निमंत्रण पत्र क्या है? क्यों दिया जाता है निमंत्रण पत्र? देखे पूरी जानकारी
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  • Post last modified:March 22, 2022

निमंत्रण पत्र क्या है

हर किसी के यंहा कुछ न कुछ मांगलिक कार्यक्रम होते रहता है और उस कार्यक्रम में अपने चाहने वाले, अपने परिचितों को, अपने रिश्तेदारों को भी निमंत्रण पत्र के द्वारा आमंत्रित किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते है कि ये निमंत्रण पत्र क्या होता है? क्यों निमंत्रण पत्र दिया जाता है? अगर नही जानते तो आइए देखते है विस्तार से

निमंत्रण क्या है?

निमंत्रण का मतलब होता है किसी कार्य, उत्सव आदि में सम्मलित होने के लिए आदरपूर्वक आग्रह, बुलावा या न्योता देना। निमंत्रण देने के तरीके और जरिये अलग अलग होता है। इसमें सबसे ज्यादा निमंत्रण पत्र उपयोग किया जाता है। इसलिए आइये देखते ही निमंत्रण पत्र के बारे में विस्तार से।

निमंत्रण पत्र क्या है

निमंत्रण पत्र क्या हैं?

किसी भी मांगलिक आयोजन में आमंत्रित अतिथितियों के लिये जो संदेशा लिखित या मौखिक दिया जाता है, उसे निमन्त्रण कहते हैं। लिखित निमंत्रण आमंत्रण कहलाता है। इस आमंत्रण में होने वाले आयोजन की विस्तृत जानकारी रहती है और विभिन्न व्यक्तियों को ससम्मान उस कार्यक्रम में सम्मिलित होने अथवा स्वल्पाहार, भोजन आदि करने के लिये आमंत्रित किया जाता है।

इसके अलावा आमंत्रितों में यह अपेक्षा की जाती है कि शुभकार्य में पधारकर शुभाशीष के अपेक्षितों को आशीर्वाद दें। इसलिए विविध शुभकार्य में आमंत्रित किये जाने वाले शुभाकांक्षों का आमंत्रण निमंत्रण पत्र कहलाता है।

निमंत्रण का पत्र से क्या अभिप्राय हैं ?

किसी सार्वजनिक और मांगलिक जगहों पर आमन्त्रित करने के लिये भेजा जाने वाला पत्र को निमंत्रण पत्र कहते है। अर्थात निमंत्रण पत्र अपने किसी मांगलिक कार्यक्रम में किसी दूसरे को शामिल करने का ऐसा जरिया होता है जिसे एक पत्र द्वारा लिखित रूप से दिया जाता है।

निमंत्रण पत्र क्यों दिया जाता है?

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में खुशियाँ, मौज-मस्ती, बहार आती है। उन खुशियों में अपने रिश्तेदारों, समाज बन्धुओं, मित्रों, अड़ोस-पड़ोस के निवासी आदि को सम्मिलित करता है। खुशी के अवसर पर जब विविध प्रकार के मांगलिक आयोजन किया जाता है। तो इस मांगलिक आयोजन में समस्त सम्बन्धी/परिचित बड़े आनन्द के साथ निमंत्रण पत्र के द्वारा ही सम्मिलित होते हैं। इसलिए हर खुशी के मौके पर निमंत्रण पत्र दिया जाता है। निमंत्रण पत्र किसी के यंहा खुशियों में शामिल होने का आधार होता है।

निमंत्रण पत्र कब दिया जाता है?

किसी व्यक्ति को श्रद्धा पूर्वक अपने घर शादी इत्यादि में बुलाना निमंत्रण होता है। निमंत्रण विशेष आयोजन पर अपने प्रिय लोगों को दिया जाता है। निमंत्रण औपचारिक होता है। किसी विवाह या अन्य कोई मांगलिक कार्यक्रम अपने घर के आयोजन है तो उसमें आप सबको निमंत्रण भेजते है। ताकि सब आपके खुशियों में शामिल हो सके।

निमंत्रण पत्र का क्या महत्व ? क्यों जरूरी होता है निमंत्रण पत्र देना?

