अवसर क्या है? अवसर मिलने पर क्या करे? मौका क्या हैं? इसे कैसे भुनाएं

हांथ पे हांथ धरे रहने से कुछ नही होता अगर अवसर मिलने पर भी आप शांत बैठेंगे तो आपके जीवन मे निराश के अलावा कुछ हांथ नही आएगा। इसलिए सही अवसर मिलने पर उसका सदुपयोग कैसे करे ? आईये जाने की आखिर ये अवसर क्या है? अवसर मिलने पर क्या करे? मौका क्या हैं? इसे कैसे भुनाएं? देखे विस्तृत जानकारी…

अवसर क्या है ? अवसर का अर्थ क्या हैं? क्या है अवसर की परिभाषा ?

अवसर ईश्वर की ओर से मानव को प्रदत्त दुर्लभ व अनुपम उपहार है। अवसर सूर्योदय की तरह है जिसे ज्यादा देर तक इंतजार करने पर खो देतें है। फिर दुबारा जिसे पाना असंभव होता हैं। अवसर नामुमकिन को मुमकिन करने के लिए नेचर द्वारा बनाया गया संयोग जो की किसी व्यक्ति विशेष की योग्यता व क्षमता से सम्बंधित प्रतिभा को प्रदर्शित करने का साधन होता है।

 

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अवसर का अर्थ है वर्तमान परिस्थिति के संयोग से लाभ उठा लेना है। अवसर का यह संयोग प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में आता है, कुछ लोग इसे पहचान कर इससे लाभ उठा लेते हैं और बाकी लोग चुपचाप बैठे रह जाते हैं । अवसर में स्थायित्व नहीं होता हैं । यह कुछ दिनों के लिए आता है और फिर चला जाता। इसलिए समय रहते इसका उपयोग कर लेना चाहिए।

अवसर का महत्व

प्रभु जिस उद्देश्य से मनुष्य को सुअवसर प्रदान करते हैं , यदि मनुष्य उस अदृश्य सत्ता के संकेतों को समझ जाए और उनका सदुपयोग करे तो जीव व जीवन का कायाकल्प संभव है। अवसर उसे महत्व देता है , जो अवसर को महत्व देता है। अवसर उनकी मदद कभी नहीं करता, जो अपनी मदद नहीं करते । विवेकशील , कर्मठ व साधक व्यक्ति के सान्निध्य का अवसर ऐतिहासिक स्वर्णिम व स्मरणीय बन जाता है , किंतु निष्क्रिय व निकृष्ट सोच वाले व्यक्ति का साथ या अवसर कलंकित व कंटकाकीर्ण हो जाता है।

अवसर मिलने पर क्या करे?

आपको जब कुछ अच्छा करने का मौका मिले या आगे बढ़ने का अवसर मिले तो बिना संकोच की उस अवसर को भुनाने का कोशिश करना चाहिए। अगर आप ये सोचेंगे कि कल कर लेंगे, अभी तो बहुत मौका मिलेगा तो ये भ्रम आपको ले डूबेगा। फिर वो अवसर कभी नही आएगा कि आप कुछ कर सके। अगर समय रहते आप मिले अवसर का सदुपयोग नही करेंगे तो आपको बहुत नुकसान उठाना पड़ सकता है और आपके पास पछताने के अलावा और कुछ नही रहेगा। इसलिए जब कुछ करने का मौका मिले तो उस पर विचार कर उसका उपयोग जरूर करे।

अवसर को पहचाने? सही मौके का पहचान कैसे करे?

हर समस्या के मूल में कई अवसर छुपे होते हैं। अवसर को पहचानना सीखो अन्यथा अवसर आएगा भी तो आप जान नही पाएंगे। बुराई के अवसर तो हजारों बार आते हैं। लेकिन अच्छे और भलाई के अवसर बहुत कम मिलता हैं। जीत समस्याओं में अवसर खोजने से ही मिलती हैं। अवसर के राह देखने वाले व्यक्ति तो साधारण होते हैं। जबकि असाधारण व्यक्ति ऐसे अवसरों के जन्मदाता होते हैं। नए नए अवसरों को बनाता हैं।

अवसर खुद बनाये?

यदि कोई अवसर आपके जीवन मे नही आता है तो उसके लिए दरवाजा बनाये, जैसे कोई निराशावादी व्यक्ति हर काम मे कोई न कोई दुष्परिणाम ढूंढ ही लेता है वैसे ही आशावादी व्यकि या अवसरवादी व्यक्ति हर एक कठिन कार्य मे भी अवसर ढूंढ ही लेता हैं। एक आशावादी व्यक्ति हर समस्या, हर कठिन कार्य मे अवसर देखता है और उसे खोजता हैं। उसके लिये नई दरवाजे बनाता हैं। प्रत्येक अवसर के लिए तैयार रहना ही सफलता का मूल मंत्र हैं।

अवसर का इंतजार न करें?

अवसर हर रोज आपके दरवाजा खटखटाएंगे लेकिन आप सोते रहेंगे तो वो धीरे धीरे निकल जाएंगे। इसलिए अवसर के इंतजार में मत बैठो आज ही सर्वोत्तम अवसर हैं। आज मिले अवसर केेआ सदुपयोग कर लो। क्योंकि जिस प्रकार समय और समुद्र की लहरें किसी का इंतजार नही करता उसी प्रकार आप भी बिना देर किए मिले अवसर को भुना लो। किसी अवसर की तलाश में मत रहो। वैसे तो हमे अनगिनत अवसर मिलते है। लेकिन अपने कमियों और आलस्य के वजह से हम उसे गँवा देते हैं। और बाद पछताते हैं। इसलिए आप बिना देर की सही समय में सही फैसले ले ताकि बाद में पछताना न पड़े।

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