नारियल तेल के फायदे | नारियल पानी के फायदे | नारियल का पेड़

नारियल तेल के फायदे | नारियल पानी के फायदे | नारियल का पेड़ से जुड़े महत्वपूर्ण जानकारी

नारियल का पेड़ जुठा बीजो के पेड़ो मे नही गिना जाता है। नारियल के फल को सबसे पवित्र फल मना जाता है। इसे पूजा-पाठ मे भी उपयोग लाया जाता है। नारियल का फल सेहत के लिये भी काफी लाभदायक होते है। नारियल का पानी प्यास बुझाता है तो नारियल का फल व्रत मे भी सबसे उपयोगी होता है। वंही नारियल तेल के फायदे भी बेमिसाल है।

नारियल का पेड़ कैसा होता है?

इस आर्टिकल की प्रमुख बातें

नारियल तेल के फायदे | नारियल पानी के फायदे | नारियल का पेड़

नारियल एक शाखा रहित पौधा है और बहुवर्षीय व एकबीजीय पौधा है। नारियल का खासियत है की ये पौधे समुद्र के किनारे या नमकीन स्थानो पर पाये जाते है। नारियल भारत मे केरल, पश्चिम बंगाल, और उड़ीसा मे बहुतायत में पाये जाते है। नारियल के पेड़ की लम्बाई 60फुट से 100 फुट तक होती है। नारियल का पेड़ लगभग 80 वर्षो तक जीवित रहते है। महाराष्ट्र के मुम्बई मे, गोवा व तटीय क्षेत्रों मे इसकी अधिक उपज की जाती है।

नारियल के फायदे

नारियल एक पवित्र फल है। पूजा-पाठ मे इसका विषेश रुप से स्थान होता है। नारियल सेहत के लिये भी फायदेमंद होता है। नारियल का पानी प्यास बुझाने मे बहुत काम आता है। नारियल का पेड़ काफी लम्बा होता है और इसकी पत्तियाँ छाते के रुप मे भी काम आते है।

नारियल का क्या क्या उपयोग होता है?

नारियल का उपयोग शरीर के अनेक बिमारियो को दूर करने मे भी किया जाता है। इससे लोगो को व्यापार करने मे भी उपयोग हो जाता है जैसे-

  • सुखे नारियल से तेल निकाल कर।
  • सुखे नारियल के रेशे से।
  • गर्मी के दिनो मे कच्चे नारियल के पानी से।
  • इससे घरो के पाट बर्तन भी बनाये जाते है
  • नारियल की लकडी से फ़निर्चर
  • इसकी पत्तियों से चटाईया व जटा से ब्रुश व थैले आदि बना कार व्यापर किया जा सकता है।
  • नारियल की छाल या जटा को गद्दों में भी बरा जाता है।

नारियल तेल और फल का औषधि के रुप मे उपयोग

नारियल हमरे शरीर के लिये फायदेमंद तो है हि लेकिन औषधियों के रुप मे भी इनका उंचा स्थान है।

  • नारियल का पानी किडनी की बिमारी वाले के लिये फायदेमंद होते है।
  • नारियल का दूध पेट के अल्सर को ठीक करने में सहायक होता है। नारियल का दूध बहुत ही पौष्टिक होता है।
  • नारियल में पाया जाने वाला आयोडीन थॉयराइड को बढ़ने से रोकता है।
  • बालों में रूसी की समस्या के लिए नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाने से रूसी से छुटकारा मिलता है।
  • नारियल हमें मोटापे से भी बचाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार एक स्वस्थ वयस्क के भोजन में प्रतिदिन 15 मिग्रा जिंक होना जरूरी है जिससे मोटापे से बचा जा सके। ताजा नारियल में जिंक भरपूर मात्रा में होता है इसलिए इस्का सेवन करना चाहिए।
  • हैजे में यदि उल्टियाँ बंद न हो पा रही हों तो रोगी को तुरंत नारियल पानी पिलाना चाहिए। इससे उल्टियाँ बंद हो जाती हैं।
  • स्वस्थ सुंदर संतान प्राप्ति के लिए गर्भवती महिला को 3-4 टुकड़े नारियल प्रतिदिन चबा-चबाकर खाने चाहिए।
  • गर्मी में लगने वाले दस्तों में एक कप नारियल पानी में पिसा जीरा मिलाकर पिलाने से दस्तों में तुरंत आराम मिलता है।

