असफलता को अवसर में कैसे बदलें | असफलता में अवसर की पहचान

असफलता को अवसर में कैसे बदलें | असफलता में अवसर की पहचान

मनुष्य हर काम में सफल हो ऐसा तो जरूरी नहीं होता हैं। अक्सर जब हम किसी क्षेत्र या काम में असफल होते हैं, तो बेहद दुखी हो जाते हैं। लेकिन आप को ये समझ लेना चाहिए कि जिस तरह सफलता उन्नति के द्वार खोल देती है उसी तरह असफलता नए अवसरों के लिए रास्ता भी दिखाती है। तो चलिए उन अवसरों को ढूंढने की कोशिश करते है जो असफलता में छिपा रहता है।

असफलता किसे कहते हैं :

इसे सफलता के विपरीत माना जाता है। सामान्य तौर पे असफलता लक्ष्य की प्राप्ति न होने की स्थिति को कहा जाता है।

असफलता को अवसर में कैसे बदलें असफलता में अवसर की पहचान

असफलता अच्छी है या बुरी :

असफल होना भी अच्छी होता है। असफलता हमेशा बुरी नहीं होती है। संगठनात्मक जीवन में यह कभी – कभी बुरा होता है, कभी – कभी अपरिहार्य होता है, और कभी – कभी अच्छा भी होता है। वैसे असफलता उतना सीखा जाती है जितना एक सफलता में नही जान पाते।

असफलता सफलता का मार्ग दिखाती है :

जिस तरह सफलता उन्नति के द्वार खोल देती है उसी तरह असफलता नए अवसरों के लिए रास्ता दिखाती है। यदि हम उस असफलता का कारण ढूंढने की कोशिश करेंगे तो आप अपनी कमियों को पहचान पाएंगे। असफलता सफलता का मार्ग दिखाती है।

असफलता का महत्त्व :

मनुष्य हर काम में सफल हो ऐसा तो जरूरी नहीं, कोशिश करने वाले लोग ही असफल होते हैं, जिसने हार को करीब से जाना है वही जानता है कि जीत का क्या महत्त्व है। असफलता नए अवसरों के लिए रास्ता दिखाती है। निरंतर प्रयास करते रहना और असफलता के आगे हार ना मानना ही आत्मविश्वासी व्यक्ति की पहचान होती है। वो कहावत तो आपने सुना ही होगा न कि, लहरों से डरकर नैया पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है।

असफल होने के कारण :

कभी – कभी लोग अपने लक्ष्य को पाने के लिए कुछ छोटी मोटी कोशिशें करते हैं और असफल होने पर वह अपने लक्ष्य को छोड़ देते हैं। पर असलियत में बात यह होती है कि हमने उस हद तक कोशिश नहीं किया होता है जो हमारे लक्ष्य को पाने के लिए सही है। एक कहवत है कि मुश्किलें ही सफलता के स्तंभ हैं, एक मनुष्य के सफलता के रास्ते में जितने ज्यादा जोखिम और कष्ट आते हैं वह इंसान अपने जीवन में उतना ही ज्यादा सफल इंसान बनता है।

सफलता न प्राप्त होने के निम्म कारण हो सकता है :

  • जीवन में लक्ष्य की कमी : सबसे बड़ा कारण है लक्ष्य जब तक हम जीवन में कोई लक्ष्य नहीं रखेंगे जब तक कभी सफल नहीं हो सकते।
  • जीवन में विनम्रता की कमी : विनम्रता की कमी जीवन में विनम्रता के बिना कोई भी व्यक्ति सफल नहीं बन सकता।
  • लक्ष्य को भूल जाना : कभी – कभी हम अपने लक्ष्य के बारे में सोचते तो रहते हैं, पर अपने लक्ष्य को भूल जाते हैं।
  • मजबूत विश्वास की जरुरत : लक्ष्य पर और अपने आप पर अटूट विश्वास की जरूरत है । अगर हम यह विश्वास ही नहीं करेंगे कि हम अपने लक्ष्य तक पहुँच पाएंगे तो हम कैसे रास्ता ढूँढेंगे, और लक्ष्य तक पहुंचेंगे।
  • अपर्याप्त शिक्षा : अपर्याप्त शिक्षा से कोई भी व्यक्ति अपने सफलता को प्राप्त नहीं कर सकता।अनुभव और ज्ञान ही सफलता का पहला कदम होते है। पहले अपनी शिक्षा को पूरी करना चाहिए।

