राज्यों की राजधानी | भारत के राज्यों की राजधानी कब और कैसे बना?

राज्यों की राजधानी | भारत के राज्यों की राजधानी कब और कैसे बना?

भारत एक विशाल देश है और अलग अलग राज्यों में बंटा हुआ है। इन सभी राज्यों के अपनी एक राजधानी है। आज की इस पोस्ट में हम बात करेंगे राज्यों की इन्ही राजधनियों के बारे में। तो चलिए देखते है भारत के राज्यों की राजधानी कौन कौन से है और कब और किस प्रकार बना।

भारत राज्यों का एक संघ है और राज्यों में राज्यपाल, राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के रूप में, कार्यपालिका का प्रमुख होता है। भारत में, प्रत्येक राज्य की एक प्रशासनिक, विधायी और न्यायिक राजधानी होती है, कुछ राज्यों में तीनों कार्य एक ही राजधानी में किए जाते हैं।

पूरे भारत में कितनी राजधानी है?

इस आर्टिकल की प्रमुख बातें

वर्तमान में पूरे भारत मे 28 राज्यों की 28 राजधानी है लेकिन कुछ राज्यों के शीतकालीन राजधानी भी है जैसे हिमाचल प्रदेश की।

भारत के राज्यों की राजधानी

राज्य की राजधानी | भारत के राज्यों की राजधानी कब और कैसे बना?

1. अरुणाचल प्रदेश – इटानगर :

ईटानगर हिमालय की तराई में बसा हुआ, भारत के अरुणाचल प्रदेश राज्य की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। प्रशासनिक दृष्टि से यह पपुम पारे ज़िले में स्थित है और दिकरोंग नदी के किनारे बसा हुआ है। 59,490 जनसंख्या वाला यह खूबसूरत शहर 20 फ़रवरी 1987 को अरुणाचल प्रदेश के भारतीय संघ का 24वां राज्य बनाये जाने के साथ ही यहां की राजधानी के रूप में गठन किया। तब से यह अरुणाचल प्रदेश की राजधानी है।

ईटानगर का नाम ईटा दुर्ग से आया है। इस किले का निर्माण 14-15वीं शताब्दी में राजाओं ने किया था। इसके नाम पर ही इस नगर का नाम ईटानगर रखा गया है। अब इस किले को राजभवन के नाम से जाना जाता है और यह राज्यपाल का सरकारी आवास है।

2. असम – दिसपुर :

दिसपुर, भारत के असम राज्य की राजधानी है और असम के सबसे बड़ा शहर गुवाहाटी का एक उपनगर है। जिसे 1973 में राजधानी बनाई गई। इससे पहले असम की राजधानी शिलांग था, लेकिन असम से अलग होकर मेघालय राज्य का गठन से शिलांग मेघालय में चला गया और दिसपुर को असम की राजधानी बनाया गया। असम की राजधानी 9,57,352 जनसंख्या के साथ कामरूप महानगर ज़िला का हिस्सा है।

3. उत्तर प्रदेश – लखनऊ :

लखनऊ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी है। प्रशासनिक रूप से यह लखनऊ ज़िले के अंतर्गत आता है। लखनऊ प्राचीन कोसल राज्य का हिस्सा था। लखनऊ के वर्तमान स्वरूप की स्थापना नवाब आसफ़ुद्दौला ने 1775 ई. में की थी। अवध के शासकों ने लखनऊ को अपनी राजधानी बनाकर इसे समृद्ध किया। 1920 में प्रदेश की राजधानी को इलाहाबाद से बदल कर लखनऊ कर दिया गया। फिर स्वतन्त्रता के बाद 12 जनवरी सन 1950 में इस क्षेत्र का नाम बदल कर उत्तर प्रदेश रख दिया गया और लखनऊ इसकी राजधानी बना। ये कुल 28,17,105 जनसंख्या के साथ लखनऊ जिला के अंतर्गत आता है।

