नदी किनारे बसे शहर, भारत में नदि के किनारे बसे 64 शहरो की दिलचस्प बाते

भारत मे नदियों के किनारे बसे शहर

भारत नदियों का शहर हैं और यंहा नदियों को माँ स्वरूप माना और पूजा जाता हैं। भारत मे ज्यादातर बड़े और प्राचीन शहर यंहा की प्रमुख नदियों के तट पर बसा हुआ है और उन सबकी अपनी एक अलग महत्व और पहचान हैं। तो आइए जानते है भारत मे नदी किनारे बसे शहर, भारत में नदियों के किनारे बसे 64 शहरो की नाम और उनसे जुड़े महत्वपूर्ण और दिलचस्प बातें।

नदी किनारे बसे शहर, भारत में नदियों के किनारे बसे 64 शहरो की दिलचस्प बाते

1. आगरा – यमुना नदी, उत्तर प्रदेश

इस आर्टिकल की प्रमुख बातें

आगरा भारत के उत्तर प्रदेश में यमुना नदी किनारे बसे भारत के एक प्रमुख शहर है। आगरा उत्तर भारत के गांगेय मैदानों में यमुना नदी के तट पर बसा हुआ है। जो उत्तर प्रदेश राज्य के दक्षिण पश्चिमी हिस्से में राजस्थान एवं मध्य प्रदेश की अंतर्राज्यीय सीमा के निकट स्थित है। आगरा यमुना नदी के दोनों ओर फैला हुआ है। आगरा के आसपास का पूरा क्षेत्र समतल मैदान है, हालाँकि दक्षिण-पश्चिम में कुछ पहाड़ियाँ भी हैं। आगरा उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध ऐतिहासिक नगर तथा पर्यटन स्थल भी है। मुग़लकालीन ऐतिहासिक इमारतों के लिए यह शहर बहुत प्रसिद्ध है। दुनिया की अजूबों में शामिल ताजमहल यही पर यमुना नदी के किनारे स्थित हैं।

2. अहमदाबाद – साबरमती नदी, गुजरात

भारत का मेनचेस्टर के नाम से प्रसिद्ध अहमदाबाद गुजरात में साबरमती नदी किनारे बसे भारत का सातवां सबसे बड़ा शहर हैं। पश्चिम भारत में बसा ये शहर में दो झीलें हैं, कंकरिया और वस्त्रापुर तालाब, साबरमती नदी के गर्मी के मौसम में सूख जाने के कारण, नदी की जगह सफ़ेद मिट्टी रह जाती है। अहमदाबाद को भारत के गुजरात राज्य के एक प्रमुख औद्योगिक शहर के रूप में जाना जाता है। अहमदाबाद को कर्णावती के नाम से भी जाना जाता है। प्रारम्भ में अहमदाबाद को अशावल कहा जाता था। इस शहर की बुनियाद सन 1411 में डाली गयी थी। शहर का नाम सुलतान अहमद शाह पर पड़ा था।

3. प्रयागराज – गंगा नदी, उत्तर प्रदेश

प्रयागराज भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक है। यह प्राचीन ग्रंथों में प्रयाग या तीर्थराज के नाम से जाना जाता है और इसे भारत के सबसे पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है। जो तीन नदियों- गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर स्थित है। समागम -बिंदु को त्रिवेणी के रूप में जाना जाता है। गंगा-जमुनी दोआब क्षेत्र के खास भाग में स्थित ये यमुना नदी का अंतिम पड़ाव है। यह हिंदुओं के लिए बहुत ही पवित्र है। प्रयागराज में प्रत्येक छः वर्षों में कुंभ और प्रत्येक बारह वर्षों में महाकुंभ, इस धरती पर तीर्थयात्रियों का सबसे बड़ा आयोजन है। प्रयागराज को इलाहाबाद के नाम से भी जाना जाता हैं।

4. अयोध्या – सरयू नदी, उत्तर प्रदेश

अयोध्या, सरयू नदी किनारे पर बसे एक धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी है। अयोध्या एक अति प्राचीन धार्मिक नगर है। मान्यता है कि इस नगर को मनु ने बसाया था और इसे अयोध्या का नाम दिया जिसका अर्थ होता है अ-युध्य अर्थात् जिसे युद्ध के द्वारा प्राप्त न किया जा सके। इसे कोसल जनपद भी कहा जाता था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अयोध्या में सूर्यवंशी/रघुवंशी /अर्कवंशी राजाओं का राज हुआ करता था, जिसमें भगवान् श्री राम ने अवतार लिया। अष्टचक्रा वेद में अयोध्या को ईश्वर का नगर बताया गया है, नवद्वारा देवानां पूरयोध्या और इसकी संपन्नता की तुलना स्वर्ग से की गई है। अयोध्या का प्राचीन नाम साकेत है,

5. बद्रीनाथ – गंगा नदी, उत्तराखंड

बद्रीनाथ हिन्दुओं एवं जैनो का प्रसिद्ध तीर्थ है। यह उत्तराखण्ड के चमोली जिले में स्थित एक नगर है। यहाँ बद्रीनाथ मन्दिर है जो हिन्दुओं के चार प्रसिद्ध धामों में से एक है। यह धाम जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ को भी समर्पित है। वैसे इसका नाम शास्त्रों पुराणों में बदरीनाथ है। बद्रीनाथ धाम ऐसा धार्मिक स्थल है, जहां नर और नारायण दोनों मिलते है। धर्म शास्त्रों की मान्यता के अनुसार इसे विशालपुरी भी कहा जाता है।