नारियल से होने वाले नुकसान

  • जहां फायदे होते है वहा नुकसान भी होता है जैसे इससे उल्टी और पेट दर्द मे दर्द का कारण बन सकता है।
  • सुखे नारियल का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं, तो इससे उल्टी और पेट दर्द की शिकायत हो सकती है।
  • सूखे नारियल का अधिक मात्रा में सेवन डायबिटीज के मरीज के लिए हानिकारक माना जाता है। क्योंकि नारियल में शुगर की मात्रा पाई जाती है।
  • सुखे नारियल का अधिक मात्रा में सेवन करने से वजन बढ़ सकता है। इसलिए जिन लोगों को वजन कम करना हो, उनको अधिक मात्रा में नारियल का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • नारियल पानी के अंदर पोटेशियम मौजूद होता है ऐसे में इसकी अधिक मात्रा से किडनी मे समस्या हो सकती है।
  • अगर आपको पेट से जुड़ी समस्याएं रहती हैं तो आपको ज्यादा नारियल पानी नहीं पीना चाहिए। इससे शरीर में पानी की मात्रा बढ़ सकती है और आपको लूज़-मोशन हो सकते हैं।
  • हाई ब्लड प्रेशर के लिए दवा खाने वाले लोगों को नारियल पानी ज्यादा नहीं पीना चाहिए। नारियल पानी में ब्लड प्रेशर कम करने वाले गुण होते हैं। ऐसे में जरूरत से ज्यादा नारियल पानी पीने से ब्लड प्रेशर लो होने की दिक्कत हो सकती है।
  • नारियल पानी से कुछ लोगो को एलर्जी का भी समना पड़ता है।

नारियल तेल, फल और नारियल पेड़ से जुड़े कुछ और महत्वपूर्ण सवालों के जवाब

नारियल पानी

कितने प्रकार के नारियल होते है?

भारत में नारियल की वैसे तो कई प्रकार की किस्में मौजूद हैं लेकिन मुख्य रूप से तीन प्रकार की ही प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें लंबी, बौनी और संकर प्रजाति शामिल है। लम्बी प्रजाति के नारियल आकार में सबसे बड़े होते हैं और इनकी उम्र भी सबसे ज्यादा होती है।

नारियल खाने से क्या होता है?

नारियल विटामिन, मिनरल, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन से भरपूर है, इसलिए यह शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। पोषक तत्वों से भरपूर नारियल का एक टुकड़ा खाने से न सिर्फ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, बल्कि याददास्त में भी सुधार होता है।

कच्चा नारियल से क्या फायदा होता है?

कच्चा नारियल खाने से कब्ज से राहत मिलेगा। क्योंकि कम फाइबर वाली डाइट अकसर कब्ज का कारण बनती है। लेकिन, अगर आप सोने से पहले नारियल खाते हैं तो ये आपकी कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है। इसके साथ ही वजन घटाने में भी मदद मिलती है। कच्चा नारियल त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होता है। इसके साथी ये आपको बेहतर नींद में मदद करता है। अगर आप कच्चा नारियल का सेवन करते है तो ये आपके हृदय के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

सूखे नारियल खाने के क्या फायदे?

सूखा नारियल खाने के कई फायदे है। सूखे नारियल में पाए जाने वाले पोषक तत्व पूरे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। विशेष कर दिल के लिए बहुत फायदेमंद होता है। सूखे नारियल प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। इसके साथ ही अल्जाइमर से बचाता है। सूखे नारियल कैंसर से बचाव करता है।

ज्यादा नारियल खाने से क्या होता है?

यह हेल्दी फैट, एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्वों का बेहतरीन स्त्रोत है। इसके साथ ही नारियल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। इसी वजह से यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा साबित होता है। कई लोग हेल्दी और हाइड्रेट रहने के लिए नारियल पानी का सेवन सबसे ज्यादा करते हैं।

सुबह सुबह खाली पेट नारियल खाने से क्या होता है?

विशेषज्ञों के अनुसार, नारियल पानी का सेवन सुबह में खाली पेट करने से काफी लाभ मिलता है। इससे शरीर में दिनभर एनर्जी बनी रहती है। नारियल पानी विषैले तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। नारियल पानी में पोटेशियम, सोडियम, कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-सी जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

रात में नारियल खाने से क्या होता है?

रात को सोने से थोड़ी देर पहले कच्चे नारियल का सेवन करना बहुत कारगर होगा. सोने से पहले कच्चा नारियल खाना हृदय यानी दिल की सेहत के लिहाज़ से भी अच्छा है। इसमें मौजूद फैट शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सुधार सकता है. इस तरह नारियल दिल से जुड़ी समस्याओं का ख़तरा कम कर सकता है।

प्रेगनेंसी में सूखा नारियल खाने से क्या होता है?

प्रेग्नेंसी में सूखा नारियल खाने से मां और गर्भ में पल रहे बच्चे का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले किसी भी तरह के संक्रमण से महिला का शरीर सुरक्षित रह सकता है। आप नारियल की रेसिपी बनाकर खा सकती हैं।

गर्भावस्था में नारियल कब खाना चाहिए?