4. उत्तराखण्ड – देहरादून :

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, उत्तर भारत में स्थित एक प्रमुख पर्वतीय पर्यटन स्थल, देहरादून जिले का मुख्यालय है। देहरादून, उत्तरखण्ड की अन्तरिम राजधानी होने के साथ इस राज्य का सबसे बड़ा नगर है। गैरसैण नामक एक छोटे से कस्बे को इसकी भौगोलिक स्थिति को देखते हुए भविष्य की राजधानी के रूप में प्रस्तावित किया गया है किन्तु विवादों और संसाधनों के अभाव के चलते अभी भी देहरादून अस्थाई राजधानी बना हुआ है।

5. ओड़िशा – भुवनेश्वर :

भुवनेश्वर भारत के ओड़िशा राज्य की राजधानी और सबसे बड़ा नगर है। प्रशासनिक रूप से यह खोर्धा ज़िले में स्थित है। यह पूर्व भारत का एक महत्वतपूर्ण आर्थिक व सांस्कृतिक केन्द्र है। 1826 में कटक ओड़िशा प्रांत की राजधानी बनी। भारत के आजाद  होने के बाद सन 1948 में ओड़िशा की राजधानी कटक से भुवनेश्वर में स्थानांतरित कर दिया गया। ओड़िशा की इस वर्तमान राजधानी का निर्माण इंजीनियरों और वास्‍तुविदों ने उपयोगितावादी सिद्धान्त के आधार पर किया है।

6. आंध्र प्रदेश – अमरावती :

1 अक्टूबर 1953 को जब आन्ध्र प्रदेश को राज्य का दर्जा मिला तो कर्नूल को राजधानी बनाया गया था। फिर 1 नवम्बर 1956 को आन्ध्र प्रदेश राज्य के निर्माण के लिए आन्ध्र राज्य का विलय हैदराबाद राज्य के तेलंगाना प्रांत से किया गया और हैदराबाद को आन्ध्र प्रदेश की राजधानी बनाया गया।

आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम (2014) के अनुसार , हैदराबाद आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद तेलंगाना के तत्कालीन नवगठित राज्य की राजधानी बन गया। हालांकि, हैदराबाद दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी के रूप में दस साल से अधिक समय तक नहीं रहेगा। इसलिए, आंध्र प्रदेश की राजधानी के रूप में सेवा करने के लिए अमरावती का निर्माण किया जा रहा है।

वर्तमान में अमरावती आन्ध्र प्रदेश की राजधानी है। “अमरावती” शब्द को अमरावती मंदिर के ऐतिहासिक शहर, जो की सतवाहन राजवंश के तेलगु राजाओं की प्राचीन राजधानी थी, से लिया गया है।

7. कर्नाटक – बंगलुरु :

बंगलुरु भारत के राज्य की कर्नाटक राज्य की राजधानी है। ब्रिटिश शासनकाल में यह नगर मद्रास प्रेसिडेंसी के तहत था। मैसूर की राजधानी सन् 1831 में मैसूर शहर से बदल कर बेंगलूरु कर दी गई, और ब्रिटिश रेज़िडेंट ने बेंगलूरु से शासन चलाना शुरू कर दिया। सन् 1957 में भारत की आज़ादी के बाद मैसूर राज्य का भारत संघ में विलय हो गया, और बेंगलूरु सन् 1956 में नवगठित कर्नाटक राज्य की राजधानी बन गया। आज बंगलुरू को भारत की आईटी राजधानी के रूप में भी जाना जाता है।

8. केरल – तिरुवनंतपुरम :