6. कोलकाता – हुगली नदी, पश्चिम बंगाल

कोलकाता का भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। कोलकाता शहर बंगाल की खाड़ी के ऊपर हुगली नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। शहर हुगली नदी के किनारे उत्तर-दक्षिण रैखिक में फैला हुआ है। शहर का बहुत सा भाग एक वृहत नम-भूमि क्षेत्र था, जिसे भराव कर शहर की बढ़ती आबादी को बसाया गया है। कोलकाता सन 1690 ई. में जॉब चार्लोक द्वारा स्थापित किया गया था। कोलकाता का उपनाम डायमण्ड हार्बर भी है। यह भारत का सबसे बड़ा शहर है और प्रमुख बंदरगाहों में से एक है। कोलकाता का पुराना नाम कलकत्ता था।

7. कटक – महानदी, ओडिशा

कटक भारत के ओड़िशा राज्य के महानदी के किनारे बसा हुआ शहर है। कटक ओड़िशा का एक प्राचीन नगर है, जो सिल्वर सिटी के नाम से भी जाना जाता है। इसका इतिहास एक हजार वर्ष से भी ज्यादा पुराना है। करीब नौ शताब्दियों तक कटक ओड़िशा की राजधानी रहा और आज यहां की व्यावयायिक राजधानी के रूप में जाना जाता है। कटक वर्तमान ओड़िशा की मध्ययुगीन राजधानी था, जिसे पद्मावती भी कहते थे। यह नगर महानदी और उसकी सहायक नदी काठजोड़ी के मिलन स्थल पर बना है। कटक शहर की स्थापना केशरी राजवंश के सम्राट नृप केशरी ने सन 989 ई. में की थी।

8. नई दिल्ली – यमुना नदी, दिल्ली

नई दिल्ली यमुना नदी के बाढ़ के मैदान पर स्थित है। क्षेत्रफल के अनुसार से, दिल्ली दुनिया के बड़े महानगरों में से एक है। मुम्बई के बाद, वह देश का दूसरा सबसे अमीर शहर है, नई दिल्ली भारत की राजधानी है। यह भारत सरकार और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के केंद्र के रूप में कार्य करती है। यमुना नदी के किनारे स्थित इस नगर का गौरवशाली पौराणिक इतिहास है। यह भारत का अति प्राचीन नगर है। इसके इतिहास का प्रारम्भ सिन्धु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है। महाभारत काल में इसका नाम इन्द्रप्रस्थ था।

9. डिब्रूगढ़ – ब्रह्मपुत्र नदी, असम

डिब्रूगढ़ भारत के असम राज्य में ब्रह्मपुत्र नदी किनारे बसे पूर्वांचल का एक प्रमुख शहर हैं। डिबरू अर्थात पानी और गढ़ का मतलब क़िला होता है, दोनों को मिलाकर डिब्रूगढ़ नाम रखा गया। ब्रम्हपुत्र विशाल नदियों में से एक मानी जाती है। हर साल यह हिमालय से वृहद रूप में नीचे आती है, शहरों और जंगलों को बाढ़ से ढक लेती है। डिब्रूगढ़ भी ब्रह्मपुत्र के बेहिसाब प्रवाह का एक बड़ा हिस्सा देखता है। डिब्रूगढ़ चाय के व्यापार का एक प्रमुख केन्द्र है। यहाँ का शांत सुकून देने वाला वातावरण बहुत ही खुशनुमा होता हैं। डिब्रूगढ़ को ‘टी सिटी ऑफ़ इंडिया’ के नाम से भी जाना जाता हैं।

10. गुवाहाटी – ब्रह्मपुत्र नदी, असम

गुवाहाटी भारत के असम राज्य के साथ साथ पूर्वोत्तर का सबसे बड़ा नगर है। गुवाहाटी, ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे बसे पूर्वोत्तर भारत का मुख्य शहर है। यह नगर प्राचीन हिंदू मंदिरों के लिए भी जाना जाता है। प्राचीन काल में इस नगर को प्रगज्योतिषपुर के नाम से जाना जाता था, गुवाहाटी ब्रह्मपुत्र नदी और शिल्लोंग पठार के बीच स्थित पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार है। यह शहर प्राकृतिक सुंदरता से सजा हुआ हैं।

11. फिरोजपुर – सतलज नदी, पंजाब

फिरोजपुर एक प्राचीन शहर है जो भारत पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब स्थित है। सतलुज नदी के किनारे बसे इस शहर के बारे में यह माना जाता है कि 14 वीं शताब्दी में फिरोजशाह तुगलक द्वारा स्थापित किया गया था। भारत के स्वतंत्रता संग्राम के तीन वीर शहीद भगत सिंह और उनके साथी शहीद राजगुरु और शहीद सुखदेव का फ़िरोज़पुर में सतलज नदी के तट पर अंतिम विश्राम स्थल है।