गर्भवती महिलाओं को प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में मॉर्निंग सिकनेस और थकान की शिकायत ज्‍यादा रहती है। इसलिए इस दौरान नारियल पानी का सेवन करना सबसे ज्‍यादा फायदेमंद रहता है। इस तिमाही में ही भ्रूण के दिमाग का विकास हो रहा होता है। इसलिए उसे इस दौरान पोषक तत्‍वों की सबसे अधिक जरूरत होती है।

नारियल का तेल कैसे निकाला जाता है?

पहले नारियल का गुदा निकाला जाता है और इसमें पानी मिलाकर पीसा जाता है और उसके बाद उसे निचोड़कर और दबाकर तेल निकाला जाता है. इससे निकलने वाले तेल/पानी के मिश्रण से, तेल की प्रतिशतता के आधार पर, नारियल क्रीम या नारियल का दूध प्रोड्यूस होता है। उसके बाद नारियल के दूध को प्राकृतिक रूप से अलग होने दिया जाता है।

नारियल के तेल के क्या क्या फायदे हैं?

रोजाना नारियल तेल लगाने से त्वचा में नमी रहती है। नारियल के साधारण तेल के मुकाबले वर्जिन कोकोनट ऑयल को त्वचा के लिए ज्यादा अच्छा माना जाता है। नारियल का तेल स्किन में तुरंत एब्जॉर्ब हो जाता है। कील मुहांसों के दाग या त्वचा के अन्य दागों को नारियल तेल दूसरे तेल के मुकाबले जल्दी दूर करता है।

चेहरे पर नारियल का तेल लगाने से क्या होता है?

चेहरे पर नारियल तेल का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद गुण स्किन को बेहतर बनाने और दाग-धब्बे आदि को कम करने का काम करते हैं। आप रात में सोने से पहले चेहरे पर नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं इसके अलावा सुबह के समय भी नहाने से पहले इसका इस्तेमाल करने से स्किन ताजी और चमकदार बनी रहती है।

नारियल तेल खाने से क्या होता है?

नारियल तेल के नियमित सेवन से शरीर में मेटाबॉलिज्म बेहतर तरीके से काम करता है और इस वजह से वजन घटाने में मदद मिलती है. आयुर्वेद में सुबह खाली पेट एक चम्मच नारियल तेल का सेवन करने की भी सलाह दी जाती है. नारियल तेल में कैप्रिक एसिड लॉरिक एसिड, कैप्रीलिक एसिड पाया जाता है जो तेजी से इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता हैं।

खाने वाला नारियल का तेल कौन सा होता है?

रिफाइंड नारियल तेल को आमतौर पर पुराने और सूखे हुए नारियलों से निकाला जाता है। अनरिफाइंड नारियल के तेल को वर्जिन कोकोनट ऑयल के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि ये बिना मिलावट का पूरी तरह से शुद्ध नारियल तेल होता है। इस तरह के नारियल तेल को नारियल को पेड़ से तोड़ने के 2-3 दिनों के अंदर ही निकाल लिया जाता है।

नारियल का तेल कितने प्रकार के होते हैं?

  • नॉन ऑर्गेनिक नारियल तेल – इसके उत्पादन में किसी भी प्रकार के रासायनिक खाद का इस्तेमाल न किया गया जाता।
  • रिफाइंड नारियल का तेल – इसका निर्माण सूखे नारियल से किया जाता है।
  • नॉन रिफाइंड नारियल का तेल – इसे वर्जिन कोकोनट ऑयल भी कहा जाता है।

क्या नारियल ठंडा होता है?

अगर आपको भी ठंडी चीजें खाने से सर्दी-ज़ुकाम जैसी दिक्कत होने लगती है तो नारियल पानी का अधिक सेवन करने से बचें। दरअसल, नारियल पानी की तासीर ठंडी होती है जिससे आपको ठंड लगने की परेशानी हो सकती है। ब्लड प्रेशर- हाई ब्लड प्रेशर के लिए दवा खाने वाले लोगों को नारियल पानी ज्यादा नहीं पीना चाहिए।

रोज नारियल पानी पीने से क्या होता है?

हर रोज नारियल का पानी पीने से शरीर में डी हाइड्रेशन की कमी दूर होती है। इसके अलावा बॉडी इम्युनिटी को मजबूत करने में और बीमारियों से हमें सुरक्षित रखने में भी ये काफी कारगर होता है. इसके अलावा अगर आप अपने बढ़े हुए वजन से परेशान हैं तो नारियल पानी का सेवन करें, इससे आपको काफी फायदा होगा।

क्या रात में नारियल पानी पी सकते हैं?