तिरुवनन्तपुरम दक्षिण भारतीय शहर, केरल राज्य की राजधानी है। त्रावणकोर के संस्थापक मार्त्ताण्डवर्म्म ने तिरुवनंतपुरम को अपनी राजधानी बनाया जो उनकी मृत्यु के बाद भी बनी रही। स्वतन्त्रता के बाद यह त्रावणकोर- कोचीन की राजधानी बनी। 1956 में केरल राज्य के बनने के बाद से यह केरल की राजधानी है। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम को त्रिवेंद्रम के नाम से भी पुकारा जाता है। देवताओं की नगरी के नाम से मशहूर इस शहर को महात्मा गांधी ने नित हरा नगर की संज्ञा दी थी।

10. गुजरात – गांधीनगर :

गाँधीनगर भारत के गुजरात राज्य का राजधानी है। 1970 में गांधीनगर में राजधानी स्थानांतरित होने से पहले अहमदाबाद ही गुजरात की राजधानी हुआ करता था। गांधीनगर अहमदाबाद शहर से 35 किलोमीटर पूर्वोत्तर में साबरमती नदी के दाएँ तट पर स्थित है। साबरमती नदी के पश्चिमी तट पर स्थित गुजरात की राजधानी गांधीनगर का नाम राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के नाम पर रखा गया है।

11. छत्तीसगढ़ – रायपुर :

रायपुर, भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित एक नगर है। जो छत्तीसगढ़ के गठन के साथ ही 1 नवम्बर 2000 से राज्य की राजधानी है और रायपुर जिले का मुख्यालय है। छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर का प्रशासनिक केन्द्र ‘नया रायपुर’ हैं। यह एक विश्व स्तरीय परियोजना है जिसमे कि वर्तमान रायपुर से 25 किमी दूर एक नए शहर का सृजन किया गया है। इसे भविष्य में राज्य की नई राजधानी बनाने के लिए विकसित करा जा रहा है।

12. झारखंड – रांची :

भारत के झारखंड राज्य की राजधानी रांची है। पहले जब यह बिहार राज्य का भाग था तब गर्मियों में अपने अपेक्षाकृत ठंडे मौसम के कारण प्रदेश की शीतकालीन राजधानी हुआ करती थी। फिर 15 नवम्बर 2000 को बिहार से अलग राज्य बनने के साथ ही रांची झाड़खंड की राजधानी है। रांची को झीलों का शहर भी कहा जाता है।

13. तमिलनाडु – चेन्नई :

चेन्नई भारतीय राज्य तमिलनाडु की राजधानी है। अठारहवीं सदी के अंत होते-होते ब्रिटिशों ने लगभग पूरे आधुनिक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश एवं कर्नाटक के हिस्सों को अपने अधीन कर लिया एवं मद्रास प्रेसिडेंसी की स्थापना की जिसकी राजधानी मद्रास घोषित की गयी। फिर 1996 में, तमिलनाडु सरकार ने आधिकारिक तौर पर मद्रास से चेन्नई का नाम बदल दिया। भारत का यह महानगर 26 जनवरी 1950 में तमिलनाडु राज्य के गठन के साथ ही तमिलनाडु का राजधानी है।

14. तेलंगाना – हैदराबाद :

हैदराबाद भारत के राज्य तेलंगाना कि राजधानी है। यह नगर दक्कन के पठार पर मूसी नदी के किनारे स्थित है। जब 1 नवम्बर 1956 को आन्ध्र प्रदेश राज्य के निर्माण के लिए आन्ध्र राज्य का विलय हैदराबाद राज्य के तेलंगाना प्रांत से किया गया और हैदराबाद को आन्ध्र प्रदेश की राजधानी बनाया गया। आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम (2014) के अनुसार, हैदराबाद आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद तेलंगाना के तत्कालीन नवगठित राज्य की राजधानी बन गया। हालांकि, हैदराबाद दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी के रूप में दस साल से अधिक समय तक नहीं रहेगा। जब आंधप्रदेश का नया राजधानी बन जायेगा तो हैदराबाद केवल तेलंगाना राज्य की राजधानी रहेगा।

15. त्रिपुरा – अगरतला :