12. हरिद्वार – गंगा नदी, उत्तराखंड

हरिद्वार, भारत के उत्तराखण्ड में गंगा नदी किनारे बसे भारत के प्रमुख धार्मिक और प्राचीन शहर है। हरिद्वार का अर्थ ” हरि अर्थात ईश्वर का द्वार होता है। इसलिए हरिद्वार को ‘ईश्वर का प्रवेश द्वार’ भी कहा जाता है। यह देवभूमि चार धाम अर्थात बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के प्रवेश के लिए एक केन्द्र बिंदु है। हरिद्वार की आयुर्वेदिक दवाओं और हर्बल उपचारों के साथ ही अपनी अनूठी गुरुकुल विद्यालय, प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए भी एक आकर्षण का केन्द्र है।

गंगा नदी की पहाड़ो से मैदान तक की यात्रा में हरिद्वार पहले प्रमुख शहरों में से एक है और यही कारण है कि यहां पानी साफ और शांत है । हरे भरे जंगल और छोटे तालाब इस पवित्रा भूमि को प्राकृतिक सुंदरता से जोड़ते हैं। यह बहुत प्राचीन नगरी हरिद्वार हिन्दुओं के सात पवित्र स्थलों में से एक है। पश्चात्कालीन हिंदू धार्मिक कथाओं के अनुसार, हरिद्वार वह स्थान है जहाँ अमृत की कुछ बूँदें भूल से घड़े से गिर गयीं जब धन्वन्तरी उस घड़े को समुद्र मंथन के बाद ले जा रहे थे। प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग, हरिद्वार भारतीय संस्कृति और सभ्यता की बहुरूपदर्शिका प्रस्तुत करता है।

13. हैदराबाद – मूसी नदी – तेलंगाना

हैदराबाद बाद तेलंगाना की राजधानी और भारत का सबसे बड़े प्रमुख शहरों में से एक हैं। मूल हैदराबाद शहर मूसी नदी के दक्षिण किनारे बसे हैं। इसे अब ऐतिहासिक पुराना शहर कहा जाता है, जहां चारमीनार , मक्का मस्जिद आदि बने हैं, नगर का केन्द्र नदी के उत्तर में स्थानांतरित हो गया है। यहां कई सरकारी इमारतें व मुख्य स्थल बने हैं, खासकर हुसैन सागर झील के दक्षिण में।

14. जबलपुर – नर्मदा नदी, मध्य प्रदेश

विंध्य पर्वत श्रृंखला में स्थित यह नगर पवित्र नर्मदा नदी के किनारे बसे हुए मध्यप्रदेश के प्रमुख शहर है। जबलपुर शहर मध्य प्रदेश राज्य, मध्य भारत में स्थित है। यह नर्मदा नदी के उत्तर में निचली पहाड़ियों से घिरे चट्टानी बेसिन में झीलों और मंदिरों के बीच स्थित है। जबलपुर में साक्षरता, संस्कृति, सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों की लंबी परम्परा रही है। पुराणों और किंवदंतियों के अनुसार जबलपुर का संबंध जाबालि ऋषि से है। जिनके बारे में कहा जाता है कि वह यहीं निवास करते थे।

15. कानपुर – गंगा नदी, उत्तर प्रदेश

कानपुर भारत के उत्तरी राज्य उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक नगर है। जो नगर गंगा नदी के दक्षिण किनारे पर बसे हुऐ है। कानपुर का मूल नाम ‘कान्हपुर’ था। आज कानपुर शहर का फैलाव गंगा नदी की उत्तरी किनारे पर भी हो रहा हैं।

16. कोटा – चंबल नदी, राजस्थान

कोटा राजस्थान के दक्षिणी भाग में चंबल नदी के किनारे स्थित है। कोटा चंबल नदी के किनारे एक उच्च ढलान वाली टेबललैंड पर स्थित है, जो मालवा पठार का एक हिस्सा है। नगर का सामान्य ढाल उत्तर की ओर है। शहर के दक्षिणी भाग में तुलनात्मक रूप से पथरीली, बंजर और ऊँची भूमि उत्तर में एक मैदानी कृषि भूमि की ओर उतरती है। यह जयपुर और जोधपुर के बाद राजस्थान का तीसरा सबसे बड़ा शहर है।

17. जौनपुर – गोमती नदी, उत्तर प्रदेश

जौनपुर वाराणसी प्रभाग के उत्तर-पश्चिम भाग में गोमती नदी के किनारे बसे एक शहर है। जौनपुर अक्सर बाढ़ की आपदा से प्रभावित रहता है। क्योंकि जौनपुर गोमती नदी के दिनों किनारे में बसे हुए शहर हैं और जब गोमती नदी का जल स्तर बढ़ता हैं तो पानी शहर में घुस जाता हैं।

18. पटना – गंगा नदी, बिहार

पटना गंगा नदी के दक्षिणी किनारे पर बसे बिहार के सबसे बड़ा शहर है जहां पर गंगा नदी घाघरा, सोन और गंडक जैसी सहायक नदियों से मिलती है। पटना गंगा के दक्षिणी तथा पुनपुन के उत्तरी तट पर स्थित है। गंगा नदी नगर के साथ एक लम्बी तट रेख बनाती है। पटना तीन ओर से गंगा, सोन नदी और पुनपुन नदियों से घिरा है। महात्मा गांधी सेतु जो गंगा नदी पर उत्तर-दक्षिण की दिशा में बना एक पुल है, ये दुनिया का सबसे लम्बा सड़क पुल है। पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र, पुष्पपुरी और कुसुमपुर था।

