। दक्षिण अटलांटिक महासागर में स्थित आबादी ट्रिस्टन दा कुन्हा द्वीप में पायी जाती है। संसार का निर्जनतम द्वीप – त्रिस्तान डी कुन्हा को कहा जाता है। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

59. सात टापुओं का नगर – मुंबई

सात टापुओं का नगर – मुंबई को कहा जाता है ।जो की भारत देश मे है, मूल रूप से सात अलग- अलग समुद्री द्वीपों से मिल कर बनी है। पांच शताब्दियों के लंबे अंतराल के दौरान इन सात द्वीपों को विभिन्न भूमि सुधार परियोजनाओं के द्वारा एक दूसरे से जोड़ कर आज के मुंबई शहर और ऐतिहासिक पुरानी मुंबई की रचना की गयी। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

50. पूर्व का मैनचेस्टर – ओसाका (जापान)

पूर्व का मैनचेस्टर ओसाका ( जापान ) को कहा जाता है। 2.7 मिलियन की आबादी के साथ ओसाका प्रान्त की राजधानी और जापान में तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह ओसाका खाड़ी पर योडो नदी के मुहाने पर, होन्शो के मुख्य द्वीप के कंसाई क्षेत्र में स्थित है। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

51. फॉरबिडन सिटी – ल्हासा (तिब्बत)

फॉरबिडन सिटी चीन के बीजिंग शहर के मध्य में एक महल परिसर है। इसमें पैलेस संग्रहालय है, और चीन के मिंग राजवंश से किंग राजवंश (1420 से 1912 वर्ष ) के अंत तक चीनी शाही महल था। यह महल ” फॉरबिडन सिटी ” सम्राट और उनके परिवार के लिए निवास स्थान था और 500 वर्षों से चीनी सरकार का औपचारिक और राजनीतिक केंद्र था।

52. इंग्लैंड का बगीचा – केंट

अपने बागों और आवंटन के कारण, केंट को “इंग्लैंड का बगीचा” कहा जाता है। यह इंग्लैंड में पांचवां सबसे अधिक आबादी वाला काउंटी है, सबसे अधिक आबादी वाला गैर – महानगरीय काउंटी और घरेलू काउंटी का सबसे अधिक आबादी वाला काउंटी है। केंट की अर्थव्यवस्था विविध है: कृषि, ढुलाई, रसद और पर्यटन विभिन्न उद्योग हैं। उत्तर पश्चिमी केंट में, उद्योगों में समग्र निर्माण सामग्री का निष्कर्षण, छपाई और वैज्ञानिक अनुसंधान शामिल हैं। केंट की औद्योगिक विरासत में कोयला खनन ने भी अपनी भूमिका निभाई है ।

53. भारत का बगीचा – बंगलौर (भारत)

भारत का बगीचा / उद्यान – बंगलौर को कहते है।
यह भारत गणराज्य का तीसरा सबसे बड़ा शहर और पाँचवा सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है। भारत के मुख्य शहरों में इसकी ऊँचाई सबसे ज़्यादा है। देश की अग्रणी सूचना प्रौद्योगिकी ( IT ) निर्यातक के रूप में अपनी भूमिका के कारण बेंगलूरु को व्यापक रूप से भारत की सिलिकॉन वैली ( या भारत की आईटी राजधानी) के रूप में माना जाता है। यह नगर अपने साल भर के सुहाने मौसम के लिए जाना जाता है। बंगलौर भारत के कर्नाटक राज्य की राजधानी है। बेंगलूरु शहर की जनसंख्या 84 लाख है और इसके महानगरीय क्षेत्र की जनसंख्या 89 लाख है।

54. आंसुओं का प्रवेश द्वार – बाब-अल-मंउब जलडमरूमध्य

बाब अल – मन्देब अरबी प्रायद्वीप पर यमन और अफ़्रीका के सींग पर जिबूती, इरित्रिया और उत्तरी सोमालिया के बीच स्थित एक जलडमरू है जो लाल सागर को अदन की खाड़ी से जोड़ता है। इसे आंसुओं का प्रवेश द्वार कहा जाता है। विश्व के इस प्रमुख जगह के कई उपनाम हैं।