अगरतला भारत के त्रिपुरा प्रान्त की राजधानी है । इसकी स्थापना 1850 में महाराज राधा कृष्ण किशोर माणिक्य बहादुर द्वारा की गई थी। त्रिपुरा शुरू में भाग-सी के अंतर्गत आने वाला राज्‍य था और 1956 में राज्‍यों के पुनर्गठन के बाद यह केंद्रशासित प्रदेश बना और इसके बाद 1972 में इसे पूर्ण राज्‍य का दर्जा प्राप्‍त हुआ। तब से इस राज्य की राजधानी अगरतला है। अगरतला एक शाही राजधानी और त्रिपुरा का सबसे बड़ा शहर है।

16. नागालैंड – कोहिमा :

कोहिमा, भारत के उत्तर पूर्वी राज्य नागालैंड की राजधानी है। कोहिमा की स्थापना 1878 में हुई थी जब ब्रिटिश साम्राज्य ने यहाँ तत्कालीन नागा पहाड़ियों का मुख्यालय स्थापित किया था। 1963 में नागालैंड राज्य के उद्घाटन के बाद से यह शहर आधिकारिक तौर पर राज्य की राजधानी बन गया। नागालैण्ड की स्थापना 1 दिसम्बर 1963 को भारत के 16वें राज्य के रूप मे हुई थी और तब से कोहिमा नागालैंड की राजधानी है।

17. पश्चिम बंगाल – कोलकाता :

कोलकाता भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी है और भारत के प्रमुख महानगरों में से एक है। प्रशासनिक रूप से यह कोलकाता ज़िले में स्थित है। कोलकाता हुगली नदी के पूर्वी किनारे पर बांग्लादेश की सीमा से 80 किमी दूर बसा हुआ है। ब्रिटिश शासन के दौरान जब कोलकाता एकीकृत भारत की राजधानी थी, तब कोलकाता को लंदन के बाद ब्रिटिश साम्राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर माना जाता था। फिर भारत के आजादी के बाद 1 नवंबर 1956 को पश्चिम बंगाल के नए राज्य के रूप में गठन के बाद से कोलकाता इस राज्य मि राजधानी है।

18. पंजाब – चंडीगढ़

चण्डीगढ़ शहर भारत का एक संघ राज्यक्षेत्र है, जो दो भारतीय राज्यों, पंजाब और हरियाणा की राजधानी भी है। ब्रिटिश भारत के विभाजन के बाद 1947 में पंजाब राज्य को भारत और पाकिस्तान में दो भागों में बाँट दिया गया था। इसके साथ ही राज्य की पुरानी राजधानी लाहौर, पाकिस्तान के भाग में चली गयी थी। तब भारतीय पंजाब को एक नई राजधानी की आवश्यकता पड़ी और अंततः फलस्वरूप एक नये योजनाबद्ध राजधानी शहर चंडीगढ़ की स्थापना की गई।

लेकिन 1 नवंबर, 1966 को पंजाब के हिन्दी-भाषी पूर्वी भाग को काटकर हरियाणा राज्य का गठन किया गया, जबकि चंडीगढ़ शहर दोनों के बीच सीमा पर स्थित था, जिसे दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी के रूप में घोषित किया गया और साथ ही संघ शासित क्षेत्र भी घोषित किया गया था।

19. बिहार – पटना :

पटना भारत के बिहार राज्य के पटना जिले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है, और राज्य की राजधानी है। यह बिहार का सबसे बड़ा नगर है। पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र, पुष्पपुरी और कुसुमपुर था। अजातशत्रु ने पाटलिपुत्र शहर की स्थापना की जो बाद में मगध की राजधानी बन गई। 1912 में बंगाल विभाजन के बाद, पटना उड़ीसा तथा बिहार की राजधानी बना। फिर 26 जनवरी 1950 को बिहार के नए राज्य बनने के बाद भी राज्य की राजधानी बना रहा। उसके बाद 2000 में झारखंड राज्य के अलग होने के बाद पटना बिहार की राजधानी पूर्ववत ही बना रहा।

