विटामिन क्या है इसका क्या काम है और कंहा से मिलता है इसका प्रभाव क्या है

विटामिन क्या है ? विटामिन किसे कहते है ?

विटामिन क्या है – भोजन के वे अवयव हैं , जिनकी सभी जीवों को थोड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है । ये कार्बनिक यौगिक होते हैं । उस यौगिक को विटामिन कहा जाता है जो शरीर द्वारा पर्याप्त मात्रा में स्वयं उत्पन्न नहीं किया जा सकता बल्कि खाने के रूप में लेना आवश्यक हो ।

विटामिन क्या है कौनसा विटामिन जल में घुलनशील है और कौनसा विटामिन वसा में घुलनशील है ?

विटामिन रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करते हैं।महत्वपूर्ण एंजाइम के संश्लेषण में इनकी भूमिका होती हैं, विटामिन B और C जल में घुलनशील होती हैं। और अन्य विटामिन A, F, E, K वसा में घुलनशील होती है।

विटामिन कौन कौन से चीजो से मिलता है, किस विटामिन का क्या काम है ? किस विटामिन के कमी से कौन सा प्रभाव पड़ता है? कौन से विटामिन की कमी से कौन सा रोग होता हैं देखे पूरी जानकारी।

विटामिन के स्रोत

विटामिन A (रेटिनॉल )

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – माली के गकृत का तेल यकृत गर्दा , फल , टमाटर , गाजर , मालन अण्डे की जदी आदि।
  • विटामिन का कार्य – वृद्धि, आंखों की निरोगता, त्वचा और श्लेष्मिक झिल्ली की कोशिकाओं की क्रियाओं के लिए आवश्यक।
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – वृद्धि का रुकना, रतौंधी व जीरोफ्थाइल्मिया संक्रमणों के प्रति प्रभाव्यता, त्वचा, और झिल्लियों में परिवर्तन का आना, दोषपूर्ण दाँत तथा बीमारियां आदि।

 

विटामिन B1 (थायमीन)

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – बौन वाले अन , मांस दूध , सोयाबीन , मुर्गा अंकुरित अनाज अण्डा पोस्ट आदि ।
  • विटामिन का कार्य – वृद्धि, कार्बोहाइड्रेट उपापचय नियंत्रण, हृदय तांत्रिक और पेशियों की सक्रियता के लिए आवश्यक।
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – वृद्धि का रुकना, भूख न लगना, वजन घटना, तांत्रिक विकास, बेरी बेरी, थकान का होना, बदहजमी, पेट की खराबी आदि।

 

विटामिन B2 (राइबोफ्लेविन)

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – मांस , सोयाबीन , दुधहरी ताकारियों , अण्डे , मुगें , आदि ।
  • विटामिन का कार्य – वृद्धि , त्वचा और मुख की निरोगता , आँखों को सक्रियता ।
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – वृद्धि का रुकना, धुँधली दृष्टि का होना, जीभ पर छाले पड़ जाना, असमय बुढ़ापा आना, प्रकाश न सह पाना।

 

विटामिन B3 (पेन्टोथेनिक ऐसिड विटामिन)

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – यीस्ट , मांस , जिगर , गुदा , दूध , अण्डे आदि । संश्लेषण के लिए आवश्यक ।
  • विटामिन का कार्य – कोएन्जाइम- A था ऐसीटाइलकोलीन के।
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – पेशियों में लकवा, पैरो में जलन महसूस होना।

 

विटामिन B5  (निकोटिनैमाइड)

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – मांस , मूंगफली का मक्खन पीनट बटर ) , आलू , माबुत अनाज , टमाटर , पत्ते वाली तरकारियाँ आदि।
  • विटामिन का कार्य – वृद्धि , कार्बोहाइड्रेट उपापचय , आमाशय और आंतों की सक्रियता, तन्त्रिका तंत्र की सक्रियता के लिए ।
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – जीभ का चिकनापन, त्वचा पर फोड़े फुंसी का होना, पाचन क्रिया में गड़बड़ी होना, मानसिक विकारो का होना।