निमंत्रण पत्र अपने खुशियों में या किसी मांगलिक कार्यक्रमों में किसी को भी शामिल करने का आधार होता है। इसका आधुनिक युग में इतना महत्व है कि अगर किसी को किसी कारणवश निमंत्रण पत्र नही मिला और उस व्यक्ति को आधुनिक संचार साधन द्वारा इस बात की जानकारी दी जाए कि अमुक अवसर पर उसको शामिल होना है तो वो आएगा नही क्योंकि उसको निमंत्रण पत्र भेजकर औपचारिकता नही दिखायी गयी। इसके बिना कोई भी किसी के मांगलिक कार्यक्रम में शामिल नही होता है। इसलिए इसका महत्व बहुत अधिक होता है।

निमंत्रण पत्र कितने प्रकार के होते हैं ?

पत्र के मुख्यतः दो रूप होते हैं पहला अनौपचारिक पत्र (निजी या व्यक्तिगत पत्र) जिसमे अपने मित्र तथा परिवार के किसी भी व्यक्ति या अपने जो परिचित है को लिखा जाता है। और दूसरा औपचारिक (व्यवसायिक / कार्यालय पत्र) पत्र जिसमे किसी भी कार्यालय में या संस्थान से जुड़े व्यक्ति (जो अपरिचित है ) को लिखा जाता है।

निमंत्रण पत्र द्वारा ही क्यों निमंत्रण दिया जता है | निमंत्रण पत्र क्यों लिखा जाता है?

निमंत्रण पत्र क्यों दिया जाता है ये तो आप जान ही चुके है लेकिन अब सवाल ये है कि निमंत्रण को पत्र द्वारा ही क्यों दिया जाता है? इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि निश्छल भावों और विचारों का आदान – प्रदान पत्रों द्वारा ही सम्भव है। पत्रलेखन दो व्यक्तियों के बीच होता है। इसके द्वारा दो हृदयों का सम्बन्ध दृढ़ होता है। इसलिए पत्राचार ही एक ऐसा साधन है, जो दूरस्थ व्यक्तियों को भावना की एक संगमभूमि पर ला खड़ा करता है और दोनों में आत्मीय सम्बन्ध स्थापित करता है।

निमंत्रण पत्र कैसे लिखे ?

निमंत्रण पत्र लिखते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए। इसमें कुछ बातों को मुख्य रूप से शामिल किया जाना चाहिए। कौन सी बातों को कंहा लिखना है इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इसे पूरे समाज के बीच दिया जाता है। आप इसमें इन बातों को विशेष रूप से शामिल कर सकते है-

  • विषय पंक्ति को लिखें – अर्थात आप किस विषय मे आप आमंत्रित करना चाहते है उसका विवण लिखे।
  • अपना शीर्षक जोड़ें – क्योंकि इससे पता चलता है कि ये किस कार्यक्रम के लिए है। जैसे विवाह, जन्म, गृह प्रवेश इत्यादि।
  • तारीख का उल्लेख करें – तारीख का उल्लेख करना अति आवश्यक होता है क्योंकि लोग इसी आधार पे आपके कार्यक्रम में शामिल होंगे।
  • प्रेषक के पते का उल्लेख करें – अपना पता सही सही डाले जिससे आपके यंहा पहुचने में आपके मेहमानों को दिक्कत न हो।
  • अभिवादन शामिल करें – अभिवादन डालना भी जरूरी होता है।
  • पत्र का मुख्य भाग लिखें – इसमें आप ये दर्शाये की आपके यंहा जो कार्यक्रम है वो कब और कैसे और किस प्रकार है।
  • समापन और हस्ताक्षर शामिल करें।

निमंत्रण का उत्तर कैसे दे?

जब भी आपको कोई निमंत्रण मिले तो आपको उसका अभिवादन के साथ जवाब देना चाहिए। इसके लिए आप उनको बोल सकते हैं कि आपके नम्र आमंत्रण के लिए बहुत बहुत धन्यवाद! मैं आपके साथ आपके कार्यक्रम शामिल होऊंगा। इस प्रकार आप अभिवादन के साथ किसी भी आमंत्रित पत्र का जवाब दे सकते हैं। आप सोशल मीडिया के माध्यम से भी आभार जता सकते हैं।

This Post Has One Comment

  1. rohit kumar

    thanku so much bro this is really helpfull to me

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Amit Yadav

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