20. मणिपुर – इम्फाल

इम्फाल, भारत के मणिपुर राज्य की राजधानी है। 15 अक्टूबर 1949 में मणिपुर के भारत मे विलय के साथ ही नए राज्य की गठन के साथ ही इम्फाल मणिपुर राज्य की राजधानी बना। इम्फाल नगर इम्फाल पश्चिम ज़िले और इम्फाल पूर्व ज़िले दोनों में विस्तारित है, और शहर की अधिकांश आबादी इसके पश्चिमी भाग में निवास करती है।

21. मध्य प्रदेश – भोपाल :

भोपाल भारत देश में मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी है और भोपाल जनपद का प्रशासनिक मुख्यालय भी हैं। 1950 में सर्वप्रथम मध्य प्रांत और बरार को छत्तीसगढ़ और मकराइ रियासतों के साथ मिलकर मध्य प्रदेश का गठन किया गया था। तब इसकी राजधानी नागपुर में थी। इसके बाद 1 नवंबर 1956 को मध्य भारत, विंध्य प्रदेश तथा भोपाल राज्यों को भी इसमें ही मिला दिया गया, जबकि दक्षिण के मराठी भाषी विदर्भ क्षेत्र को (राजधानी नागपुर समेत) बॉम्बे राज्य में स्थानांतरित कर दिया गया।

पहले जबलपुर को राज्य की राजधानी के रूप में चिन्हित किया जा रहा था, परन्तु अंतिम क्षणों में इस निर्णय को पलटकर भोपाल को राज्य की नवीन राजधानी घोषित कर दिया गया और तब से भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी है। भोपाल को राजा भोज की नगरी तथा झीलों की नगरी भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ कई छोटे-बड़े तालाब हैं।

22. महाराष्ट्र – मुंबई :

मुम्बई, जिसका पुराना नाम बॉम्बे था, भारत के महाराष्ट्र राज्य की राजधानी है। 1687 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने अपने मुख्यालय सूरत से स्थानांतरित कर यहां मुंबई में स्थापित किये। और अंततः नगर बंबई प्रेसीडेंसी का मुख्यालय बन गया। 1947 में भारतीय स्वतंत्रता के उपरांत, यह बॉम्बे राज्य की राजधानी बना।

1955 के बाद, जब बॉम्बे राज्य को पुनर्व्यवस्थित किया गया और भाषा के आधार पर इसे महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में बांटा गया, तब एक मांग उठी, कि मुंबई नगर को एक स्वायत्त नगर-राज्य का दर्जा दिया जाये। हालांकि संयुक्त महाराष्ट्र समिति के आंदोलन में इसका भरपूर विरोध हुआ, व मुंबई को महाराष्ट्र की राजधानी बनाने पर जोर दिया गया। और अन्ततः 1 मई, 1960 को महाराष्ट्र राज्य स्थापित हुआ, जिसकी राजधानी मुंबई को बनाया गया।

23. मिज़ोरम – आइजोल :

आइज़ोल, पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्यों में से एक मिज़ोरम की राजधानी है। 1972 तक यह नगर असम का भाग था मगर मिज़ोरम के पहले केन्द्र शासित प्रदेश उसके बाद 20 फरवरी 1987 को भारतीय संविधान के 53वें संशोधन, 1986 के फलस्वरूप राज्य बनने पर आइजोल मिजोरम राज्य की राजधानी बना और तब से यहां की राजधानी है।

24. मेघालय – शिलांग :