 

विटामिन B6 (पाइरीडॉक्सिन)

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – यकृत , मांस , अनाज आदि।
  • विटामिन का कार्य – ऐमीनो अम्ल का उपापचय ।
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – त्वचा रोग, मस्तिष्क का ठीक से काम न करना, शरीर का भार कम होना, एनीमिया।

 

विटामिन बी 7 (बायोटिन)

  • विटामिन के मुख्य स्रोत – फल और ताजा सब्जी।
  • विटामिन के कार्य – त्वचा के लिए बहुत लाभदायक है । यह मेटाबोलिज्म को बढ़ाने के साथ – साथ बालों के विकास और देखभाल में मदद करता है ।
  • विटामिन के कमी के प्रभाव –  शरीर मे दर्द, त्वचा पे प्रभाव, बालों के विकास में बाधा, लकवा,

 

विटामिन बी 9 (फोलिक एसिड)

  • विटामिन के मुख्य स्रोत – ताजा सब्जी।
  • विटामिन के कार्य – एनीमिया , अपच , गले के दर्द का रोग , त्वचा रोग , असामान्य मस्तिष्क और गठिया के उपचार में शक्तिशाली होता है । लाल रक्त कोशिका के निर्माण में मदद करता है । हृदयवाहिका रोग से रक्षा करता है ।
  • विटामिन के कमी के प्रभाव – अपच संबंधित, त्वचा संबंधित रोग, गठिया, हृदयवाहिकाओं संबंधित समस्या।

 

विटामिन बी 12 (साइनोकोबालमिन)

  • विटामिन के मुख्य स्रोत – हरा सब्जी, ताजा सब्जी,
  • विटामिन के कार्य – एनीमिया , धूम्रपान , गर्भावस्था , लिवर की समस्या , गुर्दे संबंधी रोग और मुंह के अल्सर के लक्षणों और दुष्प्रभाव को कम करने में मदद करता है ।
  • विटामिन के कमी के प्रभाव – स्ट्रोक, हृदय रोग, लिवर संबंधित समस्या, गुर्दे संबंधी रोग।

 

विटामिन C (एस्कोर्बिक ऐसिड)

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – निम्बू , सन्तरा , नारंगी , टमाटर , पत्ती बाली तरकारियाँ , आँवला , खट्टे पदार्थ आदि ।
  • विटामिन का कार्य – वृद्धि , दाँतों का विकास तथा मजबूती , मसूड़ों को निरोगता , घाव भरना आदि ।
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – मसूड़े फूलना, अस्थियों के चारो ओर स्त्राव, जरा जरा सी चोट पर खून निकलना, अस्थियाँ कमजोर होना ।

 

विटामिन D (केल्सोफैरॉल)

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – मछली का यकृत ऑयल . सम्पूर्ण दूध , अण्डे , सूर्य का प्रकाशा
  • विटामिन का कार्य – वृद्धि तथा अस्थियों और दांतों का निर्माण
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – सूखा रोग (रिकेट्स), कमजोर दांत, दांतो के रोग, दांतो का सड़ना आदि।

 

विटामिन E

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – पत्ती वाली तरकारियाँ , टोकोफेरॉल।
  • विटामिन का कार्य – सामान्य जनन, दूध, मक्का, अंकुरित गेंहू, वनस्पति तेल इत्यादि।
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – जनन शक्ति का कम होना।

 

विटामिन K (फिरलोक्विनोस)

  • विटामिन का मुख्य स्रोत – टमाटर , हरी तरकारियाँ , सोयाबीन का तेल, आँतों में जीवाणु भी संश्लेषण करते हैं।
  • विटामिन का कार्य – रुधिर के सामान्य धक्के जमाने के लिए , यकृत की सामान्य क्रियाओं के लिए ।
  • विटामिन के कमी का प्रभाव – रुधिर स्त्राव का होना , ऐंठन आदि ।

 

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