हमारे शरीर की दिलचस्प बातें, मानव शरीर की अनसुनी, हैरान करने वाली बातें,
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हमारे शरीर की दिलचस्प बातें

मानव शरीर पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी जीवो से अलग है , मानव शरीर का सभी जीवो से अलग होने का एक मात्र कारण इस शरीर के पास तेज दिमाग का होना बस नही है। मानव शरीर को विश्व में पाई जाने वाली सभी जीवित प्रजातियों में नंबर एक पर रखा जाता है.क्योकि मानव शरीर में बहुत सी ऐसी खुबिया पाई जाती है जो अन्य जीवो के शरीर में नहीं होती। हमारे शरीर की दिलचस्प बातें दूसरे जीवो से काफी अलग बनाती है।

हमारे शरीर की रचना भी जितनी अदभुत है उतनी ही जटिल भी है कुछ अजब – गजब बाते ऐसी जो बहुत कम लोगों को पता होगी कुछ चीजें तो हमारे दैनिक जीवन से जुडी है फिर भी हम गौर नहीं करते है। ऐसे ही हमारे शरीर से जुडी कुछ बाते और तथ्य है वाकई हैरान करने वाले है . जिनके बारे में बहुत कम व्यक्तियों की जानकारी है।

इंसानी शरीर और उसकी संरचना अपने आप में अद्भुत है। वैज्ञानिक सैकड़ों सालों से इसकी तकनीक समझने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पूरी तरह जान पाने में नाकाम रहे हैं . जानिए शरीर से जुड़ी कुछ ऐसी बातें , जो वाकई चौंकाने लायक हैं।

दोस्तों, आज का पोस्ट मानव शरीर से जुड़ा है , आज हम आपको मानव शरीर से जुड़े वे सभी रोचक तथ्य और ज्ञान से भरपूर जानकारी देने जा रहे है , जो मानव शरीर को समझने में लाभकारी सिद्ध होंगी , तो चलिए जानते है। कि हमारे शरीर की दिलचस्प बातें, मानव शरीर की अनसुनी, हैरान करने वाली बातें कौन कैन सी है।

हमारे शरीर की दिलचस्प बातें, मानव शरीर की अनसुनी, हैरान करने वाली बातें,

स्टिल से भी मजबूत हड्डी

मानव शरीर की सबसे बड़ी हड्डी फीमर है , और यह स्टील से भी मजबूत होती है। क्या आप जानते है यह किसी व्यक्ति के शरीर के वजन का 30 गुना अधिक वजन सहन कर सकती है।

छोटी उंगली का कमाल

मनुष्य की छोटी उंगली हाथ की ताकत का 50 % से अधिक योगदान देती है।

ऑटो अपडेट की सुविधा

एक मानव कंकाल हर 10 साल में खुद को पूरी तरह से नवीनीकृत करता है।

इतना पानी 

जब कोई व्यक्ति 70 वर्ष की आयु तक पहुँचता है , तब तक वह 12,000 गैलन से अधिक पानी पी चुका होता है।

पलक झपकने से भी तेज

मानव शरीर .0015 सेकंड में स्वाद का पता लगा सकता है, जो पलक झपकने से भी तेज़ है।

जबरदस्त फेफड़े

हमारे फेफड़े हर दिन 20 लाख लीटर हवा को फिल्टर करते हैं. हमें इस बात की भनक भी नहीं लगती. फेफड़ों को अगर खींचा जाए तो यह टेनिस कोर्ट के एक हिस्से को ढंक देंगे।

कंप्यूटर से भी तेज परफॉर्मेंस

यदि मानव दिमाग एक कंप्यूटर हो तो यह एक सेकंड में 38 हजार ट्रिलियन ऑपरेशन परफॉर्म कर सकता है . लेकिन दुनिया का सबसे तेज कंप्यूटर इसका 0.002 % ही कर पाता है।

धूल पचाने की इतनी क्षमता

पूरे जीवन में हम सांस के जरिए 20 किलो से ज्यादा धूल-मिट्टी अपने अंदर खींच लेते है।

ऐसी और कोई फैक्ट्री नहीं

हमारा शरीर हर सेकंड 2.5 करोड़ नई कोशिकाएं बनाता है. साथ ही, हर दिन 200 अरब से ज्यादा रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है. हर वक्त शरीर में 2500 अरब रक्त कोशिकाएं मौजूद होती हैं. एक बूंद खून में 25 करोड़ कोशिकाएं होती हैं।