असफल होने से हमें प्रेरणा मिलती है :

असफलताएँ यह बताती है कि हमने समय का सही उपयोग नहीं किया है। अगर हम अपने जीवन में कुछ बेहतर करना चाहते हैं तो हमको सबसे ज्यादा अपने कीमती समय पर ध्यान देना होगा। आज दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है, अगर हम इसके साथ नहीं चलेंगे तो निश्चित ही पीछे हो जायेंगे। सही समय पर सही काम करने से ही सफलता मिलती हैं। असफलता हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है, और हमारे जीवन की समग्र गुणवत्ता में सुधार करती है।

असफलता एक चुनौती की तरह होती है :

असफल होना एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम, संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो, कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। असफलता की चुनौतियों को अवसरों में बदले का प्रयास करे।

असफलता हमें सबक सिखती है :

हम सभी अपने जीवन में कभी न कभी कहीं न कहीं असफल होते हैं। असफलता हमें जो सबक देती है, वह हमारी सफ़लता का कारण बनता है। असफलता के कारण हम अपनी त्रुटियों को देख पाते हैं और उसे दूर कर अच्छी सफ़लता हासिल करते हैं।

असफलता को सफलता में बदलने के उपाय :

अगर जीवन के किसी भी मार्ग में असफलता मिलती हैं तो उससे घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उसे एक चुनौती की तरह स्वीकार करना चाहिए। आज के दौर में नकारात्मक लोगों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। इन सब नकारात्मक शक्तियों का असर कम करने के लिए कुछ अच्छे विचार अपने मन में उतारने होंगे।

  • गलतियों से सीखने की कोशिश करें : असफलता पर घंटों सोचते रहने से कुछ नहीं हासिल होता हैं। इसकी बजाय असफलता क्यों मिली, इसके कारण जाने की कोशिश करनी चाहिए।
  • कमजोरी को बनाएं खूबी : अपनी कमजोरी को ही अपना अस्त्र बना लीना चाहिये। सीमा से बंधे रहने की बजाय स्वयं को असफलता से बाहर निकालें, और भावनाएं भरनी और भविष्य में बढ़िया प्रदर्शन करने के लिए कोशिश करनी चाहिए।
  • महापुरुषों की जीवनियां पढनी चाहिए : ऐसे महापुरुषों की संख्या बहुत अधिक है, जो अपने जीवन में किसी न किसी मोड़ पर असफल हुए हैं, लेकिन अपनी मेहनत से अलग – अलग क्षेत्रों में बड़ी सफलता हासिल की। इन सभी लोगों में एक बात समान थी, कि उन्होंने अपनी पिछली विफलताओं से सीखने की कोशिश की और आगे बढ़े।

प्रत्येक असफलता में एक अवसर छुपा होता है

असफलता, सफलता की दिशा में उठाया गया पहला कदम होता है, प्रत्येक असफलता के साथ एक ऐसी शक्ति उत्पन्न होती है जो हमें सफलता की ओर अधिक तेजी से धकेलने लगती है। इसलिए असफलता को एक अवसर की तरह लें और दोगुनी ऊर्जा से फिर से प्रयास करना चाहिए। यदि हम उस असफलता का कारण ढूंढने की कोशिश करेंगे तो आप अपनी कमियों को पहचान पाएंगे।

अपनी असफलता का दुख मनाने या अवसाद में जाने की बजाए हमें उसका विश्लेषण करना चाहिए। भले ही आप किसी परीक्षा में फेल हो गये हों, मगर उसे दिल से न लगाएं। बल्कि, आपसे क्या चूक हुई इसका विश्लेषण करें। खुद को एक नई शुरुआत दें और दोबारा उन्ही गलतियों को न दोहराएं।

जो व्यक्ति समय के मुताबिक अपने कार्यों को करता है, उसे सफलता प्राप्त करने के लिए अधिक संघर्ष करना नहीं पड़ता है। आत्मविश्वास सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक होती है। मन में अच्छी बातों का आगमन और बुरे विचारों का निराकरण ही है सफलता की सबसे बड़ी कुंजी होती है। यही सफलता का प्रमुख होता है।

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