नारियल पानी को रात के समय भी आसानी से पिया जा सकता है। आप चाहें तो डिनर के बाद भी नारियल पानी पी सकते हैं। इससे पाचन में आसानी होती है और कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। साथ ही रात को नारियल पानी पीने से नींद भी काफी अच्छी आती है।

नारियल का फूल खाने से क्या फायदा होता है?

इसमें मौजूद एंटीवायरल, एंटीबैक्‍टीरियल, एंटीफंगल और एंटी-परासाइट गुणों के कारण यह आपकी इम्‍यूनिटी को बढ़ाता है जिससे आप बीमारियों से बचे रहती हैं। नारियल का फूल खाने से आपको तुरंत एनर्जी का अहसास होता है क्‍योंकि यह एनर्जी का प्राकृतिक स्रोत है और शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है।

सूखे नारियल में कौन सा विटामिन होता है?

सूखे नारियल में प्रोटीन, विटामिन्स, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीज और सेलिनियम पाया जाता है। ये पोषक तत्व इम्यूनिटी मजबूत करके शरीर को रोगों से बचाते हैं।

नारियल में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?

कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, शुगर, प्रोटीन, विटामिन C,K,B6 और मेगनीज पाया जाता है । थोड़ी मात्रा मे केलशियम, पोटेशियम, मेगनीशियम फास्फोरस, आयरन भी पाया जाता है ।

नारियल सबसे ज्यादा कहाँ होता है?

भारत में नारियल का सबसे बड़ा उत्पादक केरल है। यह देश के कुल उत्पादन का लगभग 45 प्रतिशत है। नारियल उत्पादन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में केरल नारियल उत्पादक राज्यों में पहले स्थान पर है।

नारियल के उत्पादन में भारत का विश्व में कौन सा स्थान है?

भारत ने नारियल के क्षेत्र में काफी प्रगति की है, भारत उत्पादन व उत्पादकता में सबसे आगे है व विश्व में तीसरे स्थान पर हैं। 2020-21 के दौरान देश में नारियल का उत्पादन 21207 मिलियन नट रहा, जो वैश्विक उत्‍पादन का 34 प्रतिशत है।

सबसे बड़ा नारियल उत्पादन देश कौन सा है?

नारियल का उत्पादन करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश इंडोनेशिया है। उसके बाद दूसरे नंबर पर फलीपिंस देश है और तीसरे नंबर पर भारत है।

पूजा में नारियल क्यो रखा जाता है?

समान्य तौर पर देखा जाता है कि कलश स्थापना के वक्त कलश के उपर नारियल रखा जाता है। शास्त्रों के अनुसार इससे हमें पूर्णफल की प्राप्ति होती है। कलश के ऊपर धरे नारियल को भगवान गणेश का प्रतीक भी माना जाता है। ध्यान रहे नारियल की स्थापना सदैव इस प्रकार करनी चाहिए कि उसका मुख साधक की तरफ रहे।

कलश पर नारियल कैसे रखा जाता है?

शास्त्रों में कलश पर नारियल रखने के विषय में बताया गया है। कलश पर नारियल रखते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि नारियल का मुख नीचे की तरफ नहीं हो।

नारियल क्यों चढ़ाया जाता है?

हिन्दू धर्म में नारियल को बहुत शुभ माना जाता है. इसलिए अधिकतर मंदिरों में नारियल फोड़ने या चढ़ाने रिवाज है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हिन्दू धर्म के लगभग सभी देवी-देवताओं को नारियल चढ़ाया जाता है. कहते हैं, किसी भी कार्य को शुरु करने से पूर्व नारियल फोड़कर भगवान को चढ़ाना शुभ होता है।

नारियल का खास महत्व क्यों है?

पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु पृथ्वी पर अवतरित होते समय मां लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष और कामधेनु को अपने साथ लाएं थे। नारियल के पेड़ को कल्पवृक्ष भी कहा जाता है। इस वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है। इसलिए पूजा- पाठ में नारियल का इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है।

नारियल का व्यापार कैसे करें?

अगर आप सूखे नारियल का बिज़नस करते है तो आपको इसके लिए भी किसी बड़े व्यापारी या नारियल के किसान से संपर्क करना होगा, यही लोग आपको बहुत ही सस्ते दामो में नारियल को दे सकते है। इसके बाद आप इस नारियल को किसी भी एक बड़े मंदिर के पास अपने नारियल की दुकान को लगा कर अपना बिज़नस कर सकते है।

नारियल का वैज्ञानिक नाम क्या है?

नारियल को श्रीफल के रूप में जाना जाता है। लेकिन नारियल का वैज्ञानिक नाम कोकोस न्यूसीफेरा (cocos nucifera) हैं। नारियल को संस्कृत मे नरिकेर:, बंगला मे नरिकेल व हिन्दी मे नारियल और अंग्रेजी में कोकोनट कहते है।

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