19. राजमुंदरी – गोदावरी नदी, आंध्र-प्रदेश

राजमुंदरी ( Rajahmundry ) भारत के आन्ध्र प्रदेश राज्य के पूर्व गोदावरी ज़िले में गोदावरी नदी के किनारे बसे एक खूबसूरत और सांस्कृतिक शहर है। इस का प्राचीन नाम “राजा महेंद्र वरम” या राजमहेंद्रवरम था। माना जाता है कि यह शहर 11 शताब्दी के चालुक्य शासनकाल के दौरान अस्तित्व में आया।

20. श्रीनगर – झेलम नदी, जम्मू-कश्मीर

श्रीनगर भारत में जम्मू और कश्मीर राज्य में झेलम नदी के किनारे बसे एक खूबसूरत हिलस्टेशन है। कश्मीर घाटी मध्य में बसा यह शहर भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं। श्रीनगर एक ओर जहां डल झील के लिए प्रसिद्ध है वहीं दूसरी ओर विभिन्न मंदिरों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है।

21. सूरत – ताप्ती नदी, गुजरात

सूरत गुजरात राज्य का एक प्रमुख शहर है। सूरत तापी नदी के किनारे बसे हुए भारत की एक स्वच्छ और सम्पन्न शहर हैं। तापी नदी सूरत शहर के मध्य से होकर गुजरती है। सूरत मुख्यतः कपड़ा उद्योग और डायमंड कटिंग और पोलिशिंग के लिए प्रसिद्ध है, इसलिए इस शहर को सिल्क सिटी और डायमंड सिटी के नाम से भी जाना जाता है। सूरत एक ऐसा शहर हैं जंहा अंग्रेजों ने पहली बार भारत मे कदम रखा।

22. तिरूचिरापल्ली – कावेरी नदी, तमिलनाडु

कावेरी नदी के किनारे पर बसे तिरुचिरापल्ली शहर प्राचीन, आध्यात्मिकता और इतिहास से भरपूर है। कावेरी नदी के विभिन्न तटो से घिरे होने के कारण यह शहर वनस्पति और प्राकृतिक संसाधनों में भी समृद्ध है। मंदिरों और धार्मिक स्थलों से भरा हुआ, यह शहर तीर्थयात्रियों के लिए एक आश्रय स्थल है, यह शहर अपनी उत्कृष्ट कलाओं और शिल्पों के लिए भी जाना जाता है।

23. वाराणसी – गंगा नदी, उत्तर प्रदेश

वाराणसी शहर उत्तरी भारत की मध्य गंगा घाटी में, भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर गंगा नदी के बायीं ओर के वक्राकार तट पर स्थित है। वाराणसी या काशी का विस्तार प्रायः गंगा नदी के दो संगमों एक वरुणा नदी से और दूसरा असी नदी से संगम के बीच बताया जाता है। इन संगमों के बीच की दूरी लगभग 2.5 मील है।खास वाराणसी शहर गंगा और वरुणा नदियों के बीच एक ऊंचे पठार पर बसा है। इसे बनारस और काशी भी कहते हैं। इसे हिन्दू धर्म में एक पवित्र नगर माना गया है और इसे अविमुक्त क्षेत्र कहा जाता है। यह संसार के प्राचीन बसे शहरों में से एक है।

24. विजयवाड़ा – कृष्णा नदी, आंध्र प्रदेश

विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश के पूर्व मध्य में कृष्णा नदी के किनारे बसे एक प्राचीन शहर है। दो हज़ार वर्ष पुराना यह शहर बैजवाड़ा के नाम से भी जाना जाता है। यह नाम देवी कनकदुर्गा के नाम पर है, जिन्हें स्थानीय लोग विजया कहते हैं। यह क्षेत्र मंदिरों और गुफाओं से भरा हुआ है। कृष्णा नदी के ठीक बीच में 50 एकड़ में फैला, भवानी द्वीप भारत के सबसे बड़े नदी द्वीपों में से एक है। मंत्रमुग्ध कर देने वाले नदी के किनारे के दृश्यों का आनंद लेने के अलावा, आप नाव की सवारी, स्विमिंग और कई तरह के पानी के खेल और साहसिक गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं।

25. वडोदरा – विश्वमित्री, गुजरात

विश्वामित्री नदी के किनारे बसे वडोदरा शहर इतिहास और संस्कृति की एक अद्भुत जगह हैं। गुजरात के इस शहर को कला नगरी आर्ट ऑफ सिटी और संस्कारी नगरी भी कहा जाता है। वड़ोदरा जिसे पहले बड़ोदरा नाम से जाना जाता था, गुजरात राज्य का तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है। वडोदरा को बड़ौदा भी कहते हैं। यह एक ऐसा शहर जो अपने रॉयल इतिहास, अपने भव्य महलों, संग्रहालयों, महलों, बगीचों, मंदिरों, बाजारों और तत्कालीन बड़ौदा शाही परिवार गायकवाड़ के लिए जाना जाता है।