शिलांग, भारत के राज्य मेघालय में स्थित एक पर्वतीय स्थल एवं मेघालय की राजधानी है। यह ईस्ट खासी हिल्स जिले का मुख्यालय है। 1874 में असम के मुख्या आयुक्त प्रान्त (चीफ़ कमिश्नर्स प्रोविन्स) गठन किये जाने पर इसे नये प्रशासन का मुख्यालय घोषित किया गया। शिलांग 21 जनवरी 1972 को नवीन मेघालय राज्य के गठन होने तक अविभाजित असम की राजधानी बना रहा और इसके बाद असम की राजधानी को गुवाहाटी में दिसपुर स्थानांतरित कर दिया गया और शिलांग मेघालय का राजधानी बना रहा।

25. राजस्थान – जयपुर :

जयपुर शहर भारत संघ के सबसे बड़े राज्य राजस्थान की राजधानी है। भारत के आजादी के बाद राज्यों के पुर्नगठन के समय 30 मार्च 1949 को राजस्थान के नए राज्य बनने के साथ ही जयपुर इस राज्य की राजधानी बना और तब से जयपुर यहां की राजधानी है। जयपुर राजस्थान का सबसे बड़ा शहर है। जयपुर को” पिंक सिटी” अथवा “गुलाबी नगरी” भी कहते है।

26. सिक्किम – गंगटोक :

भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य सिक्किम की राजधानी गंगटोक या स्थानीय नाम गान्तोक एक बहुत आकर्षक शहर है जो रानीपूल नदी के पश्चिम ओर बसा है। गंगटोक राजधानी तथा सबसे बड़ा शहर है। सिक्किम नाम ग्याल राजतन्त्र द्वारा शासित एक स्वतन्त्र राज्य था, परन्तु प्रशासनिक समस्यायों के चलते तथा भारत में विलय और जनमत के कारण 1975 में एक जनमत-संग्रह के साथ भारत में इसका विलय हो गया और तब से गंगटोक सिक्किम राज्य की राजधानी है।

27. हरियाणा – चंडीगढ़ :

चण्डीगढ़ शहर भारत का एक संघ राज्यक्षेत्र है, जो दो भारतीय राज्यों, पंजाब और हरियाणा की राजधानी भी है। 1 नवंबर, 1966 को पंजाब के हिन्दी-भाषी पूर्वी भाग को काटकर हरियाणा राज्य का गठन किया गया, जबकि पंजाबी-भाषी पश्चिमी भाग को वर्तमान पंजाब ही रहने दिया था। चंडीगढ़ शहर दोनों के बीच सीमा पर स्थित था, जिसे दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी के रूप में घोषित किया गया और साथ ही संघ शासित क्षेत्र भी घोषित किया गया था।

अगस्त 1985 में तत्कालीन प्रधान मंत्री राजीव गांधी और अकाली दल के संत हरचंद सिंह लोंगोवाल के बीच हुए समझौते के अनुसार, चंडीगढ़ को 1986 में पंजाब में स्थानांतरित होना तय हुआ था। इसके साथ ही हरियाणा के लिए एक नई राजधानी का सृजन भी होना था, किन्तु कुछ प्रशासनिक कारणों के चलते इस स्थानांतरण में विलंब हुआ। इस विलंब के मुख्य कारणों में दक्षिणी पंजाब के कुछ हिन्दी-भाषी गाँवों को हरियाणा और पश्चिम हरियाणा के पंजाबी-भाषी गाँवों को पंजाब को देने का विवाद था। वर्तमान में हरियाणा के नए राजधानी बनने तक चंडीगढ़ ही राज्य की राजधानी रहेगा।

28.हिमाचल प्रदेश – शिमला :

शिमला भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के शिमला ज़िले में स्थित एक नगर है । यह राज्य की राजधानी और सबसे बड़ा नगर है। यह शिमला जिले का मुख्यालय भी है। 25 जनवरी 1971 को हिमाचल के नए राज्य गठन के साथ ही शिमला को इस राज्य की राजधानी बनाया गया। तब से शिमला यहां की राजधानी है और इसके साथ ही धर्मशाला राज्य की शीतकालीन राजधानी है। शिमला उत्तर भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशन में से एक है और इसे पहाड़ों की रानी भी कहा जाता है।

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