55. मोतियों का द्वीप – बहरीन

मोतियों का द्वीप बहरीन को कहा जाता है, हमेशा से मोती पैदा करने का काम किया जोड़ा है ता था बहरीन देश को मोतिओं का द्वीप कहते हैं। आकार में द्वीप छोटे भी हो सकते हैं तथा बड़े भी इनका आकार कुछ वर्ग मीटर से लेकर हज़ारों वर्ग किलोमीटर तक पाया जाता हैं। मोतियों का द्वीप बहरीन द्वीप को कहा जाता है। ज़्यादातर समुन्द्र के भीतर पनप रही ज्वालामुखी की देन हैं और कुछ वो हैं जो समय के साथ- साथ किसी बड़े महाद्वीप से अलग होकर कहीं दूर वीरान समंदर में बिखर गए।

56. यूरोप के बारूद का पीपा – बाल्कन

यूरोप के बारूद का पीपा – बाल्कन, बाल्कन प्रायद्वीप भी कहा जाता है जिसका कारण इसकी भौगोलिक स्थिति है। दक्षिणी यूरोप का यह सबसे पूर्वी प्रायद्वीप है। इस प्रकार संपूर्ण अल्बानिया, यूनान, बुल्गारिया, यूगोस्लाविया और रोमानिया के कुछ भाग को बॉल्कन प्रायद्वीप कहा जाता है।

बाल्कन या बाल्कन प्रायद्वीप दक्षिण – पूर्वी यूरोप का एक क्षेत्र है जो भौगोलिक तथा ऐतिहासिक दृष्टि स अपनी अलग पहचान बना चुका है। यह तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है – इसके पूर्व में काला सागर, ईजियन सागर, मरमरा सागर, दक्षिण में भूमध्यसागर, पश्चिम में इयोनियन सागर तथा एड्रियाटिक सागर हैं तथा उत्तर में सावा, कूपा और डैन्यूब नदियाँ बहती हैं।

57. लैंड ऑफ सैटिंग सन – ब्रिटेन

लैंड ऑफ सैटिंग सन – ब्रिटेन वैन डायमेन की भूमि 19 वीं शताब्दी में ऑस्ट्रेलिया की यूरोपीय खोज के दौरान अंग्रेजों द्वारा इस्तेमाल किए गए तस्मानिया द्वीप का औपनिवेशिक नाम था। 1825 में एक अलग उपनिवेश बनने से पहले 1803 में वैन डायमेन की भूमि में एक ब्रिटिश समझौता स्थापित किया गया था। कठोर वातावरण, अलगाव और अपरिहार्य होने के लिए प्रतिष्ठा के कारण इसकी दंड कॉलोनियां दोषियों के परिवहन के लिए कुख्यात गंतव्य बन गईं। मैक्वेरी हार्बर और पोर्ट आर्थर द्वीप पर सबसे प्रसिद्ध दंड बस्तियों में से हैं।

58. श्वेत नहर – बेलग्रेड (यूगोस्लाविया)

बॅलग्रेड सर्बिया की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह सावा और डैन्यूब नदियों के संगम और पनोनियन मैदान और बाल्कन प्रायद्वीप के चौराहे पर स्थित है।19 वीं शताब्दी के बाद से, शहर का विस्तार दक्षिण और पूर्व में हुआ है, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, बॅलग्रेड को ज़मुन से जोड़ते हुए, न्यू बॅलग्रेड को सावा नदी के बाएं किनारे पर बनाया गया था। यूगास्लाविया यह डेन्यूब और सावा नदियों के संगम पर स्थित है। बॅलग्रेड का ऐतिहासिक केन्द्र, कलमदेदन, दोनों नदियों के दाहिने किनारे पर स्थित है।

59. भारत का मसालों का बगीचा – केरल

केरल की जलवायु उष्णकटिबंधीय है जहाँ लगभग सालभर उच्च तापमान के साथ – साथ बारिश होती रहती है जिससे वातावरण में उच्च सापेक्ष आर्द्रता बनी रहती है। इस वजह से यहाँ चारों ओर हमेशा हरियाली बनी रहती है। केला, नारियल, सुपारी, कसावा, चाय, काफी, वनीला, रबर, पान, हल्दी तथा बड़ी संख्या में औषधीय पौधे आदि यहाँ की मुख्य फसले हैं। इनके अतिरिक्त केरल में विभिन्न वर्कर के मसाले जैसे कालीमिर्च, छोटी इलायची, लौंग, जायफक, अदरक, आदि की खेती बहुतायत से की जाती है, जिसके कारण इसे ” मसालों का बगीचा ” कहा जाता है।

60. स्मरकों की नगरी – वियाना (ऑस्ट्रिया)