26. मथुरा – यमुना नदी, उत्तर प्रदेश

मथुरा यमुना नदी के किनारे लगभग 7500 वर्ष पूर्व बसे एक प्राचीन शहर हैं। मथुरा का एक प्राचीन इतिहास और भगवान श्री कृष्ण का मातृभूमि और जन्मस्थान भी है जो यदु वंश में पैदा हुआ था। मथुरा संग्रहालय में भारत के पुरातात्विक सर्वेक्षण के अनुसार, शहर का सबसे पुराना भारतीय महाकाव्य रामायण में उल्लेख किया गया है। मथुरा भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का केंद्र रहा है ।

27. औरैया – यमुना नदी, उत्तर प्रदेश

औरैया यमुना नदी के किनारे बसे उत्तरप्रदेश का एक शहर हैं। औरैया नेशनल हाईवे रोड 2 में स्थित हैं।

28. इटावा – यमुना नदी, उत्तर प्रदेश

इटावा आगरा के दक्षिण-पूर्व में यमुना नदी के किनारे पर बसे हुए एक शहर है। इस शहर में कई खड्ड हैं। जिनमें से एक पुराने शहर (दक्षिण) को शहर (उत्तर) से अलग करता है। पुल और तटबंध, दोनों हिस्सों को जोड़ते हैं।

29. बंगलौर – वृषभावती नदी, कर्नाटक

वृषभावती नदी के किनारे बसे बंगलुरु भारत की प्रमुख शहर है। दक्षिण भारत दक्कन के पठारीय क्षेत्र में 900 मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित यह नगर अपने साल भर के सुहाने मौसम के लिए जाना जाता है। भारत के मुख्य शहरों में इसकी ऊंचाई सबसे ज़्यादा है। देश की अग्रणी सूचना प्रौद्योगिकी (IT) निर्यातक के रूप में अपनी भूमिका के कारण बंगलुरु को व्यापक रूप से भारत की सिलिकॉन वैली या भारत की आईटी राजधानी के रूप में माना जाता है।

30. फर्रुखाबाद – गंगा नदी, उत्तर प्रदेश

पवित्र गंगा नदी के किनारे बसे फर्रुखाबाद उत्तरप्रदेश का एक शहर हैं। यह 100 किलो मीटर के अर्द्धव्यास का शहर आज भी अपना एक महत्व रखता है। गंगा तट पर पांचाल घाट, टोंक- घाट और रानी घाट, भैरों घाट पर ईंटों के प्राचीन निर्माण देखा जा सकता है। पंचाल घाट पुराना नाम घटिया घाट अन्त्येष्टि के लिए प्रयोग किया जाता है। घटिया का अर्थ यहाँ आवागमन स्थल है।

31. बिलासपुर – अरपा नदी, छत्तीसगढ़

बिलासपुर भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में अरपा नदी के किनारे बसे बिलासपुर शहर लगभग 400 वर्ष पुराना शहर है और बिलासपुर का नाम बिलासा नामक महिला के नाम पर रखा गया है। बिलासपुर उच्च न्यायालय एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा उच्च न्यायालय है । बिलासपुर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है ।

32. चाम्पा -हसदेव नदी, छत्तीसगढ़

हसदेव नदी के किनारे बसे चाम्पा शहर छत्तीसगढ़ की एक शहर हैं। चाम्पा कोशा उद्योग के लिए जाना जाता हैं।

33. फतेहगढ़ – गंगा नदी, उत्तर प्रदेश

फ़तेहगढ़ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के फ़र्रूख़ाबाद जिले में गंगा नदी के किनारे बसे एक शहर है। यहाँ एक प्रसिद्ध छावनी है जिस कारणवश इसे कभी-कभी फ़तेहगढ़ छावनी भी कहा जाता है। शहर गंगा नदी के दक्षिणी तट पर बसा हुआ है। एशिया का सबसे बड़ी आलू की मंडी यहीं मानी जाती है।

34. कन्नौज – गंगा नदी, उत्तर प्रदेश

कन्नौज भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा नदी के किनारे बसे एक शहर हैं। कन्नौज एक प्राचीन नगरी है और कभी हिंदू साम्राज्य की राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित रहा है। कन्नौज गंगा के बायीं ओर ग्रैंड ट्रंक रोड से 3 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। किसी समय गंगा इस नगर के पार्श्व से बहती थी। रामायण में इस नगर का उल्लेख मिलता हैं। कन्नौज शहर अपने इत्र व्यवसाय के अलावा तंबाकू के व्यापार के लिए मशहूर है।

35. मंगलौर – नेत्रवती नदी, कर्नाटक

कर्नाटक की नेत्रावती और गुरूपुरा नदियों के संगम स्थल पर अरब सागर और पश्चिमी घाट के बीच बसा मंगलौर जिसे मंगलुरु, मंगलूर और मैंगलोर भी कहा जाता है। मंगलुरु के उत्तर में गुरुपुर नदी और दक्षिण में नेत्रवती नदी पूर्व से आकर गुज़रती हैं और सागर में विलय होती हैं । शहर के पूर्व में पश्चिमी घाट की पहाड़ियाँ हैं। मंगलौर को प्राचीन काल में नौरा नाम से भी जाना जाता था । मंगलौर नाम मंगला देवी मंदिर के नाम पर पड़ा। मंगलादेवी अलुपा राजवंश की कुलदेवी थीं। यह मंदिर केरल की राजकुमारी की याद में बनवाया गया था।