लाखों किलोमीटर की यात्रा

इंसान का खून हर दिन शरीर में 1,92,000 किलोमीटर का सफर करता है. हमारे शरीर में औसतन 5.6 लीटर खून होता है जो हर 20 सेकेंड में एक बार पूरे शरीर में चक्कर काट लेता है।

धड़कन

एक स्वस्थ इंसान का हृदय हर दिन 1,00,000 बार धड़कता है. साल भर में यह 3 करोड़ से ज्यादा बार धड़क चुका होता है. दिल का पम्पिंग प्रेशर इतना तेज होता है कि वह खून को 30 फुट ऊपर उछाल सकता है।

सारे कैमरे और दूरबीनें फेल

इंसान की आंख एक करोड़ रंगों में बारीक से बारीक अंतर पहचान सकती है. फिलहाल दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं है जो इसका मुकाबला कर सके।

दिमाग के आगे फेल सुपर कंप्यूटर 

ब्रह्मांड में मौजूद सितारों से ज़्यादा हमारे छोटे से दिमाग में सायनेप्सेज़ ( सूत्र – युग्मन ) मौजूद होते हैं। इसे कुछ ऐसे समझिए कि आकाश में 400 अरब सितारे मौजूद हैं . इसका मतलब है कि हमारे मतिष्क की क्षमता इतनी है कि हम 2 करोड़ अरब की गणना प्रति सेकेंड कर सकते हैं

नाक में एंयर कंडीशनर

हमारी नाक में प्राकृतिक एयर कंडीशनर होता है. यह गर्म हवा को ठंडा और ठंडी हवा को गर्म कर फेफड़ों तक पहुंचाता है।

हमारे शरीर की दिलचस्प बातें

400 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार

तंत्रिका तंत्र 400 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से शरीर के बाकी हिस्सों तक जरूरी निर्देश पहुंचाता है. इंसानी मस्तिष्क में 100 अरब से ज्यादा तंत्रिका कोशिकाएं होती हैं।

जबरदस्त मिश्रण

शरीर में 70 फीसदी पानी होता है. इसके अलावा बड़ी मात्रा में कार्बन, जिंक, कोबाल्ट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फेट, निकिल और सिलिकॉन होता है।

बेजोड़ छींक

छींकते समय बाहर निकलने वाली हवा की रफ्तार 166 से 300 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है. आंखें खोलकर छींक मारना नामुमकिन है।

चादर जैसे त्वचा

मानव का सबसे बड़ा अंग उनकी त्वचा होती है जो लगभग 20 वर्गफुट हिस्से को कवर करता है।

बैक्टीरिया का गोदाम

इंसान के वजन का 10 फीसदी हिस्सा, शरीर में मौजूद बैक्टीरिया की वजह से होता है. एक वर्ग इंच त्वचा में 3.2 करोड़ बैक्टीरिया होते हैं।

ईएनटी की विचित्र दुनिया

आंखें बचपन में ही पूरी तरह विकसित हो जाती हैं. बाद में उनमें कोई विकास नहीं होता. वहीं नाक और कान पूरी जिंदगी विकसित होते रहते हैं. कान लाखों आवाजों में अंतर पहचान सकते हैं. कान 1,000 से 50,000 हर्ट्ज के बीच की ध्वनि तरंगे सुनते हैं।

चट्टानों जैसी मजबूत दांत 

इंसान के दांत चट्टान की तरह मजबूत होते हैं. लेकिन शरीर के दूसरे हिस्से अपनी मरम्मत खुद कर लेते हैं, वहीं दांत बीमार होने पर खुद को दुरुस्त नहीं कर पाते।

मुंह में नमी

इंसान के मुंह में हर दिन 1.7 लीटर लार बनती है. लार खाने को पचाने के साथ ही जीभ में मौजूद 10,000 से ज्यादा स्वाद ग्रंथियों को नम बनाए रखती है।

झपकती पलकें

वैज्ञानिकों को लगता है कि पलकें आंखों से पसीना बाहर निकालने और उनमें नमी बनाए रखने के लिए झपकती है. महिलाएं पुरुषों की तुलना में दोगुनी बार पलके झपकती हैं।

नाखून भी कमाल के

अंगूठे का नाखून सबसे धीमी रफ्तार से बढ़ता है. वहीं मध्यमा या मिडिल फिंगर का नाखून सबसे तेजी से बढ़ता है।