वियना ऑस्ट्रिया का सबसे प्रमुख नगर है जिसकी आबादी 1.7 मिलियन है। यह ऑस्ट्रिया का सबसे बड़ा शहर एवं यहां की सांस्कृतिक, आर्थिक एवं राजनैतिक गतिविधियों का केन्द्र है। यह यूरोपीय संघ में स्थित दसवां सबसे बड़ा (आबादी के अनुसार) शहर भी है और रहन – सहन के स्तर को देखते हुए तीसरा सबसे अच्छा शहर है, वियना ऑस्ट्रिया की राजधानी एवं उनके नौ प्रांतों में से एक है।

सन 2001 में वियना के सिटी सेंटर को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल के रूप में मान्यता दी गयी। और दुनिया के 127 शहरों के एक अध्यन में इसे रहन सहन के स्तर के अनुसार दुनिया ‘के’ में वैंकूवर के साथ – साथ पहला स्थान दिया गया। वियना शहर(ऑस्ट्रिया) को स्मरकों की नगरी के नाम से भी जाना जाता है।

61. विश्व की जन्नत – पेरिस

पेरिस फ़्रांस का सबसे बड़ा नगर और उसकी राजधानी है। इसे दुनिया के सबसे सुन्दर नगरों में से एक और दुनिया की फ़ैशन और ग्लैमर राजधानी माना जाता है। यह दुनिया का शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक है। पेरिस में कई महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संस्थान हैं: इसकी लौवर संग्रहालय दुनिया में सबसे अधिक देखी जाने वाली है। इसकी मुसे डी’ओर्से, फ्रांसिस इंपीरियनिस्ट कला के संग्रह के लिए प्रसिद्ध है, और इसकी पोम्पिडु – केंद्र म्यूसिक नेशनल डी आर्ट मॉर्डेन, यूरोप में आधुनिक और समकालीन कला का सबसे बड़ा संग्रह है।

सेन नदी के साथ शहर के केंद्रीय क्षेत्र को यूनेस्को विरासत स्थल के रूप में वर्गीकृत किया गया है, और नॉट्रे डेम कैथेड्रल, सैंट – चैपल , पुर्व यूनिवर्सल प्रदर्शनी ग्रैंड पैलेस, पेटिट पालिसी और आइफ़िल टावर सहित कई उल्लेखनीय स्मारक शामिल हैं। इन्ही कारणो से विश्व की जन्नत – पेरिस को कहा जाता है।

62.एशिया का पेरिस – थाईलैंड

एशिया का पेरिस – थाईलैंड को कहा जाता है,
थाईलैण्ड जिसका प्राचीन भारतीय नाम श्यामदेश या स्याम ही 11 मई, 1949 तक थाईलैण्ड का अधिकृत नाम था। बैंकॉक थाइलैंड की राजधानी है। यहां भी घूमने – फिरने लायक अनेक खूबसूरत जगह हैं। यहां ऐसी अनेक चीजें जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध हैं मरीन पार्क और सफारी। सफारी वर्ल्ड विश्व का सबसे बड़ा खुला चिड़ियाघर (प्राणीउद्यान) है। यहां एशिया और अफ्रीका के लगभग सभी वन्य जीवों को देखा जा सकता है।

थाई शब्द का अर्थ थाई भाषा में ‘स्वतन्त्र’ होता है। यह शब्द थाई नागरिकों के सन्दर्भ में भी इस्तेमाल किया जाता है। इस कारण कुछ लोग विशेष रूप से यहाँ बसने वाले चीनी लोग, थाईलैंड को आज भी स्याम नाम से पुकारना पसन्द करते हैं।

63. पवन चक्की की भूमि – नीदरलैंड

नीदरलैंड युरोप महाद्वीप का एक प्रमुख देश है। यह उत्तरी – पूर्वी यूरोप में स्थित है। नीदरलैंड की राजधानी एम्सटर्डम है। जलवायु इस देश की लगभग सभी जगह एक समान है। वायु के वेग से प्राप्त बल को पवन शक्ति कहा जाता है तथा इस शक्ति का प्रयोग यांत्रिक शक्ति के रूप में किया जाता है। पवनशक्ति की ऊर्जा गतिज ऊर्जा होती है। संसार के अनेक भागों में पवनशक्ति का प्रयोग बिजली उत्पादन में, आटे की चक्की चलाने में, पानी खींचने में तथा अनेक अन्य उद्योगों में होता है। पवन चक्की की भूमि नीदरलैंड को कहा जाता है।

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