36. शिमोगा – तुंगा नदी, कर्नाटक

तुंगा नदी के किनारे बसे शिमोगा शहर पश्चिमी घाट के पर्वतीय क्षेत्र का प्रवेशद्वार है। इसके चारों ओर हरे-भरे धान के क्षेत्र और नारियल के वृक्षों के समूह हैं। शिमोगा कर्नाटक की रोटी की टोकरी एवं कर्नाटक की चावल का कटोरा नाम से प्रसिद्ध है। सहयाद्री श्रंखलाएं लगभग हर वर्ष अच्छी वर्षा की वजह से नदी में पानी की कमी नहीं होने देतीं। यहां मंदिर, पहाड़ियां, प्राकृतिक सुन्दरता तथा भारत का सबसे ऊंचा एवं प्रसिद्ध जोग प्रपात भी है।

37. भद्रावती – भद्रा नदी, कर्नाटक

भद्रा नदी के किनारे बसे शहर भद्रावती कर्नाटक का एक महत्वपूर्ण शहर हैं। शहर का नाम भद्रा नदी पर पड़ा है, जो शहर के बीच से बहती है। यह अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह राज्य के प्राचीन स्थलों में से एक है, जिसका इतिहास कई सौ साल पुराना हैं।

38. होसपेट – तुंगभद्रा, कर्नाटक

दक्षिण भारत की तुंगभद्रा नदी के किनारे बसे होसपेट शहर भारत की एक खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं, जो अपने ऐतिहासिक और प्राकृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। दक्षिण भारत की तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित यह स्थल हम्पी के काफी नजदीक है। इस स्थल का निर्माण कृष्णदेव राय के समय किया गया था। होसपेट उन लोगों के लिए बहुत ही खास माना जाता है जो इतिहास और कला संस्कृति में दिलचस्पी रखते हैं।

39. कारवार – काली नदी, कर्नाटक

कारवार कर्नाटक राज्य में एक सागर तटीय क्षेत्र है और भारतीय प्रायद्वीप के पश्चिमी ओर गिरने वाली काली नदी के किनारे बसे हुए शहर है। कारवार एक प्राकृतिक बंदरगाह है। ये शहर गोआ के काफी नजदीक हैं।

40. बागलकोट – घटप्रभा नदी, कर्नाटक

बागलकाट भारत में कनाटक राज्य में घाटप्रभा नदी के किनारे बसे एक शहर हैं। यह बागलकोट जिले का जिला मुख्यालय है। शिलालेखों से यह पता चला है कि इस शहर का पिछला नाम बगदगी था।

41. होन्नावर – श्रावती नदी, कर्नाटक

होन्नावर भारत के कर्नाटक राज्य के उत्तर कन्नड़ जिले में श्रावती नदी के किनारे बसे एक शहर हैं। यह एक बंदरगाह भी है। होन्नावर अरब सागर से तटस्थ है।

42. ग्वालियर – चंबल नदी, मध्य प्रदेश

चंबल नदी के किनारे बसे ग्वालियर शहर भारत मे मध्यप्रदेश राज्य के उत्तर में स्थित है। यह शहर भारत के प्राचीन शहरों के केन्द्र रहे हैं। सहेज कर रखे गए अतीत के भव्य स्मृति चिन्ह इस शहर को पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाते हैं। आज ग्वालियर एक आधुनिक शहर है और एक जाना-माना औद्योगिक केन्द्र है। ग्वालियर को गालव ऋषि की तपोभूमि भी कहा जाता है।

43. गोरखपुर – राप्ती नदी, उत्तर प्रदेश

राप्ती और रोहिणी नामक दो नदियों के तट पर बसा हुआ गोरखपुर शहर उत्तरप्रदेश का एक महत्वपूर्ण शहर है। नेपाल से निकलने वाली इन दोनों नदियों में सहायक नदियों का पानी एकत्र हो जाने से कभी कभी इस क्षेत्र में भयंकर बाढ भी आ जाती है। यहाँ एक बहुत बड़ा तालाब भी है जिसे रामगढ़ ताल कहते हैं। यह बारिस के दिनों में झील के रूप में परिवर्तित हो जाता है। प्राचीन काल में यहाँ के समीपवर्ती जंगलों में साधु-सन्त आश्रमों में रहते थे और वे देश के विभिन्न भागों से आये लड़कों को योग व अन्य विद्यायें सिखाया करते थे। त्रेता युग के राजकुमार राम व उनके भाई लक्ष्मण ने भी इन्हीं आश्रमों में रहकर शिक्षा ग्रहण की थी।