ऐसी निमार्ण क्षमता की ब्रम्हांड को दोबारा आबाद कर दे।

एक सामान्य पुरुष द्वारा हर दिन लगभग 10 मिलियन नए शुक्राणुओं का निर्माण होता है , जो 6 महीने में पूरे ब्रम्हांड को दोबारा आबाद करने के बराबर है ।

हर शरीर की अलग पहचान

जुड़वा लोगों को छोड़ दिया जाए , तो इस धरती पर हर इंसान की अपनी अलग और खास महक या गंध होती है , जो किसी ओर की तरह नहीं हो सकती ।

तेज रफ्तार दाढ़ी

पुरुषों में दाढ़ी के बाल सबसे तेजी से बढ़ते हैं. अगर कोई शख्स पूरी जिंदगी शेविंग न करे तो दाढ़ी 30 फुट लंबी हो सकती है।

खाने का अंबार

एक इंसान आम तौर पर जिंदगी के पांच साल खाना खाने में गुजार देता है. हम ताउम्र अपने वजन से 7,000 गुना ज्यादा भोजन खा चुके होते हैं।

बाल गिरने से परेशान

एक स्वस्थ इंसान के सिर से हर दिन 80 बाल झड़ते हैं।

सपनों की दुनिया

इंसान दुनिया में आने से पहले ही यानी मां के गर्भ में ही सपने देखना शुरू कर देता है. बच्चे का विकास वसंत में तेजी से होता है।

नींद का महत्व

नींद के दौरान इंसान की ऊर्जा जलती है. दिमाग अहम सूचनाओं को स्टोर करता है. शरीर को आराम मिलता है और रिपेयरिंग का काम भी होता है. नींद के ही दौरान शारीरिक विकास के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स निकलते हैं।

रात में ज्यादा चलता है दिमाग

दिमाग दिन से ज्यादा रात में सक्रिय रहता है । इसके पीछे क्या कारण है वैज्ञानिक भी नहीं जानते ।

स्वीमिंग पुल जितना लार

अपने जीवन काल के दौरान आप इतना थूकते हैं कि उस लार से दो स्वीमिंग पुल भर सकते हैं ।

300 मिलियन कोशिकाएं प्रतिमिनट नष्ट

प्रति मिनट मानव शरीर की 3 सौ मिलियन कोशिकाएं नष्ट हो जाती है और वयस्क प्रतिदिन 300 बिलियन नई कोशिकाओं को उत्पादित करते हैं ।

खून से अछूता कार्निया

शरीर में आँखों का कार्निया ही केवल वो हिस्सा है जहां रक्त की आपूर्ति नहीं होती । इसे सीधे हवा से ऑक्सीजन मिलता है ।

कुछ तत्वों की मात्रा तो इतनी अधिक होती है

औसत मानव शरीर में इतना सल्फर होता है कि एक कुत्ते पर मौजूद सारे कीटों को मार सके । 900 पेंसिल बनाने के लिए पर्याप्त कार्बन , एक खिलौना तोप को आग लगाने के लिए पर्याप्त पोटेशियम , साबुन के सात बार बनाने के लिए पर्याप्त वसा और एक 50 लीटर बैरल भरने के लिए पर्याप्त पानी होता है ।

ये शरीर तो कुछ अंगों के बिना भी जिंदा रह सकता है।

इंसानी शरीर बेहद मज़बूत और लचीला होता है। आपको  जानकर हैरानी होगी कि इंसान शरीर के कुछ अंगों के बगैर भी जिंदा रह सकता है . इन अंगों में किडनी , गर्भाशय , अंडकोष , पेट , अपेंडेक्स और कॉलन शामिल हैं।

आपका शरीर बहुत ही अनमोल है। क्योंकि इंसानी शरीर बार बार नसीब नही होता है। कहते है न कि कई जन्मों के बाद मानव जन्म के रूप में मिलता है। इसलिए इस अनमोल विरासत का ध्यान रखें, अच्छा स्वास्थ्य ही परम धन है। तो दोस्तों आप स्वस्थ रहे और मस्त भी और हमारे पोस्ट ”हमारे शरीर की दिलचस्प बातें, मानव शरीर की अनसुनी, हैरान करने वाली बातें,”  को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों, रिस्तेदारों से शेयर जरूर करे।।

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Amit Yadav

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