44. लखनऊ – गोमती नदी, उत्तर प्रदेश

गोमती नदी के दोनो किनारे बसे उत्तरप्रदेश की राजधानी विशाल गांगेय मैदान के हृदय क्षेत्र में स्थित लखनऊ शहर बहुत से ग्रामीण कस्बों एवं गांवों से घिरा हुआ है। गोमती नदी, मुख्य भौगोलिक भाग, शहर के बीचों बीच से निकलती है और लखनऊ को ट्रांस-गोमती एवं सिस – गोमती क्षेत्रों में विभाजित करती है। लखनऊ शहर भूकम्प क्षेत्र तृतीय स्तर में आता है।

45. कोरबा – हसदेव नदी, छत्तीसगढ़

हसदेव नदी के किनारे बसे कोरबा शहर को ऊर्जा नगरी के नाम से भी जाना जाता हैं। हसदेव नदी इस शहर की प्यास बुझाती है और यंहा लगे बड़े बड़े उद्योगों की भी जल आपूर्ति को पूरा करती हैं।

46. शुक्लागंज – गंगा नदी, उत्तर प्रदेश

शुक्लागंज उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पवित्र नदी गंगा के किनारे बसे हुए है। शुक्लागंज कानपुर के बहुत निकट हैं।

47. चकेरी – गंगा नदी, उत्तर प्रदेश

गंगा नदी के किनारे बसे चकेरी शहर भारत के उत्तरप्रदेश राज्य में स्थित हैं। ये शहर कानपुर नगर निगम के अंतर्गत आता हैं।

48. मालेगांव – गिर्ना नदी, महाराष्ट्र

गिरना नदी के किनारे बसे मालेगांव शहर महाराष्ट्र के नाशिक जिले में स्थित हैं। नदी के किनारे होने के कारण यंहा की कृषि काफी अच्छी होती हैं। कृषि उत्पादों का एक महत्त्वपूर्ण विपणन स्थल यह नगर हथकरघा उद्योग का विख्यात केंद्र है।

49. संबलपुर – महानदी, ओडिशा

महानदी के बायें किनारे पर बसे यह शहर कभी हीरों के व्यवसाय का केन्द्र था। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त सूती और रेशमी बुनावट की वस्त्र-कारीगरी, आदिवासी समृद्ध विरासत और प्रचुर जंगल भूमि के लिए प्रसिद्ध है। महानदी और इब नदी के संगमस्थल के समीप हीराकुड में स्वर्णबालू एवं हीरा पाया गया है। संबलपुर, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा राज्यों के बीच स्थित है और दोनों राज्यों को जोड़ता है।

50. राउरकेला – ब्राह्मणी नदी, ओडिशा

प्राकृतिक परिवेश, पहाड़ों और नदियों से घिरा राउरकेला एक भव्य शहर है। जो ब्रम्हाणी नदी के किनारे बसे हुए एक शहर हैं। राउरकेला ओडिशा राज्य के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित है। यह एक उच्च खनिज क्षेत्र है। यह ओडिशा का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। राउरकेला आधुनिक रहन-सहन के बीच जनजातीय संस्कृति के अस्तित्व का एक बेहतरीन उदाहरण है। राउरकेला को ओडिशा की व्यवसायिक राजधानी के तौर पर जाना जाता है।

51. पुणे – मुथा नदी, महाराष्ट्र

पुणे भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक महत्त्वपूर्ण शहर है। जो मुला व मुथा इन दो नदियों के किनारे बसा हुआ है।पुणे भारत का छठवां सबसे बड़ा शहर व महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। इस शहर को ‘पूरब का ऑक्सफोर्ड’ भी कहा जाता है। पुणे शहर महाराष्ट्र की ‘सांस्कृतिक राजधानी’ माना जाता है। पवना व इंद्रायणी ये नदियाँ पुणे शहर के उत्तर-पश्चिम दिशा मे बहती है।

52. दमन – दमनगंगा नदी, दमन

दमनगंगा नदी के किनारे बसे दमन शहर दमन और दीव समूह में हैं। दमन दमन गंगा नदी द्वारा दो भागों में विभाजित है नानी- दमन (नानी का अर्थ यहाँ छोटा है) और मोटी – दमन (मोटी मतलब बड़ा)। मोटी दमन मुख्यतः पुराना नगर है।

53. मदुरै – वैगई नदी, तमिलनाडु

मदुरई या मदुरै भारत के तमिल नाडु राज्य के वैगई नदी के किनारे बसे एक शहर हैं। यह भारतीय प्रायद्वीप के प्राचीनतम बसे शहरों में से एक है। इस शहर को अपने प्राचीन मंदिरों के लिये जाना जाता है। इस शहर को कई अन्य नामों से बुलाते हैं, जैसे कूडल मानगर , तुंगानगर (कभी ना सोने वाली नगरी), मल्लिगई मानगर (मोगरे की नगरी) था पूर्व का एथेंस। इसे मंदिरों का शहर भी कहते हैं। यहां का मुख्य आकर्षण मीनाक्षी मंदिर है जिसके ऊंचे गोपुरम और दुर्लभ मूर्तिशिल्प श्रद्धालुओं और सैलानियों को आकर्षित करते हैं।

54. रायपुर – खारुन नदी, छत्तीसगढ़

रायपुर खारुन नदी के किनारे में बसे छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शहर है। रायपुर एक बड़े मैदान के मध्य में स्थित है, रायपुर के पूर्व में महानदी नदी बहती है। उत्तर – पश्चिम में मैकाल की पहाड़ियां हैं। उत्तरी ओर छोटा नागपुर का पठार और दक्षिण में बस्तर का पठार है।

55. चेन्नई – अड्यार नदी, तमिलनाडु

चेन्नई बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट पर अड्यार नदी के दोनों किनारे बसे दक्षिण भारत के सबसे बड़े सांस्कृतिक, आर्थिक और शैक्षिक केंद्रों में से सबसे प्रमुख है। चेन्नई भारत के दक्षिण पूर्वी तट पर तमिलनाडु प्रदेश के उत्तरी पूर्वी तटीय क्षेत्र में स्थित है। इस तटीय क्षेत्र को पूर्वी तटीय मैदानी क्षेत्र भी कहा जाता है। शहर के मध्य में बहने वाली कूवम नदी और दक्षिण से बहने वाली अड्यार नदी आज की तारीख में बहुत ही ज्यादा प्रदूषित हो चुकी हैं। चेन्नई शहर का प्रशासन चेन्नई नगर निगम के पास है। 1688 में स्थापित हुआ यह निगम भारत में ही नहीं , ब्रिटेन के बाहर किसी भी राष्ट्रमंडल देश में सबसे पहला नगर निगम है।

56. कोयंबटूर – नोय्याल नदी, तमिलनाडु

दक्षिण भारत के मैनचेस्टर के नाम से प्रसिद्ध कोयंबटूर नोय्याल नदी के किनारे बसे एक औद्योगिक शहर हैं।कर्नाटक और तमिलनाडु की सीमा पर बसा शहर मुख्य रूप से एक औद्योगिक नगरी है। नीलगिरी की तराई में स्थित यह शहर पूरे साल सुहावने मौसम का अहसास कराता है। कोयंबुत्तूर में बहुत सारे मंदिर भी हैं जो इस शहर के महत्त्व को और भी बढ़ाते हैं।

57. इरोड – कावेरी नदी, तमिलनाडु

ईरोड कावेरी नदी के किनारे बसा हुआ है। ईरोड भारत के तमिल नाडु राज्य के ईरोड ज़िले में स्थित एक नगर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है। यह अपनी हल्दी और बुने हुए वस्त्रों के उत्पादन के लिए जाना जाता है।

58. तिरुनेलवेली – थमीरबारानी नदी, तमिलनाडु

थमीरबारानी नदी के किनारे बसे तिरुनेलवेली भारत के तमिल नाडु राज्य के तिरुनेलवेली जिले में स्थित एक नगर है । यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है।

59. भरूच – नर्मदा नदी, गुजरात

खंभात की खाड़ी के किनारे नर्मदा नदी के मुहाने पर बसा हुआ भरूच भारत के गुजरात राज्य के भरूच ज़िले में स्थित एक शहर है । यह ज़िले का मुख्यालय भी है। इतिहास में यह शहर ब्रोच और भृगुकच्छ के नाम से जाना गया है।

60. कर्जत – उल्हास नदी, महाराष्ट्र

कर्जत भारत के महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़ जिले में स्थित एक नगर है। कर्जत उल्हास नदी के किनारे बसा हुआ है और मुम्बई महानगरीय क्षेत्र का भाग है।

61. नासिक – गोदावरी नदी, महाराष्ट्र

नासिक गोदावरी नदी के किनारे बसे भारत के महाराष्ट्र राज्य के नाशिक जिले में स्थित एक शहर है। महाराष्ट्र का चौथा सबसे बड़ा नगर है। यह शहर प्रमुख रूप से हिन्दू तीर्थयात्रियों का प्रमुख केन्द्र है। इस शहर का सबसे प्रमुख भाग पंचवटी है। इसके अलावा यहां बहुत से मंदिर भी है।

62. महाड – सावित्री नदी, महाराष्ट्र

महाड़ भारत के महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़ जिले में सावित्री नदी के तट पर बसे एक शहर है। यह उत्तरी कोंकण क्षेत्र में, मुम्बई से 167 किमी की दूरी पर बसा हुआ है।

63. नांदेड़ – गोदावरी नदी, महाराष्ट्र

नांदेड़ दक्कन के पठार में गोदावरी नदी के किनारे पर बसे हुए भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित एक शहर है। यह नांदेड़ ज़िले का मुख्यालय है और महाराष्ट्र का आठवाँ सबसे बड़ा शहर है।

64. नेल्लोर – पेन्नार नदी, आंध्र-प्रदेश

नेल पन्नार नदी के किनारे बसे आंध्र प्रदेश का खूबसूरत शहर है। नैल्लोर और उसके आसपास के क्षेत्र में धान की खेती बहुतायत में होती है। इसी कारण इस स्थान का नाम नैल्लोर (नेल्लु-धान, उस नगर) पड़ा। नैल्लोर को विक्रमसिम्हपुरी के नाम से भी जाना जाता था। सांस्कृति दृष्टि से नैल्लोर आंध्र प्रदेश के अन्य शहरों से अलग माना जाता है क्योंकि यहीं पर महान तेलगु कवि तिखना सोमवाजी का जन्म हुआ था जिन्होंने महाभारत का तेलूगु में अनुवाद